सुप्रीम कोर्ट में जज बनी पहली महिला वकील कौन है?
इसे सुनेंरोकेंसुप्रीम कोर्ट में शुरू के 39 वर्षों में कोई महिला जज नहीं रहीं। इंदु मल्होत्रा को 2007 में वरिष्ठ अधिवक्ता बनाया गया था। वह देश की पहली ऐसी महिला वकील बनीं जो सीधे सुप्रीम कोर्ट की न्यायाधीश नियुक्त की गई।
सुप्रीम कोर्ट में कितनी महिला जज हैं?
इसे सुनेंरोकेंफिलहाल सुप्रीम कोर्ट में जजों की कुल संख्या 33 है, जिनमें केवल 4 महिलाएं हैं। जस्टिस इंदिरा बनर्जी, जस्टिस बीवी नागरत्ना, जस्टिस बेला एम त्रिवेदी और जस्टिस हिमा कोहली फिलहाल सुप्रीम कोर्ट में जज हैं। इनमें से इंदिरा बनर्जी को छोड़ बाकी तीन महिला जजों की नियुक्ति हाल ही में की गई है।
जज कौन बन सकता है?
इसे सुनेंरोकेंसुप्रीम कोर्ट का जज (न्यायधीश) बनने के लिए उम्मीदवार को भारत का नागरिक होना चाहिए। इसके साथ ही वह कम से कम 5 साल तक उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के तौर पर कार्य कर चुका हो। इसके अलावा किसी भी उच्च न्यायालय में 10 साल तक अधिवक्ता रह चुका हो और वह 65 साल की आयु पूरी होने तक इस पद पर रह सकता है।
वर्तमान समय में सुप्रीम कोर्ट में कितने जज हैं?
इसे सुनेंरोकेंसुप्रीम कोर्ट में कुल 33 न्यायाधीश, पर दर्जन भर राज्यों से एक भी जज नहीं
सुप्रीम कोर्ट के जज का नाम क्या है?
इसे सुनेंरोकेंन्यायमूर्ति श्री एच जे कनिया भारत के पहले मुख्य न्यायाधीश थे तथा वर्तमान मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति श्री एन. वी. रमण हैं।
जज बनने के लिए क्या करना चाहिए?
इसे सुनेंरोकेंअगर आप जज बनना चाहते हैं तो आपके पास 12वीं के बाद किसी भी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से लॉ में ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए. इसके अलावा आपके पास सात साल का कानूनी अनुभव होना चाहिए. आपके पास स्थिति को समझकर सही और गलत निर्णय लेने की क्षमता होनी चाहिए. आपको आत्मविश्वासी होने के साथ-साथ ईमानदार भी होना चाहिए.
जिला जज कैसे बनते हैं?
जिला और सत्र न्यायाधीश कैसे बनें (District and Session Judge – Chief Judge in District Court)
- वह कम से कम 7 वर्षों के लिए एक वकील (Advocate) रहा हो और किसी भी भारतीय कोर्ट में वकालत करता हुआ होना चाहिए|
- आवेदक किसी भी राज्य या केंद्र सरकार की सेवा में नहीं होना चाहिए, यानी आवेदक के पास कोई सरकारी नौकरि नहीं होनी चाहिए।