वजू में क्या फर्ज होते हैं?
इसे सुनेंरोकेंवजू में कुल चार फ़र्ज़ हैं। अगर एक भी फ़र्ज़ छूटा तो वजू नहीं होगा। वजू नहीं तो नमाज भी नहीं।
वजू का क्या मतलब है?
इसे सुनेंरोकेंनमाज पढ़ने से पहले शारीरिक शुद्धि के लिए हाथ पाँव धोना (मुसलमान)।
वजू कैसे टूटता है?
वज़ू किन चीजों से टूट जाता है?
- पेशाब के करने से वज़ू टूट जाता है !
- पखाना करने से वज़ू टूट जाता है !
- री खारिज होने से वज़ू टूट जाता है !
- नीद के आने से भी वज़ू टूट जाता है !
- गुस्ल जनाबत के वाजिब होने से भी वज़ू टूट जाता है !
वुज़ू में कितनी सुन्नत है?
इसे सुनेंरोकेंजवाब : वज़ू में 14 चौदह सुन्नत होते हैं / Wazu Ke 14 Sunnat Hain.
कितने फर्ज होते हैं?
इसे सुनेंरोकेंNamaz ke kitne farz hai 6 या 7 नमाज में कुल मिलाकर सात चीजें फर्ज है, इनमें से एक भी अगर छूटा तो वह नमाज़ कबूल नहीं की जाएगी।
गुसल करने का सही तरीका क्या है?
इसे सुनेंरोकेंकई बार क्या होता है, कि हमारे बाल खुले होते हैं; गुसल के दौरान तो उस वक्त हर बालों के नोक से लेकर जड तक पानी बहाना जरूरी है. अगर आपके बाल गुंधे हुए हैं और आप एक मर्द हैं तो आप पर यह फर्ज है; कि आप अपने बालों को खोलें और बालों की नोक से लेकर जड तक पानी बहाएं, अगर बाल नही खोलेंगे तो गुसल नहीं होगा.
नमाज कैसे पढ़ी जाती है?
इसे सुनेंरोकेंनमाज पढ़ने के लिए मुसलमान मक्का (किबला) की ओर मुख करके खड़ा हो जाता है, नमाज की इच्छा इरादा करता है और फिर “अल्लाह हो अकबर” कहकर तकबीर कहता है। इसके बाद दोनों हाथों को कानों तक उठाकर नाभि के करीब इस तरह बाँध लेता है कि दायां हाथ बाएं हाथ पर। वह बड़े सम्मान से खड़ा होता है उसकी नज़र सामने ज़मीन पर होती हैं।
खाना खाने से वजू टूट जाता है क्या?
इसे सुनेंरोकेंमुँह से कुछ निकलना – मतलब ये कि आप वज़ु से हैं और आपके मुँह से खाना पानी या खून वगैरा का मुँह भर के हो जाए तो आपका वज़ु टूट जायगा। Note – वैसे तो बदन के किसी भी हिस्से से खून गिर जाए तो वो Wazu todne wali cheezen में आता है।
सुन्नत कैसे पढ़ी जाती है?
इसे सुनेंरोकेंजोहर की 4 रक्त फर्ज की नियत) नियत की मैंने चार रकत नमाज़ जुहर की फज्र वास्ते अल्लाह तआला के मुंह मेरा काअबा शरीफ के तरफ अल्लाहु अकबर.) जोहर की 2 रक्त सुन्नत की नियत) नियत की मैंने दो रकत नमाज़ जुहर की सुन्नत रसूलपाक के वास्ते अल्लाह तआला के मुंह मेरा काअबा शरीफ के तरफ अल्लाहु अकबर.)
नमाज़ में कितने फ़र्ज़ होते हैं?
इसