पैंक्रियास खराब होने पर क्या होता है?
इसे सुनेंरोकेंक्रोनिक पैंक्रियाटाइटिस आपके अग्न्याशय (पैंक्रियास) में होने वाली सूजन है जो ग्रंथि (ग्लैंड) के प्रगतिशील विनाश का कारण बनता है। इससे ग्रंथि (ग्लैंड) की स्थायी क्षति हो सकती है। परिणामस्वरूप आपके अग्न्याशय में पथरी और अल्सर विकसित हो सकते हैं, जो आपकी आंत में पाचन रस को प्रवाहित करने वाली नली को बंद कर देते हैं।
पेनक्रियाज का दर्द कहाँ होता है?
इसे सुनेंरोकेंआपको पता होना चाहिए कि पेनक्रियाज पेट में बाईं ओर स्थित छोटा सा अंग है। इसका मुख्य कार्य कुछ पाचन एंजाइम और हार्मोन जारी करना है जो निम्न रक्त शर्करा के स्तर (मधुमेह पैदा करने वाली बीटा कोशिका) की मदद करते हैं। पेनक्रियाज के कैंसर के बारे में सबसे बुरी बात यह है कि यह एक मूक हत्यारा है।
पेनक्रियाज कैसे ठीक होता है?
इसे सुनेंरोकेंभरपूर आराम और उपवास पैंक्रियाज को ठीक करने और इन्सुलिन और एंजाइमों के उत्पादन के लिए फिर से काम करने का समय देता है। भोजन में बहुत अधिक वसा सुस्त और भारीपन महसूस करा सकता है। डीप फ्राइड फूड कभी-कभार ही खाना चाहिए। दूसरी तरफ घी, एवोकैडो, नारियल तेल और जैतून का तेल जैसे अच्छे वसा आपके स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण हैं
पैंक्रियास को हिंदी में क्या कहते हैं?
इसे सुनेंरोकेंअग्नाशय या पैंक्रियाज हमारे पाचन तंत्र का बेहद अहम हिस्सा है। यह हमारे खाने को ऊर्जा में बदलने का काम करता है। यह पेट में अंदर की तरफ की तरफ होता है
पेनक्रियाज में सूजन के क्या लक्षण है?
इसे सुनेंरोकेंइसके अलावा कई बार लोगों के पैनक्रियाज़ में सूजन भी हो जाती है। पेट में दर्द और उल्टी इसके प्रमुख लक्षण हैं। अगर पैनक्रियाज़ स्वस्थ न हो तो इससे कैंसर होने की भी आशंका बढ़ जाती है। भोजन में अरुचि और तेज़ी से वज़न घटना आदि इसके प्रमुख लक्षण हैं
कैंसर की गांठ कहाँ होती है?
इसे सुनेंरोकेंखून की आपूर्ति न होने के कारण इनमें से कुछ कोशिकाएं तो मर जाती हैं। रगड़ वगैरह से इनमें से कुछ में से रक्त स्त्राव और अल्सर हो सकता है। परन्तु इस तरह बनी बाकी की कोशिकाएं बढ़ती रहती हैं। इनसे गांठ, रसौली या अल्सर/छाला बन जाता है।
अग्नाशय क्या होता है?
इसे सुनेंरोकेंअग्न्याशय कशेरुकी जीवों की पाचन व अंतःस्रावी प्रणाली का एक ग्रंथि अंग है। ये इंसुलिन, ग्लुकागोन, व सोमाटोस्टाटिन जैसे कई ज़रूरी हार्मोन बनाने वाली अंतःस्रावी ग्रंथि है और साथ ही यह अग्न्याशयी रस निकालने वाली एक बहिःस्रावी ग्रंथि भी है, इस रस में पाचक किण्वक होते हैं जो लघ्वांत्र में जाते हैं।