फास्फीन स्वभाव से क्षारीय है क्यों?

फास्फीन स्वभाव से क्षारीय है क्यों?

इसे सुनेंरोकेंफास्फीन (PH3) में P परमाणु पर एकांकी इलेक्ट्रॉन युग्म होने के कारण यह क्षारीय प्रवृत्ति को दर्शाता है।

फास्फीन का रासायनिक सूत्र क्या है?

PH₃फ़ॉस्फ़ीन / सूत्र

इसे सुनेंरोकेंपा के अनुसार हैं। फ़ॉस्फ़ीन (Phosphine ; IUPAC नाम : फॉस्फेन / phosphane) फास्फोरस का एक यौगिक है जिसका रासायनिक सूत्र PH3 है। यह रंगहीन, ज्वलनशील एवं विषैली गैस है। शुद्ध फॉस्फीन गंधहीन होती है किन्तु तकनीकी ग्रेड के नमूनों में सड़ी मछली जैसी या सिरके जैसी अत्यन्त खराब गन्ध होती है।

फास्फीन गैस कैसे बनती है?

इसे सुनेंरोकेंप्रयोगशाला में फास्फीन सफेद फास्फोरस P4 को कार्बन डाइऑक्साइड अथवा कोल गैस के अक्रिय वातावरण में गोल पेंदी की फ्लास्क में सांद्र सोडियम हाइड्रोक्साइड विलयन के साथ गर्म करके बनाई जाती है। शुद्ध फास्फीन अज्वलनशील होती है। लेकिन P2H4 या P4 की अशुद्धियों की उपस्थिति के कारण इसमें ज्वलनशीलता उत्पन्न हो जाती है।

फास्फीन गैस बनाने में अक्रिय गैस की उपस्थिति क्यों आवश्यक है?

इसे सुनेंरोकेंवायु की उपस्थिति में फॉसफीन के साथ अशुध्दि के रूप में बनी P2H4 व C2H5 प्रज्जवलित होकर ऊष्मा देती है । जो PH3 का भी दहन करा देती है ।

फास्फोरस से फास्फीन कैसे प्राप्त करेंगे?

इसे सुनेंरोकें(i) सफेद फॉस्फोरस से फॉस्फीन -सफेद फॉस्फोरस को कॉस्टिक सोडा के 30% विलयन के साथ अक्रिय गैस की उपस्थिति में गर्म करने पर फॉस्फीन बनती है।

फास्फीन का क्वथनांक अमोनिया से कम होता है क्यों?

इसे सुनेंरोकेंनाइट्रोजन परमाणु का आकार छोटा होता है व विघुत – ऋणात्मकता अधिक होती है , जिसके कारण यह हाइड्रोजन बंध बनाता है और अमोनिया के अणु आपस में H -बंध द्वारा जुड़े रहते है , जबकि फॉसफीन में ऐसा नहीं होता ।

सबसे विषैली गैस कौन सी होती है?

इसे सुनेंरोकेंसबसे ज्यादा घातक है कार्बन मोनोआक्साइड

अमोनिया का क्वथनांक क्या होता है क्या?

-33.34 °Cअमोनिया / क्वथनांक

अमोनिया का क्वथनांक ज्यादा क्यों होता है?

इसे सुनेंरोकेंअतः, NH3 में PH3 की तुलना में बहुत अधिक क्वथनांक होता है क्योंकि NH3 हाइड्रोजन आबंध​ बनाता है।

जहरीली गैसों के स्रोत कौन कौन से हैं?

कोयला ऊर्जा का एक प्राकृतिक अनवीकरणीय स्रोत है।

  • कोयला एक जीवाश्म ईंधन है।
  • कोयले की मुख्य संरचना में कार्बन और हाइड्रोजन शामिल हैं जो इसे हाइड्रोकार्बन बनाते हैं।
  • जब कोयले को O2 की सीमित आपूर्ति में जलाया जाता है, तो जहरीला और रंगहीन गैस कार्बन मोनोऑक्साइड (CO) का उत्पादन किया जाता है।