डिस्लेक्सिया क्या है in Hindi?
इसे सुनेंरोकेंअपपठन या डिस्लेक्सिया (Dyslexia) एक अधिगम विकलांगता है जिसका प्रकटीकरण मुख्य रूप से वाणी या लिखित भाषा के दृश्य अंकन की कठिनाइयों के रूप में होता है। यह समस्या विशेष तौर पर मनुष्य-निर्मित लेखन प्रणालियों को पढ़ने में होती है।
सीखने की निर्योग्यता से आप क्या समझते हैं?
इसे सुनेंरोकेंअधिगम निर्योग्यता का तात्पर्य सीखने की क्षमता अथवा योग्यता की कमी या अनुपस्थिति से है। अधिगम अक्षमता के लिए मार्गन (1896) ने ‘दृष्टिहीनता’, बिर्क (1957) ने ‘प्रमस्तिष्कीय प्रभुत्व का शिक्षण पर प्रभाव’, सैमुअल किर्क (1962) ने ‘अधिगम अक्षमता’ और जॉनसन एवं माइकल (1967) ने ‘स्नायु संबंधी विकार’ शब्द का प्रयोग किया।
क्या है अधिगम अक्षमता की प्रकृति?
अधिगम अक्षमता की विभिन्न मान्यताओं पर दृष्टिपात करने से अधिगम अक्षमता की प्रकृति के संबंध में आपको निम्नलिखित बातें दृष्टिगोचर होगी-
क्या है चित्रांकन संबंधी अक्षमता?
यह मुख्य रूप से चित्रांकन संबंधी अक्षमता की ओर संकेत करता है। इससे ग्रसित बच्चे लिखने एवं चित्र बनाने में कठिनाई महसूस करते हैं।
क्या है अधिगम अक्षमता का इतिहास?
अधिगम अक्षमता के इतिहास पर दृष्टिपात करने से आप पाएँगे कि इस पद ने अपना वर्तमान स्वरुप ग्रहण करने के लिए एक लंबा सफर तय किया है। इस पद का सर्वप्रथम प्रयोग 1963 ई.
अधिगम अक्षमता की विभिन्न मान्यताओं पर दृष्टिपात करने से अधिगम अक्षमता की प्रकृति के संबंध में आपको निम्नलिखित बातें दृष्टिगोचर होगी-
यह मुख्य रूप से चित्रांकन संबंधी अक्षमता की ओर संकेत करता है। इससे ग्रसित बच्चे लिखने एवं चित्र बनाने में कठिनाई महसूस करते हैं।
अधिगम अक्षमता के इतिहास पर दृष्टिपात करने से आप पाएँगे कि इस पद ने अपना वर्तमान स्वरुप ग्रहण करने के लिए एक लंबा सफर तय किया है। इस पद का सर्वप्रथम प्रयोग 1963 ई.
इसे सुनेंरोकेंडिस्लेक्सिया क्या है? डिस्लेक्सिया सीखने में विशेष तरह की कठिनाई का एक आम प्रकार है जो मुख्य रूप से पढ़ने और शब्दों की वर्तनी की क्षमता को प्रभावित करता है। डिस्लेक्सिया वाले व्यक्ति को सीखने के उचित अवसर मिलने के बावजूद शब्दों को समझने में कठिनाई होती है। ये कठिनाई सीखने के अन्य क्षेत्रों की तुलना में काफी अधिक होगी।
मनोविज्ञान में डिस्लेक्सिया क्या है?
इसे सुनेंरोकेंडिस्लेक्सिया डिस्लेक्सिया, या विकासात्मक पढ़ने विकार, सामान्य बुद्धि के बावजूद धड़ल्ले से पढ़ने के लिए सीखने के साथ और सही समझ के साथ कठिनाई होती है। यह ध्वनी जागरूकता, ध्वनी डिकोडिंग, प्रसंस्करण गति, लिखने के साथ कठिनाई शामिल कोडिंग, श्रवण अल्पकालिक स्मृति, भाषा कौशल / मौखिक समझ, और / या तेजी से नामकरण।
सीखने को प्रभावित करने वाले तत्व को कितने भागों में बांटा जा सकता है?
इसे सुनेंरोकेंटरमन और मेरील के बौद्धिक वर्गीकरण के अनुसार हम बालकों को उनकी सीखने की योग्यता के आधार पर तीन भागों में बांटा जा सकता है। (I) पिछड़े (II) सामान्य और (III) प्रतिभाशाली। अतः अध्यापक को बौद्धिक योग्यता के अनुसार सीखने की क्रियाएं आयोजित करनी चाहिए। विषय वस्तु की संरचना उसका कठिनाई स्तर अधिगम को प्रभावित करता है।