बालकों के लिए कौन कौन से अधिकार है?
इसे सुनेंरोकेंअच्छा जीवन स्तर:- हर बच्चे को अच्छा जीवन स्तर पाने का अधिकार है। जिसमें उसका पर्याप्त मनसिक, शारीरिक, बौद्धिक, नैतिक और सामाजिक विकास हो सके। उसे पर्याप्त रोटी कपड़ा और मकान मिल सके। विकलांग बच्चों के लिए उचित व्यवस्था:- हर अक्षम बच्चे को विशेष देखभाल, शिक्षा, प्रशिक्षण पाने का अधिकार है।
भारतीय संविधान में अधिकार कितने हैं?
इसे सुनेंरोकेंमूल रूप में भारत के संविधान के भाग III में सात मौलिक अधिकारों को शामिल किया गया था। इनमें सम्पति का अधिकार शामिल था। जिसे 44वें संविधान संशोधन द्वारा हटा दिया गया था। अब केवल छः मौलिक अधिकार हैं; जो इस प्रकार है।
मौलिक अधिकार कौन कौन से होते हैं?
भारतीय नागरिकों को निम्नलिखित मूल अधिकार प्राप्त हैं:
- समता या समानता का अधिकार (अनुच्छेद 14 से अनुच्छेद 18)
- स्वतंत्रता का अधिकार (अनुच्छेद 19 से 22)
- शोषण के विरुद्ध अधिकार (अनुच्छेद 23 से 24)
- धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार (अनुच्छेद 25 से 28)
- संस्कृति और शिक्षा संबंधी अधिकार (अनुच्छेद 29 से 30)
महिलाओं के लिए कौन कौन से कानून है?
कन्या भ्रूण हत्या से जुड़े क़ानूनी प्रावधान
महिलाओं के लिए क्या क्या कानून है?
कानूनी अधिकार जो महिला होने के नाते आपको जरूर पता होने चाहिए
- समान वेतन का अधिकार समान वेतन का अधिकार हर महिला का हक है।
- घरेलू हिंसा से सुरक्षा का अधिकार
- मातृत्व संबंधी लाभ के लिए अधिकार
- मुफ्त कानूनी मदद के लिए अधिकार
- संपत्ति पर अधिकार
- काम पर हुए उत्पीड़न के खिलाफ अधिकार
- रात में गिरफ्तार न होने का अधिकार
बाल अधिकार कब और किसने निर्धारित किया?
इसे सुनेंरोकेंहर साल 20 नवंबर को राष्ट्रीय कमीशन द्वारा बच्चों के अधिकारों की सुरक्षा के लिए एक राष्ट्रीय सभा आयोजित की जाती है। चलिए तो सबसे पहले आपको बताते है अखिर क्या है बाल अधिकार। वर्ष 1959 में बाल अधिकारों की घोषणा की गई थी। जिसे 20 नवंबर 2007 में स्वीकार किया गया
बाल संरक्षण से क्या आशय है?
इसे सुनेंरोकेंसरकारी विभागों और संस्थाओं में कार्य के दौरान व स्थल पर बच्चों के विचारों का सम्मान को बढ़ावा देना और उसे गंभीरता से लेना। बाल अधिकारों के बारे में सूचना उत्पन्न करना और उसका प्रचार-प्रसार करना। बच्चों से जुड़े आँकड़े का विश्लेषण व संकलन करना।
* भारतीय संविधान में कितने मौलिक कर्तव्य हैं?* 1⃣ 11 2⃣ 8 3⃣ 6 4⃣ 10?
इसे सुनेंरोकेंमूल रूप से संख्या में दस, मूल कर्तव्यों की संख्या 2002 में 86वें संशोधन द्वारा ग्यारह तक बढ़ाई गई थी, जिसमें प्रत्येक माता-पिता या अभिभावक को यह सुनिश्चित करने का कर्तव्य सौंपा गया कि उनके छः से चौदह वर्ष तक के बच्चे या वार्ड को शिक्षा का अवसर प्रदान कर दिया गया है।
नागरिक का अधिकार क्या है?
इसे सुनेंरोकेंभारतीय संविधान के अनुसार 6 मौलिक अधिकार; समानता का अधिकार (अनुच्छेद 14 से अनुच्छेद 18 तक), धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार (अनुच्छेद 25 से अनुच्छेद 28 तक), शोषण के विरुद्ध अधिकार (अनुच्छेद 23 व 24), संस्कृति और शिक्षा का अधिकार (अनुच्छेद 29 और 30), स्वतंत्रता का अधिकार (अनुच्छेद 19 से अनुच्छेद 22), संवैधानिक उपचारों का …
मौलिक कर्तव्य कितने प्रकार के होते हैं?
इसे सुनेंरोकेंवर्तमान में अनुच्छेद 51(A) के तहत वर्णित 11 मौलिक कर्तव्य हैं, जिनमें से 10 को 42वें संशोधन के माध्यम से जोड़ा गया था जबकि 11वें मौलिक कर्तव्यों को वर्ष 2002 में 86वें संविधान संशोधन के ज़रिये संविधान में शामिल किया गया था
जीवन का अधिकार कौन सा अधिकार है?
इसे सुनेंरोकेंसंविधान में जीवन के अधिकार को मूल अधिकारों की श्रेणी में रखा गया है। भारतीय संविधान का अनुच्छेद 21 कहता है कि “किसी भी व्यक्ति को विधि द्वारा स्थापित प्रक्रिया के अतिरिक्त उसके जीवन और वैयक्तिक स्वतंत्रता के अधिकार से वंचित नहीं किया जा सकता है”।