रोपवे का क्या मतलब होता है?

रोपवे का क्या मतलब होता है?

इसे सुनेंरोकेंअर्थ और पर्यायवाची रज्जुपथ: रज्जुपथ संस्कृत [संज्ञा पुल्लिंग] ऊँची-नीची पहाड़ी जगहों, बड़े-बड़े कल कारखानों आदि में एक स्थान से दूसरे स्थान तक सामान पहुँचाने के लिए बड़े-बड़े खंभों में रस्से बांधकर बनाया गया मार्ग ; रस्से का मार्ग ; (रोप वे)।

राजस्थान में रोपवे कितने हैं?

इसे सुनेंरोकेंहनुमान – सामोद वीर हनुमान मंदिर चौमू(जयपुर) – 400 मी. सावित्री – सावित्री माता पुष्कर – लंबाई 700 मी. मंशा – मंशापूर्ण करणीमाता उदयपुर – लंबाई 387 मी. सुध – सुंधामाता जालोर -लंबाई 800 मी.

रोपवे कितने प्रकार के होते हैं?

इसे सुनेंरोकेंरज्जुमार्ग दो प्रकार के होते हैं : एकल रज्जु (मोनो केबुल) तथा द्विरज्जु (बाइकेबुल)।

रोपवे परिवहन क्या है?

इसे सुनेंरोकेंसार्वजनिक परिवहन के लिए रोपवे का उपयोग करने वाला बोलीविया और मैक्सिको सिटी के बाद भारत दुनिया का तीसरा देश होगा और वाराणसी पहला शहर होगा। इस पायलट प्रोजेक्ट को जापान में क्योटो की तर्ज पर अत्याधुनिक तरीके से विकसित किया जा रहा है। रोपवे से महज 15 मिनट में 4.2 किमी. का सफर तय किया जा सकेगा।

राजस्थान का दूसरा रोप वे कहाँ है?

इसे सुनेंरोकेंअजमेर जिले के तीर्थ स्थल पुष्कर मेंयह राज्य का दूसरा बड़ा रोप वे संचालित है.

राजस्थान का तीसरा रोपवे कब बना?

इसे सुनेंरोकेंकलेक्टर ने इस संबंध में 2 मई को परिक्रमा मार्ग के विकास कार्यों की स्वीकृति जारी कर दी। इसका शिलान्यास सीएम ने मंगलवार को कर दिया।

रज्जू मार्ग क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंरज्जु-मार्ग संज्ञा अर्थ : वह सवारी या वाहन जो लोगों या माल आदि को तारों या केबलों द्वारा एक जगह से दूसरी जगह ले जाता हैं और ये तार दो ऊँचे खंभों या मीनारों आदि के बीच बँधे होते हैं। उदाहरण : हमलोग रज्जुमार्ग से पर्वत पर बने मंदिर को देखने गए।

राजस्थान का प्रथम रोपवे कौन सा है?

इसे सुनेंरोकेंभीनमाल – यहाँ सुंधा पर्वत पर चामुंडा देवी का मंदिर। जहाँ राजस्थान का प्रथम रूप वे २० दिसंबर २००६ को प्रारम्भ किया गया.

राजस्थान का तीसरा रोपवे कौन सा है?

इसे सुनेंरोकें1. सुंधामाता जालोर -लंबाई 800 मी. 2.

सावित्री माता रोपवे कब बना?

इसे सुनेंरोकेंमुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने मंगलवार को पुष्कर में सावित्री माता मंदिर की पहाड़ी पर 12 करोड़ रुपए की लागत से बने रोप-वे का शुभारंभ किया। उन्होंने रोप-वे की ट्रॉली में सफर कर सावित्री माता के दर्शन किए। रोप-वे से तीर्थराज पुष्कर की प्राकृतिक छटा देख मुख्यमंत्री अभिभूत हो गईं।

बिहार में रज्जू मार्ग कहाँ है?

इसे सुनेंरोकेंAnswer. ➲ बिहार में रज्जू मार्ग राजगीर जिले के गृद्धकूट पर्वत पर है, जिसका निर्माण 1972 में किया गया था। ✎… ‘रज्जू मार्ग’ से तात्पर्य है, उस वैकल्पिक मार्ग से होता है, जो पर्वतीय क्षेत्रों में गैर-समतल भूमि पर बनाया जाता है।