जीवक किसका राजवैद्य था?
इसे सुनेंरोकेंमगधनरेश बिंबिसार का प्रसिद्ध राजवैद्य ‘जीवक’ बुद्ध का अनुयायी था। इसका आयुर्वेद का ज्ञान अत्यंत उच्च कोटि का था। इसकी माता का नाम सलावती था जो राजगृह की गणिका थी।
जीवक के गुरु कौन थे?
जीवक
जन्म: | राजगृह, मगध बिहार |
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माता: | सालवती |
राष्ट्रीयता: | भारतीय |
धर्म : | बौद्ध |
शिक्षा: | तक्षशिला विश्वविद्यालय रावलपिंडी ज़िला, पंजाब पाकिस्तान |
जीवक की मां का क्या नाम था?
आम्रपाली
सलावाती
जीवक/माएं
जीवक ने क्या संकल्प किया था?
इसे सुनेंरोकेंप्रश्न 6. जीवक ने कौन-सा संकल्प लिया था? उत्तर: जीवक ने यह संकल्प लिया था कि वे कठिन परिश्रम और तप से योग्यता हासिल करेंगे तथा कभी भी किसी पर आश्रित बनकर नहीं रहेंगे और अपनी सामर्थ्य के अनुसार सबकी सहायता करेंगे।
भगवान बुद्ध के निजी चिकित्सक कौन थे?
इसे सुनेंरोकेंजीवक राजा बिंबिसार के दरबार में प्रसिद्ध चिकित्सक का नाम था जो भगवान बुद्ध के निजी चिकित्सक थे। वह 5वीं शताब्दी ईसा पूर्व में राजगृह, वर्तमान राजगीर में रहते थे। जीवक को कभी-कभी “चिकित्सा राजा” के रूप में भी वर्णित किया गया था।
सांवरा जी से चित्तौड़ का किला कितनी दूर है?
इसे सुनेंरोकेंचित्तौड़गढ़ से सांवलिया सेठ मंदिर की दूरी 45 किलोमीटर है। The distance from Chittorgarh to Sanwaliya Seth Temple is 45 kms.
जीवक कहाँ का रहने वाला था?
इसे सुनेंरोकेंवे बिम्बसार के शासनकाल में मगध की राजधानी, वर्तमान राजगीर) में एक गणिका के पुत्र के रूप में जन्मे थे। जन्म के पश्चात लोक लाज से बचाने हेतु उन्हें एक कूड़े के ढेर पर फेंक दिया गया था।
कौन एक प्रति जीवक नहीं है?
जीवक कौमारभच्च प्राचीन भारत के प्रसिद्ध आयुर्वेदाचार्य थे। अनेक बौद्ध ग्रन्थों में उनके चिकित्सा-ज्ञान की व्यापक प्रशंसा मिलती है। वे बालरोगविशेषज्ञ थे। वे महात्मा बुद्ध के निजी वैद्य थे।…जीवक
जीवक कौमारभच्च | |
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मृत्यु | राजगृह, मगध |
राष्ट्रीयता | मगध |
पेशा | वैद्य |
धर्म | बौद्ध धर्म |
राजा बिंबिसार के दरबार में उस प्रसिद्ध चिकित्सक का क्या नाम है जो भगवान बुद्ध के निजी चिकित्सक थे?
इसे सुनेंरोकेंसही उत्तर जीवक है। जीवक राजा बिंबिसार के दरबार में प्रसिद्ध चिकित्सक का नाम था जो भगवान बुद्ध के निजी चिकित्सक थे। वह 5वीं शताब्दी ईसा पूर्व में राजगृह, वर्तमान राजगीर में रहते थे। जीवक को कभी-कभी “चिकित्सा राजा” के रूप में भी वर्णित किया गया था।