सूखा एवं बाढ़ से क्या आशय है विस्तार से समझाइए?

सूखा एवं बाढ़ से क्या आशय है विस्तार से समझाइए?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर- सूखा- किसी भी क्षेत्र में होने वाली सामान्य वर्षा में 25 प्रतिशत या उससे अधिक कमी होने पर उसे सूखे की स्थिति कहा जाता है तथा 50 प्रतिशत से अधिक कमी होने पर गंभीर सूखे की स्थिति होती है। बाढ़- किसी बड़े भू-भाग में किन्हीं भी कारणों से हुआ जल भराव, जिससे जन-धन की अपार क्षति हो, बाढ़ कहलाती है।

सूखा कब घोषित किया जाता है?

इसे सुनेंरोकेंसूखा पानी की आपूर्ति में लंबे समय तक की कमी की एक घटना, चाहे वायुमंडलीय (औसत से नीचे है वर्षा) पानी हो, सतह का पानी हो या भूजल। सूखा महीनों या वर्षों तक रह सकता है, और इसे 15 दिनों के बाद घोषित किया जा सकता है।

सूखा और अकाल में क्या अंतर है?

इसे सुनेंरोकेंजब किसी क्षेत्र में लम्बे समय तक (कई महीने या कई वर्ष तक) वर्षा कम होती है या नहीं होती है तो इसे सूखा या अकाल कहा जाता है। सूखे के कारण प्रभावित क्षेत्र की कृषि एवं वहाँ के पर्यावरण पर अत्यन्त प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था डगमगा जाती है।

सूखे से बचने के लिए कौन से कदम उठाने चाहिए?

इसे सुनेंरोकेंसिंचाई को सूखा रोकने के सबसे प्रभावी तंत्र और कृषि उत्पादन में स्थिरता लाने के बड़े उपाय के रूप में माना जाता है। भंडारण बांधों का निर्माण करने से जरूरत के समय पानी का उपयोग करके सिंचाई करने में सुविधा मिलती है।

सूखा तथा बाढ़ से आप क्या समझते हैं?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर- सूखा: – सूखा एक आपदा है। गम्भीर सूखे की स्थिति को हम तब कहते है जब या तो वर्षा में 50 प्रतिशत से अधिक की कमी हो या दो वर्षों तक निरन्तर वर्षा न हो। बाढ़: – किसी बड़े भू-भाग में किन्हीं भी कारणों से हुआ जलभराव जिससे जन-धन की हानि होती है, बाढ कहलाती है।

सूखा क्या है in Hindi?

इसे सुनेंरोकेंजब किसी क्षेत्र में जल तथा नमी की मात्रा कुछ समय के लिए सामान्य से कम हो जाती है। उसे सूखा कहते हैं। सूखा का अर्थ सूखा एक भयंकर प्राकृतिक प्रकोप है। इसका मुख्य सम्बन्ध जल वर्षा की कमी से है

भारत के कुल क्षेत्रफल का कितना भाग सूखाग्रस्त है?

इसे सुनेंरोकेंभारत में कुल लगभग 10 लाख वर्ग कि. मी. क्षेत्र सूखाग्रस्त है ।

सूखे का प्रमुख कारण क्या है?

इसे सुनेंरोकेंमौसम संबंधी सूखा: यह सूखा स्थिति प्राकृतिक कारकों जैसे वर्षा के निचले स्तर, वातावरण में नमी की कमी, अधिक समय तक सूखापन और उच्च तापमान के कारण होती है। मौसम संबंधी सूखा यदि लंबे समय तक बना रहता है तो गंभीर जल संकट और इससे संबंधित समस्याएं हो सकती हैं।

अकाल का क्या कारण है?

इसे सुनेंरोकेंप्राकृतिक आपदाओं के अतिरिक्त अत्यधिक जनसंख्या भी अकाल पड़ने का एक मुख्य कारण है । संसाधनों से अधिक जनसंख्या के कारण कृषि पर अधिक भार पड़ता है, बेरोजगारी फैलती है जिसके कारण लोग प्रभावित क्षेत्र से पलायन करने आते हैं । अकाल का सबसे अधिक प्रभाव गरीब जनसंख्या पर पड़ता है ।

कौन सा फल सूखा प्रतिरोधी होता है?

इसे सुनेंरोकेंअंजीर का पेड़, जिसका वैज्ञानिक नाम है फिकस कारिका, भूमध्यसागरीय क्षेत्र के मूल निवासी एक पर्णपाती फल वृक्ष है देर से गर्मियों / जल्दी गिरने की ओर फल देता है। लगभग 5 मीटर की ऊंचाई के साथ, यह एक शानदार और प्रतिरोधी संयंत्र है जो उच्च तापमान (40ºC तक), हल्के ठंढ (-5 frostC तक) और निश्चित रूप से सूखे का सामना करता है।

सूखा से बचने के लिए क्या उपाय करना चाहिए?

इसे सुनेंरोकेंसूखे के प्रभाव को कम करने के उपाय पौधरोपण द्वारा तथा सूखारोधी फसलों की कृषि करके सूखे के प्रभावों को सीमित किया जा सकता है। सिंचाई के तरीकों में परिवर्तन करके जल के दुरुपयोग को रोकने वाली सिंचाई पद्धतियों, जैसे- ड्रिप सिंचाई, स्प्रिंकलर सिंचाई आदि को अपनाकर जल की बर्बादी को रोका जा सकता है।

अकाल की समस्या से निपटने के लिए हमें क्या क्या कदम उठाने चाहिए?

इसे सुनेंरोकेंसरकार को सूखा ग्रस्त इलाकों से बचने के लिए बादलों की सीडिंग में निवेश करना चाहिए। वनों की कटाई और कंक्रीट संरचनाओं का निर्माण दुर्लभ वर्षा के कारणों में से एक है। अधिक पेड़ लगाने के लिए प्रयास किए जाने चाहिए। यह सरल कदम जलवायु की स्थिति को बदल सकता है और पर्यावरण में अन्य सकारात्मक बदलाव भी ला सकता है।