घर में प्रतिदिन पूजा कैसे करें?

घर में प्रतिदिन पूजा कैसे करें?

इसे सुनेंरोकेंपूजा हमेशा पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख रखकर करनी चाहिए। यदि संभव हो सके तो सुबह 6 से 8 बजे के बीच में पूजा अवश्य करें। 7. पूजा करते समय आसन के लिए ध्यान रखें कि बैठने का आसन ऊनी होगा तो श्रेष्ठ रहेगा।

भगवान की पूजा पाठ करने से क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंहिंदू धर्म में पूजा-पाठ करना एक जरूरी प्रक्रिया मानी गई है। पूजन करने की परंपरा काफी पुराने समय से चलती आ रही है। पूजा करने से घर का वातावरण शुद्ध और सकारात्मक रहता है। पूजा-पाठ से जहां व्यक्ति को आत्मीय सुख और शांति प्राप्ति होती है वहीं इससे भगवान का आशीर्वाद भी मिलता है।

पूजा करते समय क्या करना चाहिए?

इसे सुनेंरोकेंपूजा करते समय हमेशा ध्यान रखें कि आपका पूर्व की तरफ मुख करके बैठे हों और अपने लेफ्ट साइड ही घंटा, घूप और राइड साइड शंख, जलपात्र और पूजन सामग्री रखें। इस तरह पूजा करने से पुण्य की प्राप्ति होती है। साथ ही यह भी ध्यान रखें कि जो व्यक्ति पूजा कर रहा हो, उसके माथे पर तिलक होना चाहिए

पूजा करते समय कौन सा मंत्र पढ़ना चाहिए?

इसे सुनेंरोकेंशास्त्रों में कहा गया है कि जितने भी देवी देवता हैं उन सभी के अलग-अलग मंत्र हैं। ऐसे में दिन देवी या देवता की पूजा की जा रही हो उस समय उनके ही मंत्र पढ़ें जाने चाहिए। कर्पूरब जो आवगौरं करुणावतारं संसारसारं भुजगेन्द्रहारम्। सदा बसन्तं हृदयारबिन्दे भबं भवानीसहितं नमामि।

गणेश जी की पूजा कैसे करें?

इसे सुनेंरोकेंगणेश जी की पूजा विधि पूर्व या उत्तर की तरफ मुख करके बैठकर पूजा प्रारंभ करें. गणेश जी को पुष्प, धूप, दीप, कपूर, रोली, मौली लाल, चंदन, मोदक आदि का चढ़ाएं. गणेश जी को सूखा सिंदूर का तिलक लगाएं. इसके उपरांत भगवान गणेश जी की आरती करें और गणेश मंत्र का जाप करें

शालिग्राम की स्थापना कैसे करें?

इसे सुनेंरोकेंदिवाली के दिन घर में शालिग्राम की स्थापना करें। विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करते हुए पंचामृत से स्नान करवाएं उसके बाद भगवान का पंचोपचार पूजन करें। इसमें गंध, पुष्प, धूप, दीप और तुलसी के साथ नैवेद्य को शामिल करें। शालिग्राम की पूजा में तुलसी का महत्व अहम है क्योंकि बिना तुलसी के शालिग्राम की पूजा करने पर दोष लगता है

भगवान की पूजा कब नहीं करनी चाहिए?

इसे सुनेंरोकेंदोपहर 12 से 4 बजे: ऐसा माना जाता है कि दोपहर 12 – 4 बजे के बीच पूजा नहीं करनी चाहिए क्योंकि उस समय पर भगवान विश्राम कर रहे होते हैं, इसीलिए सामान्य तौर पर दोपहर में मंदिरों के पट बंद रखे जाते हैं। वैसे भी आम तौर पर ऐसा देखा गया है कि दोपहर में मन एकाग्र नहीं रहता तो पूजन का भी पूरा फल नहीं मिलता

क्या रविवार को तुलसी में दीपक जलाना चाहिए?

इसे सुनेंरोकेंरविवार के दिन तुलसी को जल तो चढ़ा सकते हैं, लेकिन उसके नीचे दीपक नहीं जला सकते। भगवान गणेश और मां दुर्गा को कभी भी तुलसी ना चढ़ाएं। इसके अलावा यह भी ध्यान रखें कि जहां भी तुलसी का पौधा लगाया गया है, वहां कभी गंदगी ना करें। तुलसी का पौधा किसी भी बृहस्पतिवार को लगा सकते हैं।

पूजा करते समय मन क्यों नहीं लगता?

इसे सुनेंरोकेंकोई नकारात्मक व्यक्ति आपके साथ हो तो पूजा-पाठ में आपका मन नहीं लगता है। जिसके कारण आपको अपनी पूजा का फल नहीं मिलता है। इस बारें में रामकृष्ण परमहंस ने विस्तार से बताया है कि पूजा करते समय या जाते समय किन लोगों से दूर रहना चाहिए। नई दिल्ली: हिंदू धर्म में भगवान की पूजा करने का अधिक महत्व है

गायत्री मंत्र कितनी बार जपना चाहिए?

इसे सुनेंरोकेंगायत्री मंत्र का प्रयोग हर क्षेत्र में सफलता के लिए सिद्ध माना गया है. विद्यार्थि अगर इस मंत्र का नियम अऩुसार 108 बार जाप करें तो उन्हें सभी प्रकार की विद्या प्राप्त करने में आसानी होती है. विद्यार्थियों का पढ़ने में मन लगने लगता है

सुबह पूजा करते समय कौन सा मंत्र बोलना चाहिए?

इसे सुनेंरोकेंकराग्रे वसते लक्ष्मीः करमध्ये सरस्वति। करमूले तु गोविन्दः प्रभाते करदर्शनम् ।। समुद्रवसने देवि पर्वतस्तनमण्डले । विष्णुपत्नि नमस्तुभ्यं पादस्पर्शं क्षमस्वमे ॥13 दिस॰ 2020