बारिश कैसे होता है कहां से होता है?

बारिश कैसे होता है कहां से होता है?

इसे सुनेंरोकेंवायु में मिला जलवाष्प शीतल पदार्थों के संपर्क में आने से संघनन (condensation) के कारण ओसांक तक पहुंचता है। जब वायु का ताप ओसांक से नीचे गिर जाता है, तब जलवाष्प पानी की बूँदों अथवा ओलों के रूप में धरातल पर गिरने लगता है। इसी को वर्षा कहते हैं।

बरसात का पानी कैसे बनता है?

इसे सुनेंरोकेंसमुद्र, झील, तालाब और नदियों का पानी सूरज की गर्मी से वाष्प बनकर ऊपर उठता है। इस वाष्प से बादल बनते हैं। ये बादल जब ठंडी हवा से टकराते हैं तो इनमें रहने वाले वाष्प के कण पानी की बूँद बन जाते हैं।

राजस्थान में कौन सी जगह बारिश हुई है?

इसे सुनेंरोकेंमौमम विभाग की माने तो पूर्वी राजस्थान में भारी बारिश का दौर लगातार जारी रह सकता है। पिछले 24 घंटों में बारां, सवाई माधोपुर, कोटा और बूंदी जिलों में कहीं-कहीं अत्यंत भारी बारिश दर्ज की गई है। सर्वाधिक बारिश 280 एमएम खातोली, कोटा में दर्ज की गई है।

बारिश कितनी ऊंचाई से होती है?

इसे सुनेंरोकेंसामान्यतः हमारे द्वारा देखे जाने वाले अधिकतर बादलों की ऊंचाई 1800 मीटर से 5500 मीटर तक होती है। लेकिन तड़ित झंझा और बारिश के लिए उत्तरदायी कुछ बादल धरती से 15,000 मीटर ऊंचाई तक भी पहुंच जाते हैं।

वर्षा का जल शुद्ध क्यों होता है?

इसे सुनेंरोकेंबारिश का पानी सिर्फ शुद्ध दिखता नहीं बल्कि सबसे शुद्ध होता भी है। इसे आसवित पानी (Distilled water) कहा जा सकता है। पृथ्वी के वायुमंडल में आने पर कुछ घुलनशील गैसों की वजह से हल्का अम्लीय हो जाता है। थोड़े से धूल के कण भी इसमें मिल जाते हैं फिर भी यह सबसे शुद्ध पानी है।

ओलावृष्टि का कारण क्या है?

इसे सुनेंरोकेंओलावृष्टि आमतौर पर तेज तूफान के साथ होती है। ओलों के निर्माण के लिए आवश्यक बादल क्यूम्यलोनिम्बस बादल हैं। ये बादल सतह से उठने वाली गर्म हवा के साथ लंबवत विकसित होते हैं। यदि सतह पर चलने वाली ठंडी हवा गर्म हवा के एक अन्य द्रव्यमान से मिलती है, तो यह वृद्धि का कारण बनेगी क्योंकि यह कम घनी होती है।

भारत में कितने प्रकार की वर्षा होती है?

इसे सुनेंरोकेंइस प्रकार की वर्षा शीतोष्ण कटिबंधीय चक्रवातीय क्षेत्रों में होती है। या चक्रवातों द्वारा होने वाली वर्षा को चक्रवातीय या वाताग्री वर्षा कहते हैं। दो विपरीत स्वभाव वाली हवाएं जब आपस में टकराती हैं तो वाताग्र का निर्माण होता है। इस वाताग्र के सहारे गर्म वायु ऊपर की ओर उठती है और वर्षा होती है।