सल्तनत काल में लोगों का मुख्य व्यवसाय क्या था?

सल्तनत काल में लोगों का मुख्य व्यवसाय क्या था?

इसे सुनेंरोकेंइस औद्योगिक विकास के बावजूद लोगों का मुख्य व्यवसाय कृषि था। अला-उद-दीन को दोआब में कुल उपज का 50% का एहसास हुआ और तब भी किसानों को यह जमीन तक आर्थिक लग सकती थी। यह इन किसानों की समृद्धि थी जिसने मोहम्मद तुगलक को भू-राजस्व बढ़ाने के बारे में सोचने के लिए प्रेरित किया।

मुगल काल में विदेशी व्यापार वाणिज्य नीति क्या थी?

इसे सुनेंरोकेंमुगल काल में ऋण की सुविधा भी व्यापारियों को उपलब्ध थी। ऋण प्रदान करने की एक नई व्यवस्था दादनी प्रचलित थी। दादनी प्रथा के अन्तर्गत शिल्पियों को इसमें अग्रिम पैसा दे दिया जाता था और शिल्पियों को निश्चित अवधि तक व्यापारियों को माल तैयार कर देना होता था। एक विशिष्ट प्रकार की निवेश प्रणाली थी जो आवोल कहलाती थी।

दिल्ली सल्तनत में सुल्तान का स्थान सर्वाधिक महत्वपूर्ण था क्यों?

इसे सुनेंरोकेंसल्तनत काल में सुल्तान का स्थान सर्वाधिक महत्वपूर्ण था। सारी राजनैतिक, कानूनी और सैनिक सत्ता उसी में निहित थी। वह राज्य की सुरक्षा और व्यवस्था के लिए जिम्मेदार था। इस तरह वह प्रशासन के लिए भी जिम्मेदार था।

दिल्ली सल्तनत काल में कौन से आर्थिक परिवर्तन आए?

इसे सुनेंरोकेंदिल्ली सल्तनत के दौरान आर्थिक संरचना दिल्ली सल्तनत के दौरान व्यापार में काफी वृद्धि हुई थी. इस समय मुद्रा प्रणाली लागू थी. मुद्रा के रूप में चांदी का टंका प्रचालन में था. सड़कें भी अच्छी स्थिति में थीं जोकि बंगाल के सोनारगाव को दिल्ली, लाहौर, से जोड़ती थीं.

सल्तनत काल में कौन सा सिक्का प्रयोग में लाया जाता था?

इसे सुनेंरोकेंजीतल अथवा ‘जित्तल’ सल्तनत काल में प्रचलित चाँदी का सिक्का था। इल्तुतमिश पहला तुर्क सुल्तान था, जिसने शुद्ध अरबी सिक्के चलवाये। उसने सल्तनत कालीन दो महत्त्वपूर्ण सिक्के चाँदी का ‘टका’ (लगभग 175 ग्रेन) तथा तांबे का ‘जीतल’ चलवाया। इल्तुतमिश ने सिक्कों पर टकसाल के नाम अंकित करवाने की परम्परा को आरम्भ किया।

सल्तनत कालीन भारत में कौन सी फसल का उत्पादन होता था?

इसे सुनेंरोकेंतिल, गन्ना और कपास भी उगाए गए। उन्होंने कई ग्राम उद्योगों का आधार बनाया, जैसे कि तेल का दबाव, गुड़ का बनाना, बुनाई, आदि।

मुगल काल में लोग कौन कौन सा व्यवसाय करते थे?

इसे सुनेंरोकेंमुगल काल में सूती वस्त्र, मलमल, गरम मसाले, हल्दी, नमक, शोरा, नील, अफीम, चीनी, मिश्री, गोंद, हीरे-मोती, औषधियाँ आदि का निर्यात तथा सोना, चाँदी, ताँबा, सीसा, इस्पात, कांच, दर्पण, शराब, घोड़े, मूंगा, पारा आदि का आयात किया जाता था।

मुग़ल काल के दौरान भारत को विदेशी व्यापार से निम्न में से कौन सी धातु भारी मात्रा में प्राप्त हुई?

इसे सुनेंरोकेंनिर्यात की वस्तुएं: सूती कपड़ा निर्यात की सबसे महत्वपूर्ण वस्तु थी। यूरोपीय व्यापारियों ने ढाका से ‘मलमल’ (मलमल), बनारस से रेशम और सूरत, अहमदाबाद और मदुरै से सूती वस्त्र निर्यात किया। विदेशी व्यापारियों द्वारा मालाबार से काली मिर्च की उत्सुकता से मांग की गई थी।

दिल्ली सुल्तान पर मंगोल आक्रमण का क्या प्रभाव पड़ा?

इसे सुनेंरोकेंदिल्ली सल्तनत पर मंगोल आक्रमणों के निम्नलिखित प्रभाव पड़े : 2) मंगोल आक्रमणों से राज्य की सुरक्षा के लिए दिल्ली की सल्तनत को एक विशाल सेना रखनी पड़ी। 3) विशाल सेना के कारण सैनिकों को वेतन के रूप में भारी धनराशि देनी पड़ती थी। इससे राजकोष पर बोझ बढ़ गया। 4) सुलतानों को अपनी सीमावर्ती चौकियों को मजबूत बनाना पड़ा।

* दिल्ली सुल्तानों के अधीन प्रशासन की भाषा क्या थी?* 1⃣ उर्दू 2⃣ फारसी 3⃣ हिंदी 4⃣ अंग्रेजी?

इसे सुनेंरोकेंदिल्ली के सुलतानों के शासनकाल में प्रशासन की भाषा फ़ारसी थी। इस अवधि के दौरान लेखकों द्वारा लिखे गए इतिहास को तवारीख कहा जाता है। तवारीख फ़ारसी में लिखे गए थे।