मधुमेही परिधीय न्यूरोपैथी के लिए सबसे अच्छा होम्योपैथिक दवा क्या है?

मधुमेही परिधीय न्यूरोपैथी के लिए सबसे अच्छा होम्योपैथिक दवा क्या है?

इसे सुनेंरोकेंमधुमेही परिधीय न्यूरोपैथी के लिए एफडीए द्वारा अनुमोदित एकमात्र दो दवाइयां एंटीडिप्रेसंट डुलोक्सेटीन और एंटीकोंवलसंट प्रेगैबालिन हैं। एक व्यवस्थित दवा का इस्तेमाल करने की कोशिश करने से पहले स्थानीय मधुमेही परिधीय न्यूरोपैथी से पीड़ित लोग लिडोकाइन धब्बों के साथ अपने लक्षणों से मुक्त हो सकते हैं।

मधुमेह परिधीय न्यूरोपैथी क्या है?

इसे सुनेंरोकेंDiabetic Neuropathy In Hindi: ब्लड में उच्च शर्करा का स्तर कई बीमारियों को जन्म दे सकता है। इसका एक गंभीर प्रभाव तंत्रिका क्षति ( Nerve Damage ) है। इसे चिकित्सकीय शब्दों में मधुमेह न्यूरोपैथी ( Diabetic Neuropathy ) के रूप में जाना जाता है। डायबिटिक न्यूरोपैथी आपके पैरों और पैरों की नसों पर प्रहार करती है।

क्या होम्योपैथिक में शुगर का इलाज है?

इसे सुनेंरोकेंहालांकि प्राथमिक शोध में यह बात साबित हो गई है कि होम्योपैथिक दवाओं से शुगर का संपूर्ण इलाज संभव है। केंद्रीय होम्योपैथी संस्थान, दिल्ली के निदेशक डा. आरके मनचंदा व नोएडा संस्थान के प्रभारी बीएस आर्य ने वैज्ञानिकों के इस शोध के लिए बधाई दी है।

होम्योपैथिक दवा का असर कितने दिनों में होता है?

इसे सुनेंरोकेंहोम्‍योपैथी दवाओं का असर इस बात पर निर्भर करता है कि मरीज का रोग एक्यूट है या क्रॉनिक. एक्यूट रोगों में यह 5 से 30 मिनट और क्रॉनिक बीमारियों में यह 5 से 7 दिन में असर दिखाती है. जो काम 2 गोली करती है वही चार गोलियां करेंगी. इसलिए ज्यादा या कम दवा लेने से कोई फर्क नहीं पड़ता.

न्यूरोपैथी क्या होती है?

इसे सुनेंरोकेंन्यूरोपैथी एक ऐसा शब्द है जो सामान्य बीमारियों या नसों के खराब होने को संदर्भित करता है. हमारे शरीर में किसी भी स्थान पर नसें, चोट या बीमारी से क्षतिग्रस्त हो सकती हैं. न्यूरोपैथी अक्सर प्रभावित होने वाली नसों के प्रकार या स्थान के अनुसार वर्गीकृत होती है. न्यूरोपैथी को रोग के कारण से भी वर्गीकृत किया जा सकता है.

नेफ्रोपैथी क्या है?

इसे सुनेंरोकेंमधुमेही नेफ्रोपैथी (नेफ्रोपेटिया डायबीटिका) को किमेलस्टील-विल्सन सिंड्रोम या नौड्युलर डायबीटिक ग्लोमेरुलोस्केलेरोसिस तथा इंटरकैपिलरी ग्लोमेरुलोनेफ्राईटिस के नाम से भी जाना जाता है। गुर्दे की यह प्रगतिशील बीमारी गुर्दे की ग्लोमेरुली की कोशिकाओं में वाहिकारुग्णता (एंजियोपैथी) की वजह से होती है।

होम्योपैथिक दवा में क्या नहीं खाना चाहिए?

होम्योपैथिक दवा पर कौन से फ़ूड आइटम से बचना चाहिए?

  • अल्कोहल पीना, तंबाकू चबाने और धूम्रपान करना जारी नहीं रखा जाना चाहिए जब आप होम्योपैथिक दवाएं ले रहे हों.
  • अधिकांश डॉक्टर मरीजों को कॉफी, लहसुन और मिंट के पत्तों को न लेने की सलाह देते हैं, क्योंकि इनकी मजबूत गंध और स्वाद है.

होम्योपैथिक दवा लेते समय क्या नहीं खाना चाहिए?

कोई भी चिकित्सा चल रही है चाहे वह होमियोपैथी ,एलोपैथी,आयुर्वेदिक,यूनानी हो, दबा के साथ और 10/15 मिनट पहले या बाद कुछ भी खाने पीने से बचें ।

  • होमियोपैथी चिकित्सा चल रही हो तो बहुत अधिक गंध बाली चीजें हींग, प्याज,लहसुन,तम्बाकू,पान मसाला आदि का उपयोग न करें ।