पंचलाइट को कौन जलाता है?
इसे सुनेंरोकेंतब मुनरी अपनी सहेली के माध्यम से पंचों से कहलवाती है कि गोधन को आता है पंचलाइट जलाना। पंच लोग दूसरे गाँव से पंचलाइट जलाने के लिये किसी को बुलाने की बेइज्ज़ती से बचने के लिये अंततः गोधन को माफ कर देते हैं और उसका हुक्का-पानी बहाल कर दिया जाता है। और उसे सनीमा का गाना गाने की छूट भी मिल जाती है।
पंचलाइट कहानी का मुख्य पात्र कौन है?
इसे सुनेंरोकेंपंचलाइट का मुख्य पात्र गोधन और गाव वाले है. इसमें एक गाव के परिवेश का जिक्र किया गया है. इसमें हम गोधन को नायक और मुनरी नायिका मान सकते है.
मुनरी के मा का नाम क्या है?
इसे सुनेंरोकेंइस पर पंच उसे माफ कर देते है और उसे गांव बुला लिया जाता है। सरपंच बने मुकेश भाटी, मुनरी बनी राधा भाटी, गोधन बने राधाकृष्ण, कलुआ बने कमल रैक्सवाल, मुनरी की मां बनी अणिमा शर्मा, दीवान बने ऋषि कुमार, नम्बरदार बने अर¨वद टम्टा, ग्रामीण बने कृष्णकांत राय, चूरण बने गौतम कुमार के अभिनय को दर्शकों ने भरपूर सराहा।
पंचलाइट कहानी में कौन सा पात्र नहीं है?
इसे सुनेंरोकेंवह ‘पंचलाइट’ को स्प्रिट के अभाव में गरी (नारियल के तेल से ही जला देता है। अब गोधन पर लगे सारे प्रतिबन्ध हटा लिए जाते हैं और उसे इछानुसार स्वतन्त्र आचरण करने की भी छूट मिल जाती है। प्रस्तुत कहानी चूँकि आंचलिक कहानी है। अतः इस कहानी के केन्द्र में अंचल-विशेष या क्षेत्र विशेष हैं, कोई पात्र या चरित्र केन्द्र में नहीं है।
पेट्रोमैक्स को गांव वाले क्या कहते हैं?
इसे सुनेंरोकेंसभी पंचायतों में दरी, जाजिम , सतरंजी और पेट्रोमेक्स हैं – पेट्रोमेक्स, जिसे गाँव वाले पंचलैट कहते हैं ।
फणीश्वर नाथ रेणु जी द्वारा लिखित निम्नलिखित में से कौन सा पाठ आपकी पाठ्य पुस्तक में संकलित किया गया है?
इसे सुनेंरोकेंफणीश्वर नाथ ‘रेणु’ (४ मार्च १९२१ औराही हिंगना, फारबिसगंज – ११ अप्रैल १९७७) एक हिन्दी भाषा के साहित्यकार थे। इनके पहले उपन्यास मैला आंचल को बहुत ख्याति मिली थी जिसके लिए उन्हें पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
गुलरी काकी की बेटी का नाम क्या है?
इसे सुनेंरोकेंप्रस्तावना फणीश्वरनाथ ‘रेणु’ हिन्दी आंचलिक कथा साहित्य के जन्मदाता तथा गुलरी काकी की बेटी मुनरी मन ही मन एक बात सोच रही है कि प्राण प्रतिष्ठाता हैं।
पंचलाइट कहानी क्या शिक्षा देती है?
इसे सुनेंरोकेंवह पंचलाइट को स्पिरिट के अभाव में गरी के तेल से ही जला देता है। अब न केवल गोधन पर लगे सारे प्रतिबन्ध हट जाते हैं वरन् उसे मनोनुकूल आचरण की भी छूट मिल जाती है। पंचलाइट की रोशनी में गाँव में उत्सव मनाया जाता है। प्रस्तुत कहानी में कहानीकार ने यह सिद्ध करने का प्रयास किया है कि आवश्यकता किसी भी बुराई को अनदेखा कर देती है।
गुलरी काकी के बेटी का नाम क्या है?
इसे सुनेंरोकेंकह रहा है, पंचलैट का पम्पू ज़रा होशियारी से देना! गुलरी काकी की बेटी मुनरी के मुँह में बार-बार एक बात आकर मन में लौट जाती है।
पंचलाइट की रोशनी चमकते ही गोधन को रात में घर पर खाना खाने के लिए कौन बुलाता है?
इसे सुनेंरोकेंमुनरी की माँ गुलरी काकी प्रसन्न होकर गोधन को शाम के भोजन का निमन्त्रण देती है। पंच भी अति उत्साहित होकर गोधन को कह देते हैं. ” तुम्हारा सात खून माफ। खूब गाओ सलीमा का गाना।” पंचलाइट की रोशनी में लोग भजन-कीर्तन करते हैं तथा उत्सव मनाते हैं। कहानी का कथानक सजीव है।
पंचलाइट कौन सी विधा है?
इसे सुनेंरोकेंपंचलाइट एक हिन्दी कहानी है जिसके लेखक फणीश्वर नाथ रेणु हैं। यह कहानी रेणु के कहानी संग्रह ‘ठुमरी’ में संकलित है। यह कहानी आंचलिक कहानियों कि श्रेणी में एक प्रमुख कहानी मानी जाती है। यह कहानी 1950 से 1960 के मध्य लिखी गयी थी यह उत्तर प्रदेश और बिहार में हिन्दी साहित्य के कई पाठ्यक्रमों में भी शामिल है। .
पेट्रोमैक्स क्या होता है?
इसे सुनेंरोकेंपेट्रोमैक्स एक प्रकार के दबावयुक्त पैराफिन लैंप ( यूएस : केरोसिन लैंप) के लिए एक ब्रांड नाम है जो एक मेंटल का उपयोग करता है । वे में पैराफिन दीपक का पर्याय बन गया के रूप में कर रहे हैं महाद्वीपीय यूरोप के रूप में Tilley लैंप में हैं ब्रिटेन और कोलमैन लालटेन में हैं संयुक्त राज्य अमेरिका ।