प्रयोगशाला में होने वाली दुर्घटनाओं से कैसे बचा जा सकता है?

प्रयोगशाला में होने वाली दुर्घटनाओं से कैसे बचा जा सकता है?

इसे सुनेंरोकेंप्रयोगशाला में प्रयोगात्मक कार्य आरम्भ करने से पूर्व प्रत्येक विद्यार्थी को कुछ नियमों तथा विद्यालयों की जानकारी होना आवश्यक है। विद्यार्थी को प्रयोगशाला में उपलब्ध सामान्य सुविधाओं तथा उपकरणों के विषय में आवश्यक जानकारी और नियम तथा हिदायतों का पालन करना आवश्यक है

विद्यालय स्तरीय प्रयोगशाला हेतु कितने माप का स्थान निर्धारित किया गया है?

इसे सुनेंरोकें3- 9×6 मीटर या 54 वर्ग मीटर माप की प्रयोगशाला प्रत्येक प्रयोगात्मक विषय हेतु

विज्ञान में अभ्यास कार्य का महत्व क्या है?

इसे सुनेंरोकेंकुछ प्रायोगिक गतिविधियां विद्यार्थियों को मानक प्रक्रियाओं का अभ्यास करने के अवसर देती हैं, जिनमें वैज्ञानिक अवधारणाओं तथा विज्ञान की प्रकृति को समझने के लिए अधिक गहन चिन्तन अपेक्षित नहीं होता है। विज्ञान के बारे में और वैज्ञानिक किस प्रकार से कार्य करते हैं? आदि बातों को सीखने में उससे सहायता मिलती है।

कला प्रयोगशाला क्या है?

इसे सुनेंरोकेंकला प्रयोगशाला है कलाकृतियों का प्रवेश द्वार होती है; जो विद्यार्थियों को कलाकारों और उनकी कला के ज्ञान को प्राप्त करने का रास्ता दिखाती है। प्रयोगशालाओं में विद्यार्थियों का प्रयोग खेल और सृजन का अवसर मिलता है।

भूगोल प्रयोगशाला क्या है?

इसे सुनेंरोकेंएमडीपीजी कॉलेज के भूगोल विभाग के अध्यक्ष डॉ. विनोद शुक्ल ने बताया कि जिन महाविद्यालयों में भूगोल विषय की पढ़ाई होती है वहां प्रयोगशाला होना अनिवार्य होता है। जिसमें ट्रेसिंग टेबल, फोटो स्टेट मशीन, मौसम संबंधी उपकरण व सर्वेक्षण के उपकरण होने चाहिए। साथ ही लैब में मैप, ग्लोब भी होना चाहिए

अकार्बनिक लवण क्या है?

इसे सुनेंरोकेंअकार्बनिक रसायन ‘रसायन विज्ञान’ की तीन शाखाओं में से एक शाखा है। कार्बन को छोड़कर शेष सभी तत्त्वों और अनेक यौगिकों की ‘मीमांसा’ करना ‘अकार्बनिक रसायन’ का क्षेत्र है। बोरोन, सिलिकॉन, जर्मेनियम आदि तत्त्व भी लगभग उसी प्रकार के विविध यौगिक बनाते हैं, जैसे कार्बन।

विज्ञान की प्रमुख विशेषताएं क्या है?

इसे सुनेंरोकेंविज्ञान वह व्यवस्थित ज्ञान या विद्या है जो विचार, अवलोकन, अध्ययन और प्रयोग से मिलती है, जो किसी अध्ययन के विषय की प्रकृति या सिद्धान्तों को जानने के लिये किये जाते हैं। या प्रकृति में उपस्थित वस्तुओं के क्रमबध्द अध्ययन से ज्ञान प्राप्त करने को ही विज्ञान कहते हैं।

हमारे दैनिक जीवन की समस्याओं को हल करने में विज्ञान की क्या भूमिका रही है?

इसे सुनेंरोकेंविज्ञान ने मनुष्यों को तमाम रोग-व्याधियों से मुक्ति दी है और असंख्य दैनिक सुविधाओं से लैश भी किया है। विज्ञान को मनुष्य का वफादार नौकर की संज्ञा दिया जा सकता है (Science can be described as a faithful servant of man) जो जीवन भर हमारे आदेशों का पालन करता रहता है