क्या रामपाल भगवान है?
इसे सुनेंरोकेंरामपाल खुद को कबीर का अवतार मानता था. वो अपने भक्तों से खुद को भगवान बताता था. वो कबीरपंथ के तौर पर एक अलग धर्म भी बनाना चाहता था. इसका प्रस्ताव भी उसने सरकार को भेजा लेकिन इसे खारिज कर दिया गया
श्वेत प्रकाश का विक्षेपण क्या है?
इसे सुनेंरोकेंश्वेत प्रकाश के अपयवी वर्णों में विभाजित को विक्षेपण कहते हैं। प्रकाश के विभिन्न वर्ण , आपतित किरण के सापेक्ष अलग -अलग कोणों पर झुकते हैं। उस कारण यह विक्षेपण होता है
इस धरती पर असली संत कौन है?
इसे सुनेंरोकेंमहर्षि दयानंद सरस्वती v/s संत रामपाल जी महाराज
रामपाल महाराज का सच क्या है?
इसे सुनेंरोकेंफैसला सुनने के बाद रामपाल बोले यह सत्य की जीत है। सतलोक आश्रम के मुखी रामपाल व उसके बेटे सहित आठ लोग दो मामलो में बरी हो गए। दोनों मामलों में कुल आठ लोग थे
संत रामपाल जी महाराज का सच क्या है?
संत रामपाल (अंग्रेजी :Rampal) एक भारतीय आध्यात्मिक कबीर पंथी गुरु हैं तथा कबीर साहेब जी को भगवान (परमात्मा) बताते हैं।…रामपाल (हरियाणा)
रामपाल | |
---|---|
राष्ट्रीयता | भारतीय |
अन्य नाम | रामपाल जी महाराज ,रामपाल दास , जगतगुरु तत्वदर्शी रामपाल जी महाराज , रामपाल , |
व्यवसाय | कबीर पंथ समुदाय के संस्थापक |
प्रसिद्धि कारण | सतलोक आश्रम संस्थापक |
विचलन कोण एवं वर्ण विक्षेपण से क्या तात्पर्य है?
इसे सुनेंरोकेंइसका तात्पर्य है कि u, >u,। प्रकाश की तरंगदैर्घ्य के साथ पदार्थ के अपवर्तनांक का यह परिवर्तन प्रकाश के वर्ण विक्षेपण के लिए उत्तरदायी होता है। किन्हीं दो तरंगदैर्ध्या (रंगों) के विचलन कोणों के अंतर को इन तरंगदैर्घ्य के लिए कोणीय विचलन कहते हैं। लाल और बैगनी रंगों के बीच कोणीय विचलन 8, -6, है।
संसार में तत्वदर्शी संत कौन है?
इसे सुनेंरोकेंबीमारी से परेशान होकर अंत में आत्महत्या ही करने का निर्णय लिया, संत रामपाल जी महाराज ने पूरे परिवार को खुशियों से भर दिया।
विश्व का सच्चा संत कौन है?
इसे सुनेंरोकेंसच्चा संत वही है, जिसने अपनी इंद्रियों पर नियंत्रण प्राप्त कर लिया हो और वह हर तरह की कामना से मुक्त हो
रामपाल बाबा जेल क्यों गए?
इसे सुनेंरोकें- बाबा रामपाल हत्या और हत्या की कोशिश के आरोप में दो साल की जेल भी काट चुके हैं। 2006 में जमानत पर वह बाहर आए।
संत रामपाल जी महाराज की जेल से रिहाई कब होगी?
इसे सुनेंरोकेंरामपाल उनका शिष्य बन गया. स्वामी जी के करीब आने के बाद रामपाल उनके रंग में रंगने लगे. 1995 को संत रामपाल ने 18 साल की नौकरी से इस्तीफा दे दिया
संत रामपाल इस समय कहाँ है?
इसे सुनेंरोकेंइसके बाद उन्होंने कई आश्रम बनवाए जिसमें हिसार के बरवाला में सतलोक आश्रम भी है। यही संत रामपाल का मुख्यालय है।