राजस्व विभाग के अंतर्गत क्या क्या आता है?
1. राजस्व विभाग निम्नलिखित अधिनियमों को प्रशासित करता हैः-
- आयकर अधिनियम, 1961;
- धनकर अधिनियम, 1958;
- व्यय कर अधिनियम, 1987;
- बेनामी कारोबार (प्रतिषेध) अधिनियम, 1988;
- अधिलाभ कर अधिनियम, 1963;
- कम्पनी (लाभ) अतिकर अधिनियम, 1964;
- अनिवार्य जमा (आयकर दाता) योजना अधिनियम, 1974;
राजस्व कर्मचारी कौन कहलाता है?
इसे सुनेंरोकेंउपायुक्त जिले में राजस्व प्रशासन का उच्चतम अधिकारी है। राजस्व मामलों में, वह विभागीय आयुक्त और वित्तीय आयुक्त, राजस्व के माध्यम से सरकार के लिए जिम्मेदार है। वह भूमि राजस्व, अन्य प्रकार के सरकारी करों, फीस और भूमि राजस्व के बकाया के रूप में वसूल करने योग्य सभी बकाया राशि के संग्रह के लिए ज़िम्मेदार है।
उत्तर प्रदेश में कुल कितने राजस्व न्यायालय हैं?
इसे सुनेंरोकेंप्रदेश के कुल 2708 राजस्व न्यायालयों जिनमें नायब तहसीलदार न्यायालय से लेकर राजस्व परिषद तक के न्यायालय सम्मिलित हैं, में विचाराधीन और निस्तारित होने वाले मुकदमों से सम्बंधित,जैसे नियत तारीखों की सूचना न्यायालय में की गयी कार्यवाहियों तथा न्यायालय द्वारा पारित आदेश अब ‘ऑन लाइन’ देखे जा सकेंगे ।
पक्की पैमाइश कैसे की जाती है?
इसे सुनेंरोकेंकिसानोंको अपनी खेत की पैमाइश करवाने के लिए ई-मित्र केन्द्र के माध्यम आवेदन करना होगा। जिसमें किसान का नाम, पिता का नाम, खसरा नंबर, रकबा, खेत की जमाबंदी, मोबाइल नंबर, रहवास करने वाले का मूल निवास, जातिप्रमाण पत्र, सहित कई अन्य दस्तावेज के साथ ई-मित्र केन्द्र पर ऑन लाइन आवेदन करना होगा।
राजस्व परिषद का सबसे बड़ा अधिकारी कौन होता है?
इसे सुनेंरोकेंउपायुक्त जिले में राजस्व प्रशासन का उच्चतम अधिकारी है। राजस्व मामलों में, वह विभागीय आयुक्त और वित्तीय आयुक्त, राजस्व के माध्यम से सरकार के लिए जिम्मेदार है।
उत्तर प्रदेश राजस्व परिषद की स्थापना कब हुई?
इसे सुनेंरोकेंउत्तर प्रदेश में राजस्व परिषद की स्थापना कब की गई थी? उत्तर. 1831 ई.
राजस्व विभाग का मतलब क्या होता है?
इसे सुनेंरोकेंराजस्व विभाग, प्रत्यक्ष करों और अप्रत्यक्ष करों से संबंधित अनुदान के लिए व्यय बजट तैयार करना।. केंद्रीय उत्पाद एवं सीमा शुल्क बोर्ड:। अप्रत्यक्ष करों के उदग्रहण एवं संग्रहण से संबंधित सभी मामले । केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड:।
राजस्व विभाग का प्रमुख कौन होता है?
धारणाधिकार योजना क्या है?
इसे सुनेंरोकेंधारणाधिकार योजना : नगरीय क्षेत्रों के लिए शुरू हुई प्रक्रिया प्रदेश शासन की ओर से धारणाधिकार योजना के तहत नगरीय क्षेत्रों में शासकीय भूमि पर बसे लोगों को 30 साल के लिए स्थायी पट्टा दिया जाएगा। योजना के तहत जिले में अब तक 3 हजार ऑनलाइन आवेदन आए हैं। प्रशासन ने सभी तहसीलदारों को प्रकरण बनाने के लिए लक्ष्य भी दिए हैं।
राजस्व गांव क्या होता है?
इसे सुनेंरोकें’महापंजीयक और जनगणना आयुक्त’ के अनुसार, एक राजस्व गाँव भारत में एक छोटा प्रशासनिक क्षेत्र होता है जिसकी सुस्पष्ट परिभाषित सीमा होती है। एक राजस्व गाँव में कई गाँव शामिल हो सकते हैं। प्रत्येक राजस्व गाँव का नेतृत्व गाँव प्रशासनिक अधिकारी द्वारा किया जाता होता है।
राजस्व विभाग का सबसे बड़ा अधिकारी कौन होता है?
इसे सुनेंरोकेंजिला कलेक्टर के रूप में जिला में उपायुक्त राजस्व प्रशासन का सर्वोच्च अधिकारी है। राजस्व मामलों में, वह डिवीजनल कमिश्नर और वित्तीय आयुक्त, राजस्व के माध्यम से सरकार के लिए जिम्मेदार है।
राजस्व विभाग का सबसे बड़ा अधिकारी कौन है?
तहसील का मुखिया कौन होता है?
इसे सुनेंरोकेंतहसील भारत की एक प्रशासनिक ईकाई है। एक राज्य कई जिलों से मिलकर बना होता है। एक जिले के अन्दर कई तालुक या तहसील या प्रखण्ड होते हैं। तहसील का प्रभारी अधिकारी तहसीलदार होता है।
भूमि बंदोबस्त क्या होता है?
इसे सुनेंरोकेंयह भूखंड चाहे किसी किसान के अधिकार में या महल अथवा ‘राजस्व ग्राम’ या पिफर किसी जमींदार के अधिकार में रहा हो। यह अधिकार चाहे स्वामित्वाधिकार रहा हो या पफर कर्षण अधिकार ही हो। इसी अधिकार के आधार पर राजस्वनिर्धारण को भू राजस्व व्यवस्था का बंदोबस्त कहा गया है।
शासकीय पट्टेदार क्या है?
इसे सुनेंरोकेंएक कानूनी शब्द, ‘पट्टेदार’ का उपयोग उस व्यक्ति को परिभाषित करने के लिए किया जाता है जो पट्टे पर किसी भवन या भूमि के क्षेत्र का उपयोग करता है। वह एक किरायेदार से इस अर्थ में अलग है कि एक किरायेदार संपत्ति के मालिक को एक कमरे, भवन या भूमि के उपयोग के लिए किराए का भुगतान करता है।
राजस्व ग्राम कैसे बनता है?
इसे सुनेंरोकेंमप्र भू राजस्व संहिता में राजस्व ग्राम बनाने के लिए मजरा टोला मूल आबादी से 2 किमी की दूर और करीब 200 एकड़ का क्षेत्रफल होना आवश्यक है। जिला पंचायत ने नीमच, मनासा और जावद क्षेत्र की ग्राम पंचायतों को आदेश जारी कर सरपंच और सचिव से जानकारी मांगी गई।
उत्तर प्रदेश में कितने राजस्व ग्राम हैं?
तहसील और राजस्व गांव
तहसील | राजस्व गाँव |
---|---|
आजमगढ़ | 674 |
बुढ़नपुर | 486 |
निज़ामाबाद | 544 |
मेहनगर | 315 |