अस्थमा के लिए कौन सा आसन फायदेमंद है?
अस्थमा को जड़ से मिटा देंगे ये आसान से 4 आसन
- अनुलोम-विलोम इसमें सांस लेने की विधि को दोहराया जाता है। इसमें आपको पद्मासन में बैठना होता है।
- उत्तानासन इसमें आपको झुक कर खड़ा होना होता है। लेकिन ध्यान रहे कि आपकी कमर एकदम सीधी हो।
- शवासन ये सबसे आसान आसनों में से एक माना जाता है।
- अर्धमत्स्येन्द्रासन
दमा कैसे ठीक हो सकता है?
दमा, फेफड़ों से उत्तपन श्वसन अव्यवस्था की वजह से होता है ।…दमा की रोकथाम:
- उन रसायनों और उत्पादों से दुरी बनाए रखें जो पहले सांस लेने की समस्या का कारण रहे हैं।
- धूल या मोल्ड जैसे एलर्जी से दूर रहें।
- एलर्जीरोधी दवा लें जो दमा के कारणों के खिलाफ शरीर की रक्षा करते हैं।
- चिकित्सक के सलाह से ही निवारक दवा लें।
दमे की बीमारी कैसे होती है?
इसे सुनेंरोकेंयह फेफड़ों में वायुमार्ग से जुड़ी एक बीमारी है। दमा होने पर श्वास नलियों में सूजन होकर श्वसन मार्ग सिकुड़ जाता है। इन वायुमार्गों यानी ब्रॉनकायल टयूब्सके माध्यम से हवा फेफड़ों के अन्दर और बाहर जाती है और अस्थमा में यह वायुमार्ग सूजे हुए रहते हैं।
अस्थमा के मरीज को क्या नहीं खाना चाहिए?
इसे सुनेंरोकेंदमा के मरीजों को अंडे, गेहूं और सोया से बने पदार्थ नहीं खाने चाहिए। इसके अलावा कई अस्थमा के रोगियों के लिए पपीता, केला, चीनी, चावल और दही भी नुकसानदायक होता है। साथ ही दमा के मरीजों को तले हुए खाद्य पदार्थ भी नहीं खाने चाहिए।
दमा के मरीज को क्या नहीं खाना चाहिए?
इसे सुनेंरोकेंभुजंगासन (कोबरा पोज) योग विशेषज्ञों के मुताबिक अस्थमा की समस्या के शिकार लोगों के लिए भुजंगासन बेहद फायदेमंद योग हो सकता है। इसका नियमित अभ्यास करके अस्थमा की जटिलताओं का कम करने में सहायता मिल सकती है। इस योगासन को करने के लिए पेट के बल लेटकर हथेली को कंधों के नीचे रखें।
दमा के लिए कौन सा योग करना चाहिए?
अस्थमा को जड़ से मिटा देंगे ये आसान से 4 आसन
- अनुलोम-विलोम इसमें सांस लेने की विधि को दोहराया जाता है।
- उत्तानासन इसमें आपको झुक कर खड़ा होना होता है।
- शवासन ये सबसे आसान आसनों में से एक माना जाता है।
- अर्धमत्स्येन्द्रासन सबसे पहले बाएं पैर को मोड़कर बायीं एड़ी को दाहिनें हिप के नीचे रखें।
दम फूलने पर क्या करें?
इसे सुनेंरोकेंसांस फूलता है तो डाइट में ऑयली, कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन की चीजों का सेवन कम करें। ताज़े फ़ल, सब्जियां और अंकुरित अनाज का इस्तेमाल करें। तुलसी सांस के रोग में भी फायदेमंद है तुलसी के पत्तों का रस शहद में डालकर पीने से आराम मिलता है। अदरक चबाने या गर्म पानी में डालकर पीने से श्वांस नलिका में संक्रमण खत्म हो जाता है।
अस्थमा में क्या परहेज करना चाहिए?
इसे सुनेंरोकेंअस्थमा के मरीजों को अधिक मीठा, ठंडा पानी और दही के सेवन से बचना चाहिए, क्योंकि ये उनकी परेशानियां और बढ़ा सकते हैं। इसके अलावा अस्थमा के मरीजों को तले हुए खाद्य पदार्थ भी नहीं खाने चाहिए और कार्बोहाइड्रेट, वसा वाली चीजों का सेवन कम से कम करना चाहिए।
सांस फूलने पर कौन सा प्राणायाम करें?
