गंगा ने 7 पुत्रों को क्यों मारा?
इसे सुनेंरोकेंगंगा के गर्भ से महाराज शांतनु को 8 पुत्र हुए जिनमें से 7 को गंगा ने गंगा नदी में ले जाकर बहा दिया। वचन के बंधे होने के कारण शांतनु कुछ नहीं बोल पाए। जब गंगा का 8वां पुत्र हुआ और वह उसे भी नदी में बहाने के लिए ले जाने लगी तो राजा शांतनु से रहा नहीं गया और उन्होंने इस कार्य को करने से गंगा को रोक दिया।
गंगा माँ ने अपने 8 पुत्रों की हत्या क्यों की?
इसे सुनेंरोकेंजब गंगा ने शांतनु से प्रेम विवाह किया था तो गंगा ने राजा के सामने एक शर्त रखी थी कि अगर जीवन में राजा शांतनु ने कभी भी गंगा को किसी काम को करने से रोका या टोका तो, वो तुंरत राजा शांतनु को छोड़कर चली जाएगी. 7 पुत्रों को बहा देने के बाद शांतनु ने आठवें पुत्र को बहाने से गंगा को रोक लिया.
भीष्म पितामह को गंगा पुत्र क्यों कहते हैं?
इसे सुनेंरोकेंक्योंकि पितामह भीष्म मां गंगा की संतान थे। इसलिए उन्हें गंगा पुत्र कहते है। जब मां गंगा का विवाह सांतनु से हुआ तो उन्हें आठ पुत्र प्राप्त हुए। सात पुत्रों को मां गंगा गंगा नदी में बहा दिए जो आठवां पुत्र था उसको लालन पालन किया उसी का नाम देवब्रत था।
गंगा का आठवां पुत्र कौन था?
इसे सुनेंरोकेंगंगा के ये आठवें पुत्र देवव्रत कहलाए। भीषण प्रतिज्ञा लेने के कारण इन्हें भीष्म कहा गया। महर्षि वसिष्ठ के श्राप के कारण उन्हें आजीवन ब्रह्मचारी रहना पड़ा।
गंगा देवी कौन थी?
इसे सुनेंरोकेंएक अन्य कथा के अनुसार गंगा पर्वतों के राजा हिमवान और उनकी पत्नी मीना की पुत्री हैं, इस प्रकार वे देवी पार्वती की बहन भी हैं। कुछ जगहों पर उन्हें ब्रह्मा के कुल का बताया गया है। यह तो सभी जानते हैं कि भगवान राम के पूर्वज इक्ष्वाकु वंशी राजा भगीरथ के प्रयासों से ही गंगा नदी स्वर्ग से धरती पर आई थी।
गंगा के कितने पति थे?
गंगा देवी
गंगा | |
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निवासस्थान | पृथ्वी लोक, कैलाश पर्वत, देवलोक, पाताल लोक, वैकुंठि |
मंत्र | ॐ हिलि हिलि मिली मिली गंगा देवी नमः |
अस्त्र | जलपात्र, कमल, शंख और त्रिशूल |
जीवनसाथी | शान्तनु |
गंगा के पिता का नाम क्या था?
इसे सुनेंरोकेंकहते हैं कि गंगा देवी के पिता का नाम हिमालय है जो पार्वती के पिता भी हैं। जैसे राजा दक्ष की पुत्री माता सती ने हिमालय के यहां पार्वती के नाम से जन्म लिया था उसी तरह माता गंगा ने अपने दूसरे जन्म में ऋषि जह्नु के यहां जन्म लिया था। यह भी कहा जाता है कि गंगा का जन्म ब्रह्मा के कमंडल से हुआ था।
गंगा का पति कौन है?
इसे सुनेंरोकें’ जब महाराज प्रतीप को पुत्र की प्राप्ति हुई तो उन्होंने उसका नाम शांतनु रखा और इसी शांतनु से गंगा का विवाह हुआ। गंगा से उन्हें 8 पुत्र मिले जिसमें से 7 को गंगा नदी में बहा दिया गया और 8वें पुत्र को पाला-पोसा। उनके 8वें पुत्र का नाम देवव्रत था।
भीष्म पितामह कौन से जाति के थे?
भीष्म अथवा भीष्म पितामह महाभारत के सबसे महत्वपूर्ण पात्रों में से एक थे। भीष्म महाराजा शान्तनु के पुत्र थे महाराज शांतनु की पटरानी और नदी गंगा की कोख से उत्पन्न हुए थे | उनका मूल नाम देवव्रत था।…भीष्म
देवव्रत जन्म माघ कृष्णपक्ष की नौमी | |
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मुख्य शस्त्र: | धनुष बाण |
राजवंश: | कुरुवंश |
माता-पिता: | गंगा और राजा शान्तनु |
गंगा मैया के कितने पुत्र थे?
इसे सुनेंरोकेंमां गंगा ने क्यों दी थी अपने ही सात पुत्रों को मृत्यु!
गंगा ने क्यों की संतानों की हत्या?
इसे सुनेंरोकेंराजा बहुत निराश हो चुके थे और अब अपने ही पुत्रों की अपने सामने होने वाली हत्या उनके लिए असहनीय हो गई थी। इसके बाद जब आठवें पुत्र का जन्म हुआ और रानी गंगा उसे नदी को भेंट करने चली, तब राजा शांतनु स्वयं को रोक ना सके। उन्होंने दौड़कर गंगा के हाथ से शिशु को छीन लिया और क्रोधित हो उठे।
गंगा ने अपने कितने पुत्रों को नदी में बहा दिया था?
इसे सुनेंरोकेंसमय बीतने पर शांतनु के यहां सात पुत्रों ने जन्म लिया, लेकिन सभी पुत्रों को उस स्त्री ने गंगा नदी में डाल दिया। शांतनु यह देखकर भी कुछ नहीं कर पाएं क्योंकि उन्हें डर था कि यदि मैंने इससे इसका कारण पूछा तो यह मुझे छोड़कर चली जाएगी।
गंगा ने अपने 8 पुत्र की हत्या क्यों की?
गंगा के पांच पति कौन थे?
गंगा अपने पुत्रों को नदी में क्यों बहा देती थी?
इसे सुनेंरोकेंआठवां पुत्र होने पर जब वह स्त्री उसे भी गंगा में डालने लगी तो शांतनु ने उसे रोका और पूछा कि वह यह क्यों कर रही है? उस स्त्री ने बताया कि मैं देवनदी गंगा हूं तथा जिन पुत्रों को मैंने नदी में डाला था वे सभी वसु थे जिन्हें वसिष्ठ ऋषि ने श्राप दिया था। उन्हें मुक्त करने लिए ही मैंने उन्हें नदी में प्रवाहित किया।
गंगा मैया का पति कौन है?
इसे सुनेंरोकेंशान्तनु से गंगा को एक के बाद एक सात पुत्र हुए।