तुलसी के बीज से क्या फायदा?

तुलसी के बीज से क्या फायदा?

इसे सुनेंरोकेंतुलसी के बीज का इस्तेमाल कई बीमारियों को ठीक करने के लिए किया जाता है. तुलसी के बीजों में प्रोटीन, फाइबर और लौह अधिक मात्रा में होता है. तुलसी के बीज पाचन, वजन घटाने, खांसी और ठंड के इलाज में भी कारगर हैं. इसके अलावा रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का काम भी करते हैं.

एकादशी के दिन तुलसी की पूजा कैसे करें?

एकादशी पर ऐसे करें तुलसी पूजन की तैयारी, 20 काम की बातें

  1. 1 -तुलसी के पौधे के चारों तरफ स्तंभ बनाएं।
  2. 2 -फिर उस पर तोरण सजाएं।
  3. 3 -रंगोली से अष्टदल कमल बनाएं।
  4. 4 -शंख,चक्र और गाय के पैर बनाएं।
  5. 5 -तुलसी के साथ आंवले का गमला लगाएं।
  6. 6 -तुलसी का पंचोपचार सर्वांग पूजा करें।
  7. 7 -दशाक्षरी मंत्र से तुलसी का आवाहन करें।

तुलसी की मंजरी को कैसे तोड़े?

इसे सुनेंरोकेंमंजरी रहित होने पर तुलसी के पौधे का विकास होता है। – एकादशी, द्वादशी, अमावस्या और शाम के समय तुलसी के पत्तों को नहीं तोड़ने चाहिए। – हफ्ते में एक दिन तुलसी की जड़ों की मिट्टी को चाकू से हल्की कर देना लाभदायक होता है।

तुलसी की मंजरी कब तोडना चाहिए?

इसे सुनेंरोकें– माना जाता है कि रविवार, सूर्य ग्रहण, एकादशी, संक्रान्ति, द्वादशी, चंद्रग्रहण और संध्या काल में तुलसी नहीं तोड़नी चाहिए. मान्यता के अनुसार, एकादशी पर मां व्रत करती हैं इसलिए इस दिन पत्ते तोड़ने से घर में गरीबी आती है. – रविवार के दिन भी तुलसी के पत्ते नहीं तोड़ने चाहिए.

तुलसी के बीज को कैसे खाया जाता है?

इसे सुनेंरोकेंकैसे करें तुलसी के बीज का सेवन रात को सोने से पहले एक गिलास पानी में 1-2 चम्मच तुलसी के बीज भिगोएं। भिगोने के बाद ये बीज एक जेल जैसी कंसिस्टेंसी में आ जाएंगे। इनके स्वास्थ्य लाभ पाने के लिए इस पानी को पिएं और बीजों को चबाएं। आप इन्हें दूध में मिलाकर भी खा सकते हैं।

क्या एकादशी को तुलसी की पूजा करनी चाहिए?

इसे सुनेंरोकेंएकादशी पर इसलिए वर्जित माना जाता है तुलसी पर जल चढ़ाना इसी वजह से देवउठानी एकादशी के दिन माता तुलसी और भगवान शालिग्राम के विवाह का आयोजन काफी धूमधाम के साथ करवाया जाता है. माता तुलसी प्रत्येक एकादशी तिथि के दिन भगवान विष्णु के लिए निर्जल व्रत करती हैं.

क्या एकादशी पर तुलसी में जल देना चाहिए?

इसे सुनेंरोकेंतुलसी जी को जल अर्पित करने के नियम – तुलसी के पौधे को कभी भी रविवार (Sunday) और एकादशी (Ekadashi) के दिन जल नहीं चढ़ाना चाहिए. मान्‍यता है कि इन दोनों दिन में तुलसी जी भगवान विष्‍णु के लिए व्रत रखती हैं. ऐसे में जल चढ़ाने से उनका व्रत टूट जाएगा और तुलसी का पौधा मुरझा जाएगा.