सप्त सिंधु प्रदेश में कौन सी नदी बहती है?
इसे सुनेंरोकेंसही उत्तर साहिबी है। साहिबी नदी को सप्त सिंधु क्षेत्र का हिस्सा माना जाता है।
ऋग्वेद की सबसे प्रमुख नदी कौन सी है?
ऋग्वैदिक आर्यों की सबसे पवित्र नदी सरस्वती थी। जबकि सबसे महत्वपूर्ण नदी सिंधु नदी थी।…
- सरस्वती नदी का नाम तो सभी ने सुना है ।
- कहा जाता है कि ऋग्वेद काल में सरस्वती नदी अरब सागर में गिरती थी।
ऋग्वेद में सिंधु नदी का उल्लेख कितनी बार है?
इसे सुनेंरोकेंऋग्वेद में कई नदियों का वर्णन किया गया है, जिनमें से एक का नाम “सिंधु” है। ऋग्वैदिक “सिंधु” को वर्तमान सिंधु नदी माना जाता है। यह अपने पाठ में १७६ बार, बहुवचन में ९४ बार, और सबसे अधिक बार “नदी” के सामान्य अर्थ में उपयोग किया जाता है।
ऋग्वेद में कितनी नदियों का उल्लेख है?
इसे सुनेंरोकेंइस वेद लगभग २५ नदियों का उल्लेख किया गया है जिनमें सर्वाधिक महत्वपूर्ण नदी सिन्धु का वर्णन अधिक है। सर्वाधिक पवित्र नदी सरस्वती को माना गया है तथा सरस्वती का उल्लेख भी कई बार हुआ है।
सप्तसैंधव प्रदेश क्या है?
इसे सुनेंरोकेंसप्त सिंधव अथवा ‘सप्त सिन्धु’ आर्य लोगों का प्रारम्भिक निवास स्थान माना जाता है। वेदों में गंगा, यमुना, सरस्वती, सतलुज, परुष्णी, मरुद्वधा और आर्जीकीया सात नदियों का उल्लेख है। सप्त सिंधव भारतवर्ष का उत्तर पश्चिमी भाग था। मान्यताओं के अनुसार यही सृष्टि का आरंभिक स्थल और आर्यों का आदि देश था।
सप्त सिंधु का मतलब क्या होता है?
इसे सुनेंरोकेंपुं० [सं०] प्राचीन आर्यावर्त की प्रसिद्ध सात नदियाँ, सिंधु, परुष्णी (रावी), शतुद्री (सतलज), वितस्ता (झेलम), सरस्वती, यमुना और गंगा।
ऋग्वेद की सबसे पवित्र नदी कौन सी है?
इसे सुनेंरोकेंऋग्वेद में सरस्वती को सबसे पवित्र नदी माना गया है।
ऋग्वेद में अनेक बार वर्णित नदी कौन सी है?
इसे सुनेंरोकेंसरस्वती एक विशाल नदी थी। पहाड़ों को तोड़ती हुई निकलती थी और मैदानों से होती हुई समुद्र में जाकर विलीन हो जाती थी। इसका वर्णन ऋग्वेद में बार-बार आता है।
आर्यावर्त का मतलब क्या होता है?
इसे सुनेंरोकेंप्राचीन संस्कृत ग्रंथों में ‘उत्तरी भारत’ को आर्यावर्त (शाब्दिक अर्थ : आर्यों का निवासस्थान) कहा गया है।