अंदरूनी चोट को कैसे ठीक करें?

अंदरूनी चोट को कैसे ठीक करें?

इसे सुनेंरोकेंशहद और खाने वाले चूना का इस्तेमाल कर आप चोट और दर्द से राहत पा सकते। इन दोनों ही चीजों में ऐसे गुण पाए जाते हैं जो, चोट के कारण उत्पन्न हुए दर्द को खींच लेते है। इसके लिए आपको पीड़ा वाले स्थान पर थोड़ा से शहद में उसका पच्चीस फीसदी हिस्सा चूना मिलाकर लगाएं। शरीर के ग्रस्त अंग पर लगने के बाद यह आपको थोड़ा गर्म लगेगा

बर्फ की सिकाई कितनी देर तक करनी चाहिए?

इसे सुनेंरोकेंजब भी दर्द महसूस हो तब अधिकतम 10 मिनट के लिए ऐसा करें. बर्फ के टुकड़े त्वचा को हाइड्रेट भी करते हैं. ऐसा इसलिए है क्योंकि बर्फ में पानी होता है जो त्वचा पर लगाने पर दर्द और सूजन को कम करता है

बर्फ की सिकाई कैसे की जाती है?

इसे सुनेंरोकेंआइस थेरेपी (Ice Therapy) में बर्फ के टुकड़ों को मोटे कपड़े, तौलिए में डाल कर पोटली या जिप लॉक बैग में रख प्रभावित जगह की सिकाई की जाती है. दरअसल बर्फ होती तो ठंडी है, पर इसकी तासीर गर्म होती है. अपनी इसी खूबी के चलते यह दर्द में आराम पहुंचाती है.

कौन सा खेल सबसे अधिक सिर की चोट का कारण बनता है?

इसे सुनेंरोकेंस्कीइंग की चोटों के इलाज के विशेषज्ञ डॉक्टर माइक लैंगरन का कहना है कि ज़्यादातर स्की रिज़ॉर्ट में डॉक्टर होते हैं जो इस तरह की चोटों से निपट सकते हैं

पांव में मोच आ जाए तो क्या करना चाहिए?

इसे सुनेंरोकेंमोच आने पर अब ना हो परेशान ये घरेलू नुस्खे दिलाएंगे आराम मोच आने पर तुरंत बर्फ से सिकाई करनी चाहिए। बर्फ को कपड़े में लपेटकर ही लगाएं। अगर दर्द बहुत ज्यादा है तो हर एक-दो घंटे में 20 मिनट के लिए मोच पर बर्फ लगाएं। हल्दी एंटी-सेप्टिक के रूप में काम करती है

चोट लगने पर कौन सी टेबलेट लेनी चाहिए?

इसे सुनेंरोकेंप्रभावी रोकथाम के लिए ट्रानेक्सेमिक एसिड की टेबलेट दिमाग को चोट लगने के तीन घंटे के भीतर दी जानी चाहिए। दवा देने में जरा-सी भी देरी इसके प्रभाव को कम या नष्ट कर सकती है

बर्फ की थैली का प्रयोग कब और क्यों किया जाता है?

इसे सुनेंरोकेंमांसपेशियों के खिंचने से शरीर के किसी भी भाग में खून इकट्ठा होने की स्थिति या लील पड़ जाना। चोट पर बर्फ का सेंक करने से जलन दूर होती है और गर्म पानी से सेंक करने पर जकडऩ खत्म होती है। एड़ी, घुटने, पांव, कोहनी आदि के जोड़ों मे लिगामेंट के फट जाने पर खिंचाव आ जाने से दर्द होना

पेट की सिकाई करने से क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंसिकाई से कैसे मिलता है आराम इससे ताजा ऑक्‍सीजन और पोषण मिलता है जिससे मांसपेशियों में दर्द, जोड़ों में दर्द और टेंडन और लिगामेंट का दर्द कम होता है। इससे मांसपेशियों में ऐंठन भी कम होती है

सिकाई कैसे करें?

इसे सुनेंरोकेंसूखी सिकाई का मतलब है बिना पानी जैल की मदद से सूखी सिकाई करना। घर में इस सिकाई को करने के लिए जुराब, चावल, रबड़ की बोतल और गर्म कपड़े से की जा सकती है। जुराब और चावल से सिकाई करने के लिए आप मोजे में कच्चे चावल भर कर उसके मुंह पर गांठ लगा दे, और उसे ओवन में गर्म कर लें। कुछ देर बाद निकाल कर उससे सिकाई करें

कमर दर्द में सिकाई कैसे करें?

इसे सुनेंरोकेंसिकाई करें आप गर्म पानी से भी सिकाई कर सकते हैं. गर्म और ठंडे पानी से भी एक साथ सिकाई कर सकते हैं. ऐसे में आपको 1 से 2 मिनट गर्म पानी से सिकाई करनी है फिर 1 से 2 मिनट ठंडे पानी से. ऐसा करने से आपको कमर दर्द की समस्या नहीं होगी

सिर के पिछले हिस्से में चोट लगने से क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंसिर में चोट से दिमाग में सूजन, बेहोशी, सांस लेने में तकलीफ हो सकती है। कुछ मामलों में दिमाग की झिल्ली के बाहर और भीतर खून जम जाता है जिससे दिमाग की कार्यक्षमता प्रभावित होती है। सिर की चोट में बीपी गड़बड़ होने के साथ चक्कर आने के साथ उल्टी होने की शिकायत होती है

मस्तिष्क में चोट लगने पर क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंमस्तिष्क को लगी चोट के प्रभाव शारीरिक एवं मानसिक कार्यक्षमता पर मस्तिष्क क्षति का गंभीर और आजीवन प्रभाव हो सकता है, जैसे बेहोशी, स्मृति और/या व्यक्तित्व में परिवर्तन, और आंशिक या पूर्ण पक्षाघात।