फिलिप्स वक्र क्या दर्शाती है?

फिलिप्स वक्र क्या दर्शाती है?

इसे सुनेंरोकेंफिलिप्स वक्र अर्थशास्त्र में, फिलिप्स वक्र एक अर्थव्यवस्था में है कि परिनाम की बेरोजगारी और मुद्रास्फीति की दरों की इसी दर के बीच एक ऐतिहासिक उलटा रिश्ता है। कमी बेरोजगारी, अर्थव्यवस्था में मुद्रास्फीति की उच्च दर के साथ संबंध स्थापित करेगा।

Is वक्र पर राजकोषीय विस्तार का क्या प्रभाव होगा?

इसे सुनेंरोकेंराजकोषीय नीति मौद्रिक नीति से अधिक प्रभावी होती है। दूसरी ओर यदि वक्र लोचदार है तो राजकोषीय नीति की अपेक्षा मौद्रिक नीति अधिक प्रभावी होती है।

राजकोषीय नीति का क्या अर्थ है इसके उपकरणों की विस्तार से चर्चा करें?

इसे सुनेंरोकेंराजकोषीय नीति (Fiscal Policy) सरकार की आर्थिक नीति का एक प्रमुख घटक है इसके द्वारा आर्थिक विकास, सामाजिक न्याय, मूल्य स्थिरता, पूर्ण रोजगार सृजन एवं संसाधनों की गतिशीलता जैसे लक्ष्यों की पूर्ति की जाती है। राजकोषीय नीति कर एवं कराधान, सार्वजनिक व्यय एवं ऋण जैसे उपकरणों की सहायता से अपने लक्ष्यों की प्राप्ति करती है।

फिलिप्स कर्म क्या है?

इसे सुनेंरोकेंफिलिप्स कर्व (Phillips Curve) ए. डब्ल्यू. फिलिप्स द्वारा विकसित एक आर्थिक अवधारणा है जिसमें कहा गया है कि महंगाई दर और बेरोजगारी का एक स्थिर और विपरीत संबंध है। सिद्धांत में दावा किया गया है कि आर्थिक विकास के साथ महंगाई दर आती है, जिससे अधिक रोजगारों का सृजन होना चाहिए और बेरोजगारी कम होनी चाहिए।

मुद्रास्फीति और बेरोजगारी का अस्तित्व क्या कहलाता है?

इसे सुनेंरोकेंअर्थशास्त्र में, अंग्रेजी शब्द स्टैगफ्लेशन उस स्थिति को दर्शाता है जब मुद्रास्फीति की दर और बेरोजगारी दर दोनों ही उच्च रहते हैं।

मुद्रास्फीति से आप क्या समझते हैं?

इसे सुनेंरोकेंसामान्य अर्थ में हम समझ सकते हैं कि उत्पादन में कमी के कारण वस्तुओं का मूल्य बढ़ जाना और मुद्रा का मूल्य कम हो जाना ही मुद्रास्फीति कहलाती है।

मुद्रा स्फीति क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंजब मांग और आपूर्ति में असंतुलन पैदा होता है तो वस्तुओं और सेवाओं की कीमतें बढ़ जाती हैं। कीमतों में इस वृद्धि को मुद्रास्फीति कहते हैं।

मुद्रास्फीति क्या है परिभाषा?

इसे सुनेंरोकेंमुद्रा स्फीति का मतलब बाजार में वस्तुओं और सेवाओं की कीमतों में लगातार वृद्धि से होता हैं. मुद्रा स्फीति की स्थिति में मुद्रा की कीमत कम हो जाती है क्योंकि उपभोक्ताओं को बाजार में वस्तुएं खरीदने के लिए अधिक कीमत चुकानी पड़ती है.

प्रभावपूर्ण मांग क्या है?

इसे सुनेंरोकेंप्रभावपूर्ण माँग से तात्पर्य, मुद्रा की उस मात्रा से है जो एक निश्चित समय में एक देश के लोग उपभोग और विनियोग पर व्यय करते हैं। आय के विभिन्न स्तरों पर माँग के विभिन्न स्तर होते हैं, लेकिन माँग का प्रत्येक स्तर प्रभावपूर्ण नहीं होता। माँग का वह स्तर प्रभावपूर्ण होगा, दो सामूहिक पूर्ति के बराबर है।

मुद्रास्फीति से आप क्या समझते हैं इसके प्रभाव की व्याख्या कीजिए?

इसे सुनेंरोकेंमुद्रास्फीति यानी महँगाई से तात्पर्य उपभोक्ता वस्तुओं और सेवाओं के मूल्य में वृद्धि होना जब उपभोक्ता वस्तुओं और सेवाओं की कीमतों में स्थाई या अस्थाई वृद्धि हो तो उसे मुद्रास्फीति यह महँगाई कहा जाता है। जो चलन की मात्रा (Volume of currency) में तीव्र वृद्धि के फलस्वरूप उत्पन्न होती है।

मुद्रास्फीति क्या है इसके कारण एवं प्रभाव लिखिए?

इसे सुनेंरोकेंअर्थव्यवस्था में जब मुद्रा की मात्रा बढ़ जाती है और उसका मूल्य कम हो जाता है और साथ ही साथ मूल्य स्तर भी बढ़ता है तो मुद्रा स्फीति की स्थिति पैदा हो जाती है। कीमत स्तर में होने वाली लगातार वृद्धि को मुद्रा स्फीति कहते है। ऐसे में सरकारी बजट में लगातार घाटा रहता है।

मुद्रास्फीति कितने प्रकार के होते हैं?

ए: मुद्रास्फीति के दो मुख्य प्रकार इस प्रकार हैं:

  • मांग-मुद्रास्फीति तब होती है जब कुल मांग मेंमंडी कुल आपूर्ति से अधिक है।
  • कॉस्ट-पुश मुद्रास्फीति तब होती है जब आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं की लागत में पर्याप्त वृद्धि होती है, और बाजार में विशेष वस्तुओं के लिए कोई उपयुक्त विकल्प नहीं होते हैं।