तुलसी में तो और लक्ष्मी अगर सुभागी को घर से अलग कर देते तो क्या ोता?

तुलसी में तो और लक्ष्मी अगर सुभागी को घर से अलग कर देते तो क्या ोता?

इसे सुनेंरोकेंतुलसी महतो और लक्ष्मी अगर सुभागी को घर से अलग कर देते तो क्या होता? उत्तर: अगर तुलसी महतो और लक्ष्मी अपनी विधवा बेटी सुभागी को घर से अलग कर देते, तो सुभागी गाँव के लोगों की सहायता करती। उनकी खेती पर मेहनत करती और अपने पैरों पर खड़ी होकर अपना विवाह भी कर लेती ।

सुभागी का नाम उसके चरित्र को कितना सार्थक करता है अपने शब्दों में लिखिए?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर – सुभागी का अर्थ है भाग्यवान । अगर हम सुभागी के चरित्र को पाठ के आधार पर देखे तो यह उसके चरित्र को शत प्रतिशत सार्थक करता है । वह एक ईमानदार, मेहनती, परोपकारी और माता पिता की योग्य संतान थी । किन्तु अपने स्वयं के लिए उसका नाम सार्थक नहीं था क्योंकि वह स्वयं कष्ट में रही ।

भोलानाथ के पिताजी आटे की गोलियाँ कहाँ फेंकते थे?

इसे सुनेंरोकें➲ भोलानाथ के पिता आटे की 500 गोलियां गंगाजी में प्रवाहित करते थे। ⏩ भोलानाथ के पिता पहले एक कागज पर रामनाम लिखते और उस कागज में आटे की गोली लपेट लेते। इस तरह वह रामनाम लिखे कागज की 500 गोलियां तैयार करते और लेखक के साथ उन गोलियों को लेकर गंगाजी की ओर निकल पड़ते।

भोलानाथ को कौन सी शरारत महँगी पड़ी *?

इसे सुनेंरोकेंभोलेनाथ को कौन-सी शरारत महँगी पड़ी? भोलेनाथ को चूहों के बिल में पानी डालना बहुत महँगा पड़ा। चूहों के बिल में पानी डालने से बिल से क्या निकला? चूहों के बिल में पानी डालने से बिल से साँप निकला।

भोला की मां पिता को खाना खिलाने के बाद भी क्यों और कैसे खिलाती थी?

इसे सुनेंरोकेंभोलानाथ हमेशा अपने पिता के साथ रहता था, लेकिन जब भी खाना खाने की बारी आती तो भोलानाथ की माँ को संतुष्टि नहीं होती और पिता द्वारा खाना खिलाने पर माँ को लगता कि उनके बेटे ने पेट भर के खाना नहीं खाया है। इसलिए वह अपने हाथ से भोलानाथ को खाना खिला दी थी।

तुलसी के पास क्या रखना चाहिए?

इसे सुनेंरोकेंतुलसी को बहुत ही पवित्र और पूजनीय माना गया है, इसलिए इसके रख-रखाव में विशेष सावधानी बरतने की जरुरत होती है। तुलसी के पौधे के पास हमेशा सफाई रखनी चाहिए और इसके आस-पास जूते-चप्पल, गंदे कपड़े या फिर झाड़ू आदि नहीं रखनी चाहिए। तुलसी को हमेशा साफ हाथों से ही तोड़ना चाहिए अन्यथा तुलसी सूखने लगती है।