मैं क्यों लिखता हूँ अज्ञेय की रचना है?

मैं क्यों लिखता हूँ अज्ञेय की रचना है?

इसे सुनेंरोकेंमैं क्यों लिखता हूं के लेखक में कृतिकार के स्वभाव और अनुशासन दोनों का ही महत्व दिखा रहा है। लेखक अज्ञेय ने प्रत्यक्ष अनुभव और अनुभूति में अंतर बताते हुए कहा है कि अनुभव तो घटित का होता है, पर अनुभूति संवेदना और कल्पना के सहारे उसे सत्य को मिला लेता है जो कृतिकार के साथ घटित नहीं हुआ है।

प्रमुख स्थिति का दुरुपयोग क्या है?

इसे सुनेंरोकेंएक प्रभुत्व वाले उद्यम द्वारा किए गए विनिर्दिष्ट कार्यों के अनुसार ही प्रभुत्व की स्थिति के दुरुपयोग का निर्णय लिया जाता है। कानून के अंतर्गत ऐसे कार्यों को करना निषेध है। एक प्रभुत्व वाली फर्म द्वारा अधिनियम में निर्दिष्ट प्रकार के किसी भी दुरुपयोग को निषेध माना जाएगा।

मैं क्यों लिखती हूँ?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर: लेखक इसलिए लिखता है ताकि अपनी आंतरिक उद्वेग को प्रकट कर सके। उसे लिखने के बाद ही लेखक इस स्थिति में पहुँचता है जहाँ से वह तटस्थ होकर उस आंतरिक विवशता का मूल्यांकन कर पाए। किसी रचनाकार के प्रेरणा स्रोत किसी दूसरे को कुछ भी रचने के लिए किस तरह उत्साहित कर सकते हैं?

हिरोशिमा जाने पर लेखक को क्या प्रत्यक्ष अनुभव हुआ?

इसे सुनेंरोकेंविस्फोट से विसर्जित रेडियोधर्मी पदार्थ ने उस व्यक्ति को भाप बना दिया और पत्थर को झुलसा दिया। इस प्रत्यक्ष अनुभूति ने लेखक के हृदय को झकझोर दिया। उसे प्रतीत हुआ मानो किसी ने उसे थप्पड़ मारा हो और उसके भीतर उस विस्फोट का भयानक दृश्य प्रज्वलित हो गया। उसे जान पड़ा मानो वह स्वयं हिरोशिमा बम का उपभोक्ता बन गया हो।

मैं क्यों लिखता हूँ के आधार पर बताइए कि लेखक को कौन सी बातें लिखने के लिए?

इसे सुनेंरोकेंलेखक अपनी आंतरिक विवशता के कारण लिखने के लिए प्रेरित होता है। उसकी अनुभूति उसे लिखने के लिए प्रेरित करती है व स्वयं को जानने के लिए भी वह लिखने के लिए प्रेरित होता है। इसलिए लेखक, लेखन के लिए अनुभूति को अधिक महत्व देता है।

लेखक अज्ञेय ने अपने आपको हिरोशिमा के विस्फोट का भुगतान कब और किस तरह महसूस किया?

मैं क्यों लिखता हूं कि आधार पर बताइए कि लेखक को कौन सी बातें लिखने के लिए प्रेरित करती है?

इसे सुनेंरोकेंलेखक अपनी आंतरिक विवशता के कारण लिखने के लिए प्रेरित होता है। उसकी अनुभूति उसे लिखने के लिए प्रेरित करती है व स्वयं को जानने के लिए भी वह लिखने के लिए प्रेरित होता है। इसलिए लेखक, लेखन के लिए अनुभूति को अधिक महत्व देता है। कुछ रचनाकारों के लिए आत्मानुभूति/स्वयं के अनुभव के साथ-साथ बाह्य दबाव भी महत्वपूर्ण होता है।

लेखक आगे ने अपने आपको हिरोशिमा के विस्फोट का भोक्ता कब और किस तरह महसूस किया?

लेखक के अनुसार प्रत्यक्ष अनुभव की अपेक्षा अनुभूति उनके लेखन में कहीं अधिक मदद करती है क्यों?

इसे सुनेंरोकेंक्योंकि यही हृदय में संवेदना जागृत करती है और लेखन के लिए मजबूर करती है। लेखक अपनी आंतरिक विवशता के कारण लिखने के लिए प्रेरित होता है। उसकी अनुभूति उसे लिखने के लिए प्रेरित करती है व स्वयं को जानने के लिए भी वह लिखने के लिए प्रेरित होता है। इसलिए लेखक, लेखन के लिए अनुभूति को अधिक महत्व देता है।

हिरोशिमा पर लिखी कविता लेखक के अतः व बाह्य दोनों दबाब का परिणाम है यह आप कैसे कह सकते हैं?

इसे सुनेंरोकेंप्रश्न 6. हिरोशिमा पर लिखी कविता लेखक के अंत : व बाह्य दोनों दबाव का परिणाम है यह आप कैसे कह सकते हैं? उत्तर : लेखक जापान घूमने गया था तो हिरोशिमा में उस विस्फोट से पीड़ित लोगों को देखकर उसे थोड़ी पीड़ा हुई परन्तु उसका मन लिखने के लिए उसे प्रेरित नहीं कर पा रहा था।