स्कन्द पुराण में कितने खंड है?

स्कन्द पुराण में कितने खंड है?

इसे सुनेंरोकेंस्कन्द पुराण इक्यासी हजार श्लोकों से युक्त है एवं इसमें सात खण्ड हैं।

स्कन्द पुराण में किस कांड कौन है?

इसे सुनेंरोकेंइस पुराण का नाम भगवान शंकर के बड़े पुत्र कार्तिकेय के नाम पर है। कार्तिकेय का ही नाम स्‍कन्‍द है। यह शैव संप्रदाय का पुराण है जिसमें स्कन्द द्वारा तारकासुर के वध की कथा का वर्णन मिलेगा। इस पुराण में काशीखंड, महेश्वर खंड, रेवाखंड, अवन्तिका खण्ड, प्रभास खण्ड, ब्रह्म खण्ड और वैष्णव खण्ड आदि कुल सात खंड है।

स्कन्द कितने है?

इसे सुनेंरोकें’स्कन्द पुराण’ शैव सम्प्रदाय का पुराण हैं यह अठारह पुराणों में सबसे बड़ा है। इसके छह खण्ड हैं- माहेश्वर खण्ड, वैष्णव खण्ड, ब्रह्म खण्ड, काशी खण्ड, अवन्तिका खण्ड और रेवा खण्ड। कुछ विद्वानों ने इसके सात खण्ड बताए हैं। किन्तु अधिकांश विद्वान छह खण्ड ही स्वीकार करते हैं।

हिन्दू धर्म में कितने पुराण हैं?

इसे सुनेंरोकेंभारतीय जीवन-धारा में जिन ग्रन्थों का महत्त्वपूर्ण स्थान है उनमें पुराण प्राचीन भक्ति-ग्रन्थों के रूप में बहुत महत्त्वपूर्ण माने जाते हैं। अठारह पुराणों में अलग-अलग देवी-देवताओं को केन्द्र मानकर पाप और पुण्य, धर्म और अधर्म, कर्म और अकर्म की गाथाएँ कही गयी हैं।

स्कन्द का अर्थ क्या है?

इसे सुनेंरोकें’स्कन्द’ का अर्थ होता है- ‘क्षरण अर्थात् विनाश’। भगवान शिव संहार के देवता हैं। कार्तिकेय संहारक शस्त्र अथवा शक्ति के रूप में जाने जाते हैं। तारकासुर का वध करने के लिए ही कार्तिकेय का जन्म हुआ था।

स्कंद पुराण की कीमत क्या है?

इसे सुनेंरोकेंहिंदू धर्म ग्रंथों में स्कंदपुराण को महापुराण कहा जाता है। पुराणों के क्रम में इसका तेरहवां स्थान है इसके खंडात्मक और संहितात्मक उपलब्ध दो रूपों में से प्रत्येक में 81 हजार श्लोक हैं। इस पुराण का नाम भगवान शंकर के बड़े पुत्र कार्तिकेय के नाम पर है। कार्तिकेय का ही नाम स्‍कन्‍द है।

स्कंद किसका नाम है?

इसे सुनेंरोकेंआपको बता दें कि स्कंद का मतलब भगवान मुरुगन, कूद, की ओर बहने वाली, क्विकसिल्वर, कार्तिकेय का नाम शिव के पुत्र और युद्ध के देवता, शिव की उपाधि, एक नदी के किनारे, एक चतुर या सीखा मैन होता है।

स्कन्ध क्या है?

इसे सुनेंरोकेंस्कंध संस्कृत [संज्ञा पुल्लिंग] 1. कंधा ; पीठ का ऊपरी हिस्सा 2. पेड़ का तना 3. पेड़ की मोटी शाख या डाल 4.

स्कंद पुराण पढ़ने से क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंशंकरजी होते हैं प्रसन्न : स्कंद पुराण का पाठ करने से भगवान शंकर प्रसन्न होते हैं। स्कंद पुराण की महाकाल कथा में इसका वर्णन मिलता है। इसमें 12 ज्‍योर्तिलिंगों की उत्पत्ति का वर्णन भी है।

18 पुराणों के नाम क्या है?

इसे सुनेंरोकेंविष्णु पुराण के अनुसार उनके नाम ये हैं—विष्णु, पद्म, ब्रह्म, वायु(शिव), भागवत, नारद, मार्कण्डेय, अग्नि, ब्रह्मवैवर्त, लिंग, वाराह, स्कंद, वामन, कूर्म, मत्स्य, गरुड, ब्रह्मांड और भविष्य। पुराणों में एक विचित्रता यह है कि प्रत्येक पुराण में अठारहो पुराणों के नाम और उनकीश्लोकसंख्या है।