विश्व पर्यावरण संरक्षण दिवस कब है?
इसे सुनेंरोकेंप्रतिवर्ष सम्पूर्ण विश्व में 26 नवम्बर को ‘विश्व पर्यावरण संरक्षण दिवस’ मनाया जाता है। यह दिवस पर्यावरण संतुलन को बनाए रखने एवं लोगों को जागरूक करने के सन्दर्भ में सकारात्मक कदम उठाने के लिए मनाते हैं। सन् 1992 में विश्व पर्यावरण संरक्षण दिवस मनाने की शुरुआत हुई थी।
विश्व जल संरक्षण दिवस कब मनाया जाता है?
इसे सुनेंरोकेंक्यों मनाया जाता है विश्व जल दिवस? जल संरक्षण और रखरखाव को लेकर दुनियाभर के लोगों में जागरुकता फैलाने के लिए हर 22 मार्च को विश्व जल दिवस मनाया जाता है।
विश्व पर्यावरण दिवस कब मनाया जाता है इसका महत्व बताइए?
इसे सुनेंरोकेंविश्व पर्यावरण दिवस 5 जून, को प्रतिवर्ष मनाया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य जनसामान्य को पर्यावरण के महत्त्व से परिचित कराकर, इसके संरक्षण का प्रयास करना है।
भारत में पर्यावरण संरक्षण दिवस कब मनाया जाता है?
विश्व पर्यावरण दिवस | |
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तिथि | 5 जून |
शुरुआत | सन् 1972 |
उद्देश्य | पर्यावरण की गुणवत्ता के संरक्षण हेतु सभी आवश्यक क़दम उठाना। जैसे- पर्यावरण प्रदूषण के निवारण, नियंत्रण और उपशमन हेतु राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम की योजना बनाना और उसे क्रियान्वित करना। |
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जल संरक्षण की शुरुआत कब हुई?
विश्व जल दिवस | |
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विवरण | विश्व के हर नागरिक को पानी की महत्ता से अवगत कराने के लिए ही संयुक्त राष्ट्र ने “विश्व जल दिवस” मनाने की शुरुआत की थी। |
मनाने की तिथि | 22 मार्च |
शुरुआत | 1992 |
संकल्प | यह दिन जल के महत्व को जानने का और पानी के संरक्षण के विषय में समय रहते सचेत होने का दिन है। |
विश्व जल दिवस कब मनाया जाता है और क्यों?
इसे सुनेंरोकेंविश्व जल दिवस 1993 से हर साल 22 मार्च को मनाया जाता है, जो मीठे या ताजे पानी के महत्व पर आधारित है। विश्व जल दिवस, पानी को लेकर जश्न मनाने का दिन है और सुरक्षित पानी तक पहुंच के बिना रहने वाले 2.2 अरब लोगों के बारे में जागरूकता बढ़ाने का दिन है। यह वैश्विक जल संकट से निपटने के लिए कार्रवाई करने का भी दिन है।
पर्यावरण दिवस मनाने के उद्देश्य क्या है?
इसे सुनेंरोकेंइसी सम्मेलन में संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) की उत्पत्ति हुई और हर साल 5 जून को पर्यावरण दिवस आयोजित करके का निर्णय लिया गया. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य था नागरिकों को प्रदूषण की समस्या से अवगत कराना और पर्यावरण के प्रति जागरूकता लाने के लिए राजनीतिक चेतना जागृत करना.