नागार्जुन और वेंकटेश में क्या रिश्ता है?
इसे सुनेंरोकेंसाउथ स्टार वेंकटेश डग्गुबाती न सिर्फ नागार्जुन की एक्स वाइफ लक्ष्मी दग्गुबाती के भाई है। बल्कि वो नागार्जुन के करीबी दोस्त भी हैं। नागार्जुन ने अपने पिता के दोस्त की बेटी लक्ष्मी से शादी रचाई थी। इस रिश्ते से फिल्म स्टार वेंकटेश एक्टर नागार्जुन के साले हुए।
नागार्जुन की फैमिली में कौन कौन है?
इसे सुनेंरोकेंसाथ फैमिली वेकशन एन्जॉय करता है अक्किनेनी परिवार सामंथा अक्किनेनी (Samantha Akkineni) और नागा चैतन्य, नागार्जुन (Nagarjuna Akkineni) के साथ अक्सर फैमिली ट्रिप पर भी जाते हैं। जिसकी तस्वीरें खूब वायरल होती है।
नागार्जुन के भाई कौन है?
इसे सुनेंरोकेंराहुल और नागार्जुन ‘गुरु भाई’ हैं। लंका की उस विख्यात बौद्धिक शिक्षण संस्था में रहते हुए मात्र बौद्ध दर्शन का अध्ययन ही नहीं हुआ बल्कि विश्व राजनीति की ओर रुचि जगी और भारत में चल रहे स्वतंत्रता आंदोलन की ओर सजग नजर भी बनी रही। १९३८ ई० के मध्य में वे लंका से वापस लौट आये। फिर आरंभ हुआ उनका घुमक्कड़ जीवन।
नागार्जुन के कितने भाई हैं?
अक्किनेनी नागार्जुन (तेलुगू: అక్కినేని నాగార్జున; जन्म २९ अगस्त १९५९) एक भारतीय फिल्म अभिनेता, निर्माता, नर्तक, उद्यमी और टेलीविजन प्रस्तोता है जो मुख्यतः तेलुगू सिनेमा और टेलीविजन में काम करते है।…
अक्किनेनी नागार्जुन Akkineni Nagarjuna | |
---|---|
संबंधी | दग्गुबाती-अक्किनेनी परिवार देखें |
नागार्जुन कौन थे उन्होंने कौन सा विशेष कार्य किया?
इसे सुनेंरोकेंनागार्जुन ईसा की पहली शताब्दी में हुए थे। वे बौद्ध शास्त्रों तथा भारतीय दर्शन के महान विद्वान थे। बौद्ध धर्म से उत्पन्न महायान और हीनयान दो भागों के विवाद में नागार्जुन ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। उन्हीं के अथक प्रयासों से महायान को सफलता प्राप्त हुई थी।
नागार्जुन का जन्म कब हुआ था?
11 जून 1911यात्री (वैद्यनाथ मिश्र नागार्जुन) / जन्म तारीख
नागार्जुन की उम्र कितनी है?
62 वर्ष (29 अगस्त 1959)अक्किनेनी नागार्जुन / उम्र
नागार्जुन की रचना कौन सी नहीं है?
नागार्जुन
निधन | 05 नवम्बर 1998 |
उपनाम | यात्री, नागार्जुन |
जन्म स्थान | ग्राम तरौनी, जिला दरभंगा, बिहार, भारत |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
---|---|
युगधारा, खिचड़ी विप्लव देखा हमने, पत्रहीन नग्न गाछ, प्यासी पथराई आंखें, इस गुब्बारे की छाया में |
नागार्जुन कैसे कवि थे?
इसे सुनेंरोकेंनागार्जुन के काव्य का एक महत्वपूर्ण विशेषता यह है कि उनकी कविता स्थान विशेष की कविता न होकर पूरे हिंदी प्रांत की और पूरे देश की कविता है नागार्जुन मूलतः मैथिली भाषी है। यात्री नाम से मैथिली में कविता भी लिखते थे। मैथिली की अपनी कविताओं पर वे साहित्य अकादमी के पुरस्कार से सम्मानित भी हुए है।