माली की कैपिटल क्या है?

माली की कैपिटल क्या है?

बामकोमाली / राजधानीमाली की राजधानी बमाको है। विकिपीडिया

माली देश की मुद्रा क्या है?

वेस्ट अफ्रीकन सीएफए फ्रांकमाली / मुद्रावेस्ट अफ्रीकन सीएफए फ्रांक बुर्किना फासो के अलावा अन्य पश्चिमी अफ्रीकी देश, बेनिन, कोट द’ आईवोर, गिनी-बिसाऊ, माली, नाइजर, सेनेगल और टोगो में प्रचलन में है। सीएफए एक फ्रांसीसी शब्द है, जिसका अर्थ अफ्रीका का वित्तीय समुदाय है। विकिपीडिया

माली का क्षेत्रफल कितना है?

1,241,000 km²माली / क्षेत्रफल

माली कौन सा देश है?

इसे सुनेंरोकेंमाली पश्चिमी अफ़्रीकी देश है. ये अफ्रीका महाद्वीप का सातवां बड़ा देश भी है. इसके पड़ोस में अल्जीरिया, नाइजर, बुर्किना फ़ासो, कोड द आइवोर, गिनी, सेनेगल और मारितुआना जैसे देश हैं. 12,40,000 वर्ग किलोमीटर से कुछ बड़े इस देश की जनसंख्या करीबन 1.3 करोड़ है.

माली समाज की कुलदेवी कौन है?

इसे सुनेंरोकेंक्षत्रिय माली समाज के राठौड़ गौत्र गुजरात और राजस्थान में ज्यादातर गौत्र है ।। राठौड़ गौत्र की कुलदेवी नागणेश्वरी माता है और राजपूतो में भी वो ही है ।।

माली कितने प्रकार के होते हैं?

इसे सुनेंरोकेंमाली समाज में कुल 12 उपजातियां हैं-फूल माली, हल्दी माली, काछी माली, जीरे माली, मेवाड़ा माली, कजोरिया माली, वन माली, रामी माली, सैनी माली, ढीमर माली और भादरिया माली.

माली समाज की उत्पत्ति कैसे हुई?

इसे सुनेंरोकेंमाली ” शब्द की उत्पत्ति संस्कृत के शब्द माला से हुई है , एक पौराणिक कथा के अनुसार माली कि उत्पत्ति भगवान शिव के कान में जमा धुल (कान के मेल ) से हुई थी ,वहीँ एक अन्य कथा के अनुसार एक दिन जब पार्वती जी अपने उद्यान में फूल तोड़ रही थी कि उनके हाथ में एक कांटा चुभने से खून निकल आया , उसी खून से माली कि उत्पत्ति हुई और …

माली समाज में कितने गोत्र होते हैं?

इसे सुनेंरोकेंमारवाड़ में करीब एक दर्जन और देशभर में करीब 596 गोत्र है। जो माली समाज के हैं, लेकिन देशभर में सभी जगह अलग-अलग वर्ग नाम से जाने जाते हैं।

कुलदेवता कैसे पता करे?

इसे सुनेंरोकेंमंगलवार को सुबह स्नान आदि से स्वच्छ पवित्र हो अपने देवी देवता की पूजा करें। इस अवधि में शुद्धता का विशेष ध्यान रखें ,यहां तक कि बिस्तर और सोने का स्थान तक शुद्ध और पवित्र रखें। ब्रह्मचर्य का पालन करें और मांस-मदिरा से पूर्ण परहेज रखें। इस प्रयोग की अवधि के अन्दर आपको स्वप्न में आपके कुलदेवता/देवी की जानकारी मिल जाएगी।

माली समाज के कितने गोत्र हैं?

इसे सुनेंरोकेंमारवाड़ में करीब एक दर्जन और देशभर में करीब 596 गोत्र है। जो माली समाज के हैं, लेकिन देशभर में सभी जगह अलग-अलग वर्ग नाम से जाने जाते हैं। नागाैर शहर सहित ताऊसर सहित कई गांवाें में माली समाज के लाेगाें की बड़ी संख्या है।

सैनी कौन से वंश में आते हैं?

इसे सुनेंरोकेंवह चंद्रवंशी क्षत्रिय थे. प्राचीन ऐतिहासिक अभिलेखों के अनुसार मथुरा महाराजा शूरसेन महाराजा की राजधानी थी. शूर सैन वासुदेव के पिता और भगवान कृष्ण के दादा थे. इस पौराणिक मान्यता के अनुसार, सैनी यह दावा करते हैं कि उनके पूर्वज यादव थे और यही वह वंश है जिसमें श्री कृष्ण का जन्म हुआ था.

माली समाज के गुरु कौन थे?

इसे सुनेंरोकेंआपके गुरू खिंयारामजी राजपूत थे।