समस्या समाधान कौशल में कौन कौन सी योग्यता सम्मिलित होती है?

समस्या समाधान कौशल में कौन कौन सी योग्यता सम्मिलित होती है?

विद्यार्थियों को शिक्षण काल में अनेक समस्याओं या कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। जिनका समाधान उसे स्वयं करना पड़ता है।…

  • परिकल्पना का निर्माण – जांच एवं परीक्षण के लिए परिकल्पना का निर्माण।
  • प्रयोग द्वारा परीक्षण – परिकल्पनाओं का परीक्षण करना
  • विश्लेषण
  • समस्या के निष्कर्ष पर पहुंचना

समस्या के लिए प्रस्तावित उत्तर को क्या कहते हैं?

इसे सुनेंरोकेंकिसी समस्या का समाधान (हल) प्राप्त करने के लिये क्रमबद्ध तरीके से किसी सामान्य विधि या तदर्थ (ad hoc) विधि का उपयोग करना पड़ता है।

समस्या समाधान से आप क्या समझते है?

इसे सुनेंरोकेंवुडतर्थ (Woodworth) के अनुसार,समस्या समाधान उस समय प्रकट होता है जब उद्देश्य की प्राप्ति में किसी प्रकार की बाधा पड़ती है। यदि लक्ष्य तक पहुंचने का मार्ग सीधा और आसान हो तो समस्या आती ही नहीं। गेट्स तथा अन्य (Gates and others) के अनुसार “समस्या समाधान, शिक्षण का एक रूप है जिसमें उचित स्तर की खोज की जाती है।”5 सित॰ 2020

समस्या समाधान का प्रमुख अंग कौन सा है?

इसे सुनेंरोकेंऐसी दो विधियाँ हैं जिनका प्रमुख रूप से समस्या समाधान में उपयोग किया जाता है, ये हैं ‘मध्यमान–अंत–विश्लेषण” और “एल्गोरिद्म’ या कलन विधि। मध्यमान–अंत-विश्लेषण में विशेष प्रकार की समस्याओं का समाधान करने में एक विशिष्ट प्रकार की प्रक्रिया का चरणबद्ध प्रयोग किया जाता है।

समस्या समाधान विधि के कितने चरण होते हैं?

समस्या समाधान विधि के चरण :

  1. समस्या का चयन। समस्या का चयन करना या विद्यार्थियों को समस्या बताना
  2. समस्या के कारण। समस्या का मूल कारण पता करना या जानना
  3. समस्या से संबंधित सूचनाएँ एकत्रित करना। समस्या से संबंधित सूगनाओ का लेखा-जोखा रखना
  4. समस्या का समाधान समस्या का समाधान ढूंढना
  5. समाधान का व्यवहारिक प्रयोग

समस्या समाधान की तुलना में चर्चा पद्धति कैसे बेहतर है?

इसे सुनेंरोकेंसमस्या समाधान करते समय स्वयं से बातचीत करने का अनुभव आपने स्वयं भी किया होगा। करने, तर्क करने, कल्पना करने, समस्या का समाधान करने, हम पहले से ही जानते हैं कि चि समझने एवं निर्णय लेने के माध्यम से उत्पन्न होता है। ज्ञान पर निर्भर करता है। ऐसे ज्ञान का प्रतिनिधित्व मानसिक चिंतन प्रायः संगठित और लक्ष्य निर्देशित होता है।

अपने क्षेत्र की सामाजिक समस्याओं को दूर करने के लिए आप कौन कौन से उपाय करेंगे?

इसे सुनेंरोकेंसामाजिक समस्याओं के निराकरण के लिए यह अत्यावश्यक है कि इनकी प्रकृति को समझा जाएँ एवं स्वरूपों की व्याख्या की जाए। भिन्न-भिन्न सामाजिक समस्याओं के मध्य पाए जाने वाले परस्पर सम्बन्धों का विश्लेषण एवं अनुशीलन कर हम इन समस्याओं के व्यावहारिक निराकरण के लिए एक नई सोच प्रस्तुत कर सकते हैं।

विभिन्न समस्या समाधान रणनीतियाँ क्या हैं और वे क्यों महत्वपूर्ण हैं उपयुक्त उदाहरण देकर स्पष्ट कीजिए?

इसे सुनेंरोकेंचिंतन पर अपनी परिचर्चा प्रारंभ करने से पहले चिंतन की विवेचना मानव संज्ञान के आधार के रूप में करना आवश्यक है। करने, तर्क करने, कल्पना करने, समस्या का समाधान करने, हम पहले से ही जानते हैं कि चि समझने एवं निर्णय लेने के माध्यम से उत्पन्न होता है। ज्ञान पर निर्भर करता है।

समस्या समाधान विधि का अंतिम सोपान क्या है?

इसे सुनेंरोकेंइस विधि का प्रयोग माध्यमिक व उच्च स्तरीय कक्षाओं में आलोचनात्मक एवं समीक्षात्मक चिंतन क्षमता का विकास करवाने के लिए किया जाता है । इस विधि के मूल प्रतिपादक सुकरात व सेन्ट थॉमस है। लेकिन इसे आधुनिक एवं वैज्ञानिक स्वरूप प्रदान करने का श्रेय जॉन डी० वी० व किलपैट्रिक, को दिया जाता है

समस्या समाधान रणनीतियां क्यों महत्वपूर्ण है?

इसे सुनेंरोकेंसमस्या समाधान में असफलता के बाद विचारक जान बूझकर या अनायास समस्या से दर हो जाता है और अगला चरण अर्थात उदभव से समाधान का प्रारम्भ करता है। समस्या के समाधान के लिए इस स्तर पर मनःस्थिति या पूर्वाग्रह के किसी भी प्रकार के नकारात्मक परिणामों पर नियंत्रण करना महत्वपूर्ण है।

समस्या समाधान विधि के कितने सोपान होते हैं?

समस्या समाधान को क्या बाधित नहीं करता है?

इसे सुनेंरोकेंइस प्रकार उपर्युक्त बिंदुओं से, यह स्पष्ट है कि अंतर्दृष्टि समस्या-समाधान में बाधा नहीं डालती है। इस प्रकार निर्धारण व्यक्ति में समस्या-समाधान को रोकता है। मानसिक सेट्स- मानसिक सेट एक व्यक्ति की प्रवृत्ति है जो पहले से ही आजमाए गए मानसिक ऑपरेशन या चरणों का पालन करके समस्याओं को हल करता है।