योग दिलाएगा सांस की तकलीफ से छुटकारा
- अनुलोम-विलोम इस आसन को करने के लिए एक शांत स्थान पर सामान्य अवस्था में बैठ जाएं।
- सर्वांगासन पीठ के बल लेटकर किए जाने वाले इस आसन से सांसों की बीमारी दूर होती है।
- पर्वतासन यह आसन भी सांसों की बीमांरियों को दूर करता है।
- चक्रासन
- भुजंगासन
क्या अस्थमा में दूध पीना चाहिए?
इसे सुनेंरोकेंरात में अस्थमा के रोगियों को दूध नहीं पीना चाहिए. अगर वे शरीर में कैल्शियम की पूर्ति के लिए दूध पीना चाहते हैं, तो दूध में काली मिर्च और हल्दी डालकर पिएं. इसके अलावा दूध में जायफल डालकर पीना भी आपके लिए फायदेमंद हो सकता है. सुबह खाली पेट लहसुन खाना अस्थमा रोगियों के लिए फायदेमंद हो सकता है.
अस्थमा का परमानेंट इलाज क्या है?
इसे सुनेंरोकेंमेथी अस्थमा का सफल इलाज कर सकती हैं। मेथी के कुछ दानों को एक गिलास पानी के साथ तब तक उबालें जब तक पानी एक तिहाई न हो जाए। इस पानी में शहद और अदरक का रस मिलाकर रोज सुबह-शाम सेवन करें। यह अस्थमा का सफल उपचार का तरीका है।
सांस के मरीज को क्या नहीं खाना चाहिए?
मूंगफली- सांस के मरीज को ज्यादा मूंगफली का सेवन नहीं करना चाहिए.
श्वास की देसी दवा क्या है?
अस्थमा और सांस की समस्याओं से निपटने के लिए इन हर्बल नुस्खों का करें इस्तेमाल
- पारंपरिक नुस्ख़ें
- लहसुन कई गुणों का खज़ाना
- अजवायन व लौंग फायदेमंद
- कफ को दूर करे अडूसा की पत्तियां
- कई रोगों की दवा बड़ी इलायची
- सांस फूलना दूर करें पान व पालक का जूस
- खांसी दूर करे गेंदा का फूल व उसके बीज
- अंगूर का रस गुणकारी
एलर्जी के लिए कौन सा योग करना चाहिए?
आज का योगासन: क्या आप भी अक्सर एलर्जी की समस्या से रहते हैं परेशान, इन योग का अभ्यास करके पा सकते हैं शीघ्र लाभ
- वृक्षासन योग का अभ्यास ट्री पोज या वृक्षासन योग के कई फायदे हैं।
- हलासन योग छाती को मजबूत करने और इसे खोलने में हलासन योग का अभ्यास करना आपके लिए बहुत ही लाभदायक माना जाता है।
- मत्स्यासन योग
सांस फूलने पर कौन सी एक्सरसाइज करनी चाहिए?
शलभासन
- जमीन पर पेट के बल लेट जाएं। अपने दोनों पैरों को सीधा रखें।
- हाथों को कमर के पास सीधा रखें। हथेली ऊपर की तरफ हो।
- गहरी सांस लें।
- ध्यान रहे, हिप्स और घुटनों को नहीं मोड़ना है।
- इस प्रक्रिया को अपने उल्टे पैर के साथ दोहराएं।
- इस दौरान हिप्स को सीधा रखें।
- पैरों को नीचे ले आएं और आराम की अवस्था में आ जाएं।
एलर्जी को खत्म करने के लिए क्या करना चाहिए?
- सेब का सिरका सेब का सिरका यानी एप्पल साइडर विनेगर) एल्कलाइन प्राकृति का होता है।
- एलोवेरा एलो वेरा जेल को अपने हीलिंग गुणों के लिए जाना जाता है इसलिए, स्किन एलर्जी के इलाज में भी इसका उपयोग किया जाता है।
- नारियल तेल नारियल तेल मॉइश्चराइज़िंग गुणों से भरपूर होता है।
- तुलसी
- नीम