क्षेत्र भ्रमण से क्या आशय है?

क्षेत्र भ्रमण से क्या आशय है?

इसे सुनेंरोकेंअर्थात् किसी उद्देश्य को लेकर स्थान विशेष की यात्रा ही क्षेत्रीय भ्रमण है। शिक्षा के क्षेत्र में यह उद्देश्य सम्बन्धित विषय के प्रत्यक्ष अनुभव प्रदान करना है। इस विधि को से शैक्षिक पर्यटन, शैक्षिक भ्रमण क्षेत्राटन सरस्वती यात्रा आदि नामों से भी जाना जाता है।

पर्यटन या भ्रमण से आप क्या समझते हैं?

इसे सुनेंरोकेंपर्यटन/भ्रमण विधि क्या है? पर्यटन या भ्रमण विधि एक शिक्षण अधिगम विधि है। भ्रमण विधि के द्वारा बालकों को विद्यालय से बाहर पर्यटन पर ले जाया जाता है तथा वहां बालक चीजों का अवलोकन करके खुद से सीखता है। पर्यटन/भ्रमण विधि के जनक पेस्टोलॉजी हैं।

क्षेत्रीय भ्रमण एवं पर्यटन का शिक्षा में क्या महत्व है?

इसे सुनेंरोकेंक्षेत्रीय भ्रमण शिक्षण को आकर्षक, मनोरंजक तथा सरल बनाती है। क्षेत्र भ्रमण कक्षा-कक्ष के बाहर भ्रमण करने का व्यवस्थित एवं सौद्देश्य रूप है जिसका संचालन विद्यालय द्वारा पाठ्यक्रम के एक अंग के रूप में किया जाता है। क्षेत्रीय भ्रमण भूगोल शिक्षण में एक प्राकृतिक प्रयोगशाला के रूप में कार्य करता है।

इसे सुनेंरोकेंभ्रमण या पर्यटन प्रविधि भ्रमण विधि एक प्रकार से निरीक्षण विधि की पूरक है। निरीक्षण विधि का प्रयोग उस समय ही सफल हो सकता है, जबकि पर्यटन विधि को अपनाया जाये। एक समय था जबकि पर्यटन विधि का प्रयोग शिक्षा के क्षेत्र में कोई नहीं करता था। भूगोल के तथ्य छात्रों को कक्षा में ही नीरस ढंग से बता दिये जाते थे।

शैक्षिक भ्रमण से छात्रों को क्या लाभ मिलता है?

इसे सुनेंरोकेंछात्रों को नियमित शैक्षिक भ्रमण पर ले जाया जाता है जहाँ पर छात्र खुले वातावरण में शिक्षा को अपने व्यक्तिगत अनुभवों से परिभाषित करते है शैक्षिक भ्रमण के माध्यम से छात्रों में एक अनुभूति जागृत होती है, जिससे वे भारत की विभिन्नताओं जैसे – इतिहास , विज्ञान शिष्टाचार और प्रकृति को व्यक्तिगत रूप से जान सकते है इसके अतिरिक्त …

विद्यार्थियों को वन्य क्षेत्र भ्रमण करवाना क्यों जरूरी है?

इसे सुनेंरोकें(1) यह विधि पर्यावरणीय अध्ययन की निरसता को दूर कर उसे सरस और आकर्षण बनाती है। (2) प्रमण के द्वारा बालकों की सामान्य बुद्धि का विकास होता है। (3) यह विधि पाठ्यक्रम के अनुभवों को समृद्ध बनाती है। (4) इस विधि से बालक सामाजिक वातावरण का प्रत्यक्ष ज्ञान प्राप्त करते हैं।

भूगोल शिक्षण में पर्यटन का क्या महत्व है?

इसे सुनेंरोकेंसामाजिक समस्याओं की वास्तविकता को समझने में पर्यटन सहायक है। छात्र प्राकृतिक, सामाजिक एवं औद्योगिक स्थानों का भ्रमण करके मनोरंजन एवं आनन्द प्राप्त करते हैं। इससे छात्रों में सहयोग की भावना का विकास होता है। इससे छात्रों में ज्ञानात्मक एवं भावात्मक योग्यताओं का विकास होता है।