करोड के ठोस अवस्था में होने का क्या कारण है?

करोड के ठोस अवस्था में होने का क्या कारण है?

इसे सुनेंरोकेंठोस के अभिलक्षण ये निश्चित द्रव्यमान, आयतन एवं आकार के होते हैं। इनमें अंतराआण्विक दूरियाँ लघु होती हैं। इनमें उच्चअंतराआण्विक बल प्रबल होते हैं। इनके अवयवी कणों (परमाणुओं, अणुओं अथवा आयनों) की स्थितियाँ निश्चित होती हैं और यह कण केवल अपनी माध्य स्थितियों के चारों ओर दोलन कर सकते हैं।

तरल से आप क्या समझते हैं?

इसे सुनेंरोकेंतरल का अर्थ होता है बहने वाला। भौतिकी (फिज़िक्स) में तरल की श्रेणी में द्रव (लिक्विड) और गैस दोनों आते हैं, क्योंकि दोनों ही बहते हैं। वैज्ञानिक दृष्टि से प्लाज़्मा भी तरल पदार्थों की श्रेणी में शामिल है। भौतिकी की वह शाखा जिसमें तरल का अध्ययन होता है तरल यांत्रिकी कहलाती है।

तरल क्या है दो उदाहरण?

इसे सुनेंरोकें“वे पदार्थ जिन पर जब बल आरोपित किया जाता है तो उनका आकार परिवर्तित हो जाता है तथा वे बहने का गुण भी दर्शाते है उन्हें तरल कहते है। ” तरल , पदार्थ की एक अवस्था है और इसमें द्रवों , प्लाज्मा और गैसों को शामिल किया गया है तथा द्रवों में जल , तेल इत्यादि आते है।

ठोस अवस्था से सीधे गैसीय अवस्था में बदलने की प्रक्रिया को क्या कहते हैं?

इसे सुनेंरोकेंउर्ध्वपातन (sublimation) एक भौतिक-रासायनिक प्रक्रिया है जिसमें कोई पदार्थ अपनी ठोस अवस्था से सीधे गैस मे परिवर्तित हो जाता है । इस पूरी प्रक्रिया के दौरान पदार्थ की अवस्था किसी मध्यवर्ती द्रव अवस्था मे परिवर्तित नहीं होती है।

तरल पदार्थ के लिए कौनसी कन्वेंशन का प्रयोग किया जाता है?

इसे सुनेंरोकेंतरल मिश्र धातुओं का उपयोग वातावरण में प्रदूषकों को निकालने या बेअसर करने के साथ-साथ सीओ2 के उत्सर्जन में कार्बन को कैप्चर करने के लिए किया जा सकता है। टिन, गैलियम और विस्मुट जब तरल रूप में होते है उन पर इलेक्ट्रोड का उपयोग कर कार्बन डाइऑक्साइड को उपयोगी उत्पाद में परिवर्तित किया जा सकता है।

क्या तरल पदार्थों का खूब है?

इसे सुनेंरोकेंअधिक खाने से ही अनिद्रा, ब्लड प्रेशर जैसी बीमारी को बल मिलता है। अगर खाने में संयम बरता जाये तो एसिडिटी से बचा जा सकता है। हम लोग भौगोलिक ²ष्टि से गरम जगह पर रहते हैं, खाने की जरूरत कम पानी की जरुरत अधिक होती है।

तरल पदार्थों में गतिमान वस्तु का आकार विशेष क्यों होना चाहिए?

इसे सुनेंरोकें➲ तरल पदार्थों में गतिमान वस्तुओं का आकार विशिष्ट इसलिए बनाया जाता है ताकि उन पर लगने वाला घर्षण बल का आरोपण कम से कम हो और वस्तु की गति तीव्र हो सके। ⏩ किसी भी तरल में गति करते समय उन वस्तुओं पर घर्षण बल लगता है। इससे वस्तु पर कम से कम घर्षण बल आरोपित होता और वस्तु की गति घर्षण बल के कारण वस्तु की गति प्रभावित ना हो।

द्रव और तरल में क्या अंतर है?

इसे सुनेंरोकेंद्रव तरल पदार्थ होता है और द्रव्य ठोस पदार्थ होता है। द्रव=तरल,द्रव्य=धन । द्रव = पानी से बना पदार्थ।