राष्ट्रीय पथ कार्य की रूपरेखा एनसीएफ के लिए निमंलिखित में से कौन सा कथा सही नहीं है?

राष्ट्रीय पथ कार्य की रूपरेखा एनसीएफ के लिए निमंलिखित में से कौन सा कथा सही नहीं है?

इसे सुनेंरोकेंराष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा (NCF) 2005 सामाजिक विज्ञान के लिए एक विस्तृत योजना की रूपरेखा तैयार करती है। अब तक के सामाजिक विज्ञान पाठ्यक्रम ने विकासात्मक मुद्दों पर जोर दिया है। “ये महत्वपूर्ण हैं लेकिन मानक आयाम को समझने के लिए पर्याप्त नहीं हैं, जैसे समाज और राजनीति में समानता, न्याय और प्रतिष्ठा के मुद्दे।

हिंदू उत्तराधिकार संशोधन अधिनियम 2005 महिलाओं के लिए क्या प्रदान करता है?

इसे सुनेंरोकेंहालांकि वर्ष 2005 में संसद ने हिंदू उत्तराधिकार अधिनियम 1956 की धारा 6 में संशोधन किया और पुत्रियों को एक बेटे के साथ एक सहदायक (कोपार्सनर) के रूप में मान्यता दी और जिसके जरिये महिला को संविधान के अनुसार समान दर्जा दिया गया था। यह हिंदू उत्तराधिकार (संशोधन) अधिनियम, 2005, 9 सितंबर 2005 को लागू हुआ।

पाठ्यक्रम की रूपरेखा क्या है?

इसे सुनेंरोकेंNCF 2005 भारत में स्कूलों के लिए पाठ्यक्रम, पाठ्यपुस्तकों और शिक्षण प्रथाओं के लिए एक दिशानिर्देश के रूप में कार्य करता है। …

पाठ्यचर्या 2005 के अनुसार प्रारंभिक स्तर पर कौन से विषय पढ़ाए जाने चाहिए?

इसे सुनेंरोकें• NCF 2005 और गणित विषय * प्राथमिक स्तर पर गणितीय शिक्षा को दैनिक जीवन से जोड़कर पढ़ाया जाएं। * गणित की शिक्षा ऐसी होनी चाहिए जिससे बच्चों के वे संसाधन समृद्ध हो जो चिंतन और तर्क में, अमूर्तनों की संकल्पना करने और उनका व्यवहार करने में, समस्याओं को सूचीबद्ध करने और सुलझाने में उनकी सहायता करें।

एनसीएफ 2005 के अध्यक्ष कौन थे?

इसे सुनेंरोकें“यह मानव संसाधन विकास मंत्रालय की पहल पर तथा प्रोफेसर यशपाल की अध्यक्षता में इसका निर्माण किया गया ज्ञान को केवल किताबी ज्ञान से ही नहीं बल्कि बाहरी जीवन से जोड़ा जाए,इसके अलावा विद्यार्थियों को रटन्तप्रणाली से मुक्त किया जाए, पाठ्य पुस्तक पर आधारित शिक्षा नहीं हो, इसके अलावा शिक्षा राष्ट्रीय मूल्यों के प्रति आस्थावान ..

राष्ट्रीय पाठ्यक्रम संरचना से आप क्या समझते हैं?

इसे सुनेंरोकेंराष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा (एनसीएफ) एक रुपरेखा प्रदान करती है। जिसमें शिक्षक और स्कूल उन अनुभवों की योजना बना सकते हैं जो उन्हें लगता है कि बच्चों के पास होने चाहिए। यह शैक्षणिक उद्देश्य, शैक्षिक अनुभव, अनुभव संगठन और शिक्षार्थी का आकलन जैसे चार मुद्दों को संबोधित करता है। एनसीएफ पाठ्यचर्या और पाठ्यक्रम से अलग है

एनसीएफ 2005 के अनुसार शिक्षक की भूमिका क्या है?

इसे सुनेंरोकेंNCF के अनुसार शिक्षक की भूमिका है- भारत के राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा 2005 में एक शिक्षक से यह अपेक्षा की गई है कि वह बच्चों के सीखने में एक सहायक हो, जिससे बच्चों को ज्ञान का निर्माण करने में मदद मिले। एक शिक्षक भी एक शिक्षार्थी, परामर्शदाता, प्रबंधक, मूल्यांकनकर्ता और प्रर्वतक के रूप में कार्य करता है।

NCF 2005 के मार्गदर्शक सिद्धांत क्या है?

इसे सुनेंरोकेंNCF 2005 के अनुसार प्राथमिक स्तर पर भाषा का माध्यम मातृभाषा में होना चाहिए। शिक्षण सूत्र जैसे ज्ञात से अज्ञात की ओर, मूर्त से अमूर्त की ओर आदि का अधिकतम प्रयोग हो। सूचना को ज्ञान मानने से बचा जाए। शिक्षण अधिगम परिस्थितियों में मातृभाषा का प्रयोग