अंतरराष्ट्रीय समझ क्या है?

अंतरराष्ट्रीय समझ क्या है?

इसे सुनेंरोकेंअंतर्राष्ट्रीय सदभावना का अर्थ है-विश्व-नागरिकता। यह भावना इस बात पर बल देती है कि संसार के प्रत्येक मानव में भाई-चारे के सम्बन्ध हों तथा वसुधा एक कुटुम्ब के सामान प्रतीत हो। इस दृष्टि से अंतर्राष्ट्रीय सदभावना, विश्व मैत्री तथा विश्व-बन्धुत्त्व की भावना पर आधारित होते हुए मानव के कल्याण पर बल देती है।

शिक्षा में अंतरराष्ट्रीय ता से आप क्या समझते हैं?

इसे सुनेंरोकेंअंतरराष्ट्रीय शिक्षा के छात्र बहुसांस्कृतिक सीखने के तरीकों और भाषा सीखने जैसे कौशल सीखने की उम्मीद कर सकते हैं। इन कौशलों से न केवल नए, विदेशी सेटिंग्स में शिक्षकों को लाभ होता है, बल्कि कक्षा के बाहर कई क्षेत्रों में अनुकूलनीय होने के लिए मंच भी निर्धारित किया जाता है।

अन्तर्राष्ट्रीय सद्भावना क्या है?

इसे सुनेंरोकेंअन्तर्राष्ट्रीय सद्भावना का तात्पर्य विश्वबन्धुत्व, विश्व मैत्री तथा नागरिकता पर आधारित उस भावना से है जिसके अनुसार कोई व्यक्ति अपने को केवल अपने राष्ट्र की इकाई ही नहीं बल्कि विश्व की इकाई समझने लगता है और अपने राष्ट्र के संकीर्ण हितों को भुलाकर विश्व के सभी राष्ट्रो तथा उसके निवासियों के कल्याण की आकाक्षा करने लगता …

अंतरराष्ट्रीय अवबोध की प्रक्रिया में शिक्षा की क्या भूमिका है?

इसे सुनेंरोकेंअन्तर्राष्ट्रीय अवबोध और शिक्षा शिक्षा द्वारा हम व्यक्ति में विश्व नागरिकता, विश्व बन्धुत्व अन्तर्राष्ट्रीय की भावना, मानव-प्रेम और सहानूभूति की भावना उत्पन्न करने में सफल हो सकते हैं। अभी तक हमारा प्रयास अनेक स्कूलों, विषयों और कार्यक्रमों द्वारा राष्ट्रीयता का निर्माण करना रहा है।

अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा आयोग की स्थापना कब हुई?

इसे सुनेंरोकेंइसका कार्य शिक्षा, प्रकृति तथा समाज विज्ञान, संस्कृति तथा संचार के माध्यम से अंतराष्ट्रीय शांति को बढ़ावा देना है। संयुक्त राष्ट्र की इस विशेष संस्था का गठन 16 नवम्बर 1945 को हुआ था।

अंतरराष्ट्रीय स्थिति में अभी किसकी आवश्यकता है?

इसे सुनेंरोकेंअंतर्राष्ट्रीय स्तर (v) Page 8 अंतर्राष्ट्रीय राजनीति पर युद्धों को रोकने, शान्ति स्थापित करने, हथियारों की होड़ रोकने, संसाधनों का अत्याधिक दोहन न करने, भूमि, समुद्र व आन्तरिक को सुव्यवस्थित रखने आदि विभिन्न विषयों पर राज्यों की गतिविधियों को सुचारू करने हेतु भी अंतर्राष्ट्रीय विधि का होना आवश्यक है।

समाज व विश्व को समझने में स्वयं की समझ कैसे सहायता करती है इस संबंध में अपने विचारो को व्यक्त कीजिए?

इसे सुनेंरोकेंआप स्वयं अपने जीवन का विश्लेषण कर अपने उद्देश्य चुन सकें और अपने शिक्षार्थियों की इसी काम में सहायता कर सकें। इस दुनिया में आने के अपने अर्थ और मकसद को स्वयं तलाश सकें और स्वयं अपने उद्देश्य या लक्ष्य निर्धारित कर सकें, जिन्हें आप प्राप्त करना चाहेंगे।