मिक्रोफिनांस कंपनी कैसे खोले?

मिक्रोफिनांस कंपनी कैसे खोले?

माइक्रोफाइनेंस कंपनी के लिए प्रारंभिक पंजीकरण शुल्क रु . 1,90,000 / – है।…माइक्रोफाइनेंस कंपनी पंजीकरण के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें:

  1. फ़ाइल का नाम अनुमोदन आवेदन
  2. डीआईएन और डीएससी के लिए आवेदन
  3. निगमन का प्रमाण पत्र
  4. पैन और टैन आवेदन

माइक्रो फाइनेंस बैंक क्या है?

इसे सुनेंरोकेंमाइक्रोफाइनेंस कंपनी फाइनेंस करने वाली संस्थाएं होती है. ये कंपनियां लोन और छोटी बचत योजनाएं चलाती है. यह RBI और केंद्र सरकार द्वारा निर्देशित सस्ती दरों पर लोन देती है. इन कंपनियों की शुरुआत गांव और छोटे शहरों में रहने वाले लोगों को आसानी से लोन देने की गई है.

फाइनेंस का काम कैसे करते हैं?

इसे सुनेंरोकेंफाइनेंस बिजनेस शुरू कैसे करे? लोन और क्रेडिट कार्ड: खुद का लोन बिज़नेस शुरू कर सकते हैं, या किसी कंपनी का DSA ले सकते हैं। फाइनेंसियल सर्विसेज: जैसे कि म्यूचअल फंड्स, कॉर्पोरेट FD, NCD (नॉन कनवर्टिबल डिबेंचर), शेयर सब-ब्रोकिंग, PMS और इंस्योरेंस जैसी फाइनेंसियल सेवाएं प्रदान कर सकते है।

स्मॉल फाइनेंस बैंक कैसे खोलें?

इसे सुनेंरोकेंस्मॉल फाइनेंस बैंक खोलने के लिए ऑन टैप लाइसेंस प्राप्त करने के लिए आपके पास कम से कम 200 करोड़ रुपये की पूँजी होनी चाहिए। वहीं शहरी कोऑपरेटिव बैंक से स्मॉल फाइनेंस बैंक बनने के लिए कम से कम 100 करोड़ रुपये की शुद्ध संपत्ति होनी जरूरी है।

कंपनी का रजिस्ट्रेशन कैसे होता है?

इसे सुनेंरोकेंकंपनी के रजिस्ट्रेशन के लिए आपको एक पैनकार्ड जमा करना होगा। जिस पते पर कंपनी का कार्यालय स्थापित किया जाएगा, वहां का प्रमाण पत्र देना जरूरी है। अगर किराए पर लेकर ऑफिस बना रहे हैं तो मकान मालिक से NOC लेना जरूरी है। जिसके नाम से कंपनी का रजिस्ट्रेन है उसका पता और पहचान पत्र जमा करना जरूरी होगा।

माइक्रो फाइनेंस के जन्मदाता कौन है?

इसे सुनेंरोकेंNotes: विजय महाजन को भारत में माइक्रोफाइनेंस का जनक कहा जाता है। वो बेसिक्स सोशल एंटरप्राइज ग्रुप के फाउंडर और CEO हैं। उनका जन्म 1954 में पुणे में हुआ था।

भारत में माइक्रो फाइनेंस की अवधारणा कौन लाया?

इसे सुनेंरोकेंनोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस को 1976 में ग्रामीण बैंक, बांग्लादेश की स्थापना के साथ आधुनिक एमएफआई की नींव रखने का श्रेय जाता है।

माइक्रोफाइनेंस क्यों महत्वपूर्ण है?

इसे सुनेंरोकेंभारत में वित्तीय समावेशन के साथ विकासपरक कार्यो को अग्रसारित करने में माइक्रो फाइनेंस की महत्वपूर्ण भूमिका है। माइक्रो फाइनेंस की सुविधा बैंक रहित क्षेत्रों में प्रमुख वर्गो के लिए वित्तीय सेवाओं के विस्तार के रूप में बेहतर विकल्प के तौर पर है।

फाइनेंस मतलब क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंफाइनेंस (Finance) को हिंदी में वित्त कहते हैं. इसका मतलब है किसी भी कार्य, उत्पादन, कंपनी, व्यवस्था को सुचारु रुप से संचालन करने के लिए जिस आवश्यक पूंजी की जरूरत है उसे फाइनेंस (वित्त) कहते हैं.

अपनी कंपनी कैसे शुरू करें?

नई कंपनी खोलने जा रहें, तो रखें इन 10 बातों का ध्‍यान…

  1. रजिस्ट्रेशन: सबसे पहले रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी करनी पड़ती है।
  2. अट्रैक्टिव नाम: सबसे खास बात ये है कि कंपनी का नाम अट्रैक्टिव होना चाहिए।
  3. दो शेयर होल्डर:
  4. 18 साल उम्र:
  5. जगह का चुनाव:
  6. ये जरूरी डाक्यूमेंट:
  7. बेसिक- फास्ट ट्रैक
  8. स्टैन्डर्ड- फास्ट ट्रैक

पेमेंट बैंक कौन कौन से हैं?

भारत में पेमेंट बैंकों की सूची (Payment Banks List in India)

  • Airtel Payments Bank Ltd.
  • India Post Payments Bank Ltd.
  • Fino Payments Bank Ltd.
  • Paytm Payments Bank Ltd.
  • Aditya Birla Idea Payments Bank Ltd.
  • Jio Payments Bank Ltd.
  • NSDL Payments Bank Ltd.