उत्तराखंड भूस्खलन कब हुआ था?

उत्तराखंड भूस्खलन कब हुआ था?

इसे सुनेंरोकेंइतिहास के पन्ने टटोले जांय तो वहां पहला ज्ञात भूस्खलन 1866 में अल्मा पहाड़ी पर हुआ था, और 1879 में उसी स्थान पर एक बड़ा भूस्खलन हुआ था। नैनीताल में सबसे बड़ा भूस्खलन 18सितंबर 1880 को हुआ था, जिसमें 151 लोग मलबे के नीचे दब कर मर गये थे, जिनमें लगभग सभी यूरोपियन ही थे।

प्राकृतिक आपदाओं के लिए वनों का विदोहन उत्तरदाई है क्या यह सच है?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर- हाँ, प्राकृतिक आपदाओं के लिए वनों का विदोहन उत्तरदायी है। वनों के विदोहन से वर्षा प्रभावित होती है व सूखे की स्थिति निर्मित होती है। इसी प्रकार वनों के विनाश के कारण वर्षा का जल प्रवाह तेज हो जाता है, जिससे बाढ़ आती है। अतः बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदा भी वन विदोहन का परिणाम होती है।

आपदा और विपदा में क्या अंतर है?

इसे सुनेंरोकेंआपदा और विपदा में क्या अंतर है? आपदा (Disaster) बाहर से आती है जैसे कि बाढ़,तूफान, चक्रवात, सुनामी, आंधी भूस्खलन, बर्फबारी आदि। विपदा या मुसीबत (Trouble) अंदर से आती है, जैसे पैसे खत्म हो जाना, बीमार पड़ जाना, नौकरी छूटना, फसल खराब हो जाना। परन्तु आपदा प्राकृतिक रूप से आती हैं जैस- भूकंप,बाढ़,भू-स्खलन,ज्वालामुखी आदि।

उत्तराखंड में कौन सा बांध टूटा?

इसे सुनेंरोकेंयहां के चमोली जिले के जोशीमठ में ग्लेशियर टूट गया है. ग्लेशियर टूटने से नदियों में अचानक पानी बढ़ गया. पानी तमाम रुकावटों को तहस-नहस करता हुआ आगे बढ़ रहा है. पानी के प्रवाह से ऋषि गंगा तपोवन हाइड्रो प्रोजेक्ट का बांध टूट गया है.

राष्ट्रीय आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण का गठन कब हुआ?

राष्ट्रीय आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण
गठन 2005
अधिकारक्षेत्रा भारत सरकार
मुख्यालय NDMA भवन, सफ़दरजंग एन्क्लेव, नई दिल्ली
वार्षिक बजट ₹3.56 अरब (US$51.98 मिलियन) (Planned, 2013-14)

आपदा प्रबंधन प्राधिकरण का गठन कब हुआ?

राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण
गठन 27 सितम्बर, 2006
मुख्यालय एनडीएमए भवन, सफ़दरजंग एन्क्लेव, नई दिल्ली
अध्यक्ष प्रधानमंत्री
शीर्ष विभाग गृह मंत्रालय