2 केन्द्रीकरण तथा विकेन्द्रीकरण से आप क्या समझते हैं दोनों के गुण दोषों का वर्णन कीजिए?

2 केन्द्रीकरण तथा विकेन्द्रीकरण से आप क्या समझते हैं दोनों के गुण दोषों का वर्णन कीजिए?

इसे सुनेंरोकें1. केंद्रीकृत व्यवस्था में क्षेत्रीय या स्थानीय अधिकारियों को केन्द्रीय सत्ता से पूर्व अनुमति लेने की आवश्यकता नहीं रहती, इसलिए वे शीघ्र निर्णय ले सकते हैं और इससे कार्य में विलंब नहीं होता । 2. विकेन्द्रित व्यवस्था द्वारा शीर्ष स्थित अधिकारी अथवा मुख्य कार्यालय का कार्यभार कम होता है तथा उसे राहत प्राप्त होती है ।

केंद्रीकरण से आप क्या समझते है?

इसे सुनेंरोकेंकेन्द्रीकरण की सामान्य व्याख्या केन्द्रीयकरण एक ऐसी स्थिति होती है, जिसके अन्तर्गत सभी प्रमुख अधिकार किसी एक व्यक्ति या विशिष्ट पद के पास सुरक्षित रहते हैं। अर्थात् इस व्यवस्था के अन्तर्गत अधिकारों का सहायकों को भारार्पण नहीं किया जाता है।

केंद्रीकरण तथा विकेंद्रीकरण से आप क्या समझते है?

इसे सुनेंरोकेंप्राधिकरण के केंद्रीकरण का मतलब नियोजन और निर्णय लेने की शक्ति विशेष रूप से शीर्ष प्रबंधन के हाथों में है। यह शीर्ष स्तर पर सभी शक्तियों की एकाग्रता के लिए दृष्टिकोण है। दूसरी ओर, विकेंद्रीकरण का तात्पर्य शीर्ष प्रबंधन द्वारा मध्य या निम्न-स्तरीय प्रबंधन द्वारा शक्तियों के प्रसार से है।

केंद्रीकरण और विकेंद्रीकरण से आप क्या समझते हो?

इसे सुनेंरोकेंउच्च-स्तरीय प्रबंधन के हाथों में शक्तियों और अधिकारियों के एकीकरण को केंद्रीकरण के रूप में जाना जाता है। विकेंद्रीकरण का अर्थ है कार्यात्मक स्तर के प्रबंधन के लिए शीर्ष स्तर द्वारा शक्तियों और अधिकारियों का फैलाव। केंद्रीयकरण केंद्रीय बिंदुओं पर प्राधिकरण की व्यवस्थित और सुसंगत एकाग्रता है।

धन का केंद्रीयकरण किसका उल्लंघन करता है?

इसे सुनेंरोकेंभारतीय संविधान के निदेशक तत्वों के अनुच्छेद 39 (c) के अनुसार, आर्थिक व्यवस्था के संचालन के परिणामस्वरूप सामान्य हानि के लिए धन और उत्पादन के साधनों का संकेंद्रण नहीं होना चाहिए। अतः धन का संकेंद्रण राज्य के नीति निदेशक तत्वों का उल्लंघन करता है।

विकेन्द्रीकरण किसे कहते हैं इसकी आवश्यकता क्यों पड़ती है?

इसे सुनेंरोकेंविकेन्द्रीकरण वह व्यवस्था है जिसमें विभिन्न स्तरों पर सत्ता, अधिकार एवं शक्तियों का बंटवारा होता है। अर्थात केन्द्र से लेकर गांव की इकाई तक सत्ता, शक्ति व संसाधनों का बंटवारा। साथ ही हर स्तर अपनी गतिविधियों के लिए स्वयं जवाबदेह होता ह। हर इकाई अपनी जगह स्वतन्त्र होते हुये केन्द्र तक एक सूत्र से जुड़ी रहती है।