रुकने वाले कौन हैं?

रुकने वाले कौन हैं?

इसे सुनेंरोकेंरुकने वाले कौन हैं? Answer: (a) जो सांसारिकता में फँसे हैं।

दीवाने को क्या पछतावा हैं?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: कवि ने दुनिया को भिखमंगा कहा है, क्योंकि इस संसार के पास देने के लिए कुछ नहीं। यह तो केवल लेना ही जानता है। यह राष्ट्रगान गाकर वीरों के हौंसले नहीं बढ़ा सकता लेकिन ये राष्ट्र के दीवाने सभी पर खुशियाँ लुटाते हुए आगे बढ़ते हैं।

दीवाने समाज से क्या लेकर जाते है?

इसे सुनेंरोकेंदीवाने समाज से असफलता का भार लेकर जाते हैं। ‘दीवानों की हस्ती’ पाठ में कवि कहता है… अपने बंधन तोड़ चले। इस तरह इन पंक्तियों से स्पष्ट है कि दीवाने समाज से असफलता का भार लेकर जाते हैं।

दिवानो ने क्या लिया और क्या दिया?

इसे सुनेंरोकेंदीवाने ने क्या लिया और क्या दिया? Answer: दीवानों ने अभावग्रस्त तथा खुशियों से वंचित लोगों के दुखों को लिया तथा उन्हें खुशियाँ प्रदान की।

पन्ना से सतना के लिए बस कितनी देर बाद मिलती है *?

इसे सुनेंरोकेंपन्ना से इसी कंपनी की बस सतना के लिए घंटे भर बाद मिलती है जो जबलपुर की ट्रेन मिला देती है। सुबह घर पहुँच जाएँगे।

हम दीवानों की क्या हस्ती प्रश्न उत्तर?

दीवानों की हस्ती अभ्यास के प्रश्न

  • उत्तर- कवि का मत है कि जब वह अपने सगे-संबंधियों को मिलने आता है तो सब प्रसन्न हो जाते हैं।
  • उत्तर- यहाँ भिखमंगों की दुनिया से कवि का आशय है कि यह दुनिया केवल लेना जानती है देना नहीं।

दीवानों के बारे में लोग क्या क्या कहते हैं?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: दीवानों के बारे में लोग कहते हैं कि अरे, तुम अभी-अभी आए और अभी कहाँ चले।

दीवाने ने क्या लिया और क्या दिया?

दीवाने किसका भार लेकर चले?

इसे सुनेंरोकेंकवि ने भी इस दुनिया को प्यार दिया पर इसके बदले में उसे वह प्यार नहीं मिला जिसकी वह आशा करता है। कवि के लिए यह उसकी असफलता है। इसलिए वह अपने हृदय पर असफलता का एक निशान भार की तरह लेकर जा रहा है। अत: कवि निराश है, वह समझता है कि प्यार और खुशियाँ लोगों के जीवन में भरने में असफल रहा।

जीवन कष्टकारक कब होता है?

इसे सुनेंरोकेंजीवन कष्टकारक कब होता है? Answer: (b) जब हमारी सोच नकारात्मक होती है। कवि टैगोर ने ईश्वर से क्या चाहा है? Answer: (c) ईश्वर पर संदेह न करने की शक्ति।

दीवाने भिखमंगों की दुनिया में क्या लुटाकर जाते हैं *?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर: भिखमंगों की दुनिया में बेरोक प्यार लुटाने के बावजूद कवि को लगता है कि दीवाने अन्य लोगों में उदारता की इस भावना को भरने में असफल हो जाते हैं। इसलिए दीवाने उस असफलता को अपने दिल से लगा कर बैठते हैं।

दीवाना रुकने वालों के लिए क्या कहता है?

इसे सुनेंरोकें10:-दीवाना रुकने वालों के लिए क्या कहता है? आबाद रहे 0 बर्बाद रहे

कवि अपने उर पर कौन भार लेकर चलते हैं?

इसे सुनेंरोकेंकिन्तु कवि पूरी आजादी से सब जगह प्रेम लुटाते चलते हैं क्योंकि कवि सारे संसार को अपना मानते हैं इसीलिए वे बंधन मुक्त हैं। इतना प्रेम होते हुए भी एक सफल संसारिक व्यक्ति न बन पाने की दर्दया निशानी उनके ह्रदय में है और यही भार उनकी असफलता है। कवि के अनुसार संसार में कोई अपना और कोई पराया नहीं है।

दीवानो को क्या पछतावा?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: दीवानों को देश की आज़ादी दिलाने हैं इसलिए उन्हें नई योजना बनाना है। यदि वे एक जगह रुकते हैं तो अंग्रेज़ी सरकार द्वारा बंदी बनाए जाने का डर है।

बच्चों के लिए पानी और दूध लेकर कौन आया?

इसे सुनेंरोकेंवह बस चलाने लायक नहीं है।” फिर मेरे पास एक लोटे में पानी और थोड़ा दूध लेकर आया और बोला, “पंडित जी! बच्चों का रोना मुझसे देखा नहीं गया।”

बदलू चूड़ियों पर रंग कब करता था?

इसे सुनेंरोकेंबदलू चूडियों पर रंग कब करता था? Answer: (c) एक-एक कर पूरे हाथ की चूड़ियाँ बनाने के बाद। बदलू मनिहार था चूड़ियाँ बनाना उसका पैतृक पेशा था और वास्तव में वह बहुत ही सुंदर चूड़ियाँ बनाता था। उसकी बनाई हुई चूड़ियों की खपत भी बहुत थी।