वेग में परिवर्तन की दर को क्या कहते हैं?

वेग में परिवर्तन की दर को क्या कहते हैं?

इसे सुनेंरोकेंत्वरण (acceleration): किसी वस्तु के वेग में परिवर्तन की दर को त्वरण कहते हैं. इसका S.I. मात्रक मी/से^ 2 है.

त्वरण क्या है इसका SI मात्रक लिखिए?

इसे सुनेंरोकेंकिसी वस्तु के वेग मे परिवर्तन की दर को त्वरण (Acceleration) कहते हैं। इसका मात्रक मीटर प्रति सेकेण्ड2 होता है तथा यह एक सदिश राशि हैं। = (३० m/s – १० m/s) / १० सेकेण्ड = २ मीटर प्रति सेकेण्ड2 होगा।

केन्द्राभिमुख त्वरण क्या है?

इसे सुनेंरोकेंवृत्तीय पथ पर गति करते हुए पिण्ड पर केन्द्र की ओर एक त्वरण लगता है, जिसे अभिकेन्द्र त्वरण कहते हैं। न्यूटन के अनुसार त्वरण सदैव किसी बल के कारण उत्पन्न होता है तथा बल की दिशा वही होती है जो त्वरण की होती है।

अभी केंद्रीय बल क्या है?

इसे सुनेंरोकेंजब कोई वस्तु किसी वृत्ताकार मार्ग पर चलती है, तो उस पर कोई एक वृत्त के केंद्र पर बल कार्य करता है, इस बल को अभिकेंद्रीय बल कहते हैं। इस बल के अभाव में वस्तु वृत्ताकार मार्ग पर नहीं चल सकती है। अभिकेन्द्र बल के कारण पिण्ड वक्र-पथ पर गति करती है (न कि रैखिक पथ पर)।

कार्य करने की दर को क्या कहते हैं?

इसे सुनेंरोकेंकार्य करने की दर को शक्ति कहते हैं। कार्य करने या कराने से वस्तुओं की ऊर्जा में परिवर्तन होता है।

SI का मात्रक क्या है?

इसे सुनेंरोकेंअन्तर्राष्ट्रीय मात्रक प्रणाली (संक्षेप में SI ; फ्रेंच Le Système International d’unités का संक्षिप्त रूप), मीटरी पद्धति का आधुनिक रूप है। SI को 1960 में पुरानी मीटर-किलोग्राम-सैकण्ड यानी (MKS) प्रणाली से विकसित किया गया था, बजाय सेंटीमीटर-ग्राम-सैकण्ड प्रणाली की, जिसमें कई कठिनाइयाँ थीं।

त्वरण का सूत्र एवं एस आई मात्रक क्या है?

इसे सुनेंरोकेंतोरण का S.I. पद्धति में मात्रक मीटर/सेकंड2 तथा C.G.S. पद्धति में मात्रक सेमी/सेकंड2 होता है एवं त्वरण का विमीय सूत्र [M0LT-2] होता है।

एक समान वृत्तीय गति से क्या तात्पर्य?

इसे सुनेंरोकेंकिसी वस्तु का वृत्ताकार पथ में स्थिर चाल से गति करना, एकसमान वृत्तीय गति के रूप में जाना जाता है। एक वृत्ताकार पथ के चारों ओर घूमने वाली बाइक एक वृत्ताकार गति में है। एकसमान चाल से वृत्ताकार पथ में गतिमान बाइक को एकसमान वृत्तीय गति कहते हैं।

एक समान वृत्तीय गति क्या है?

इसे सुनेंरोकेंएकसमान वृत्तीय गति – (Uniform Circular Motion): “जब कोई वस्तु एक निश्चित बिन्दु को केन्द्र मानकर उसके चारो ओर वृत्तीय पथ पर समान चाल(constant speed) से गति करती है तो उसकी गति एकसमान वृत्तीय गति कहलाती है।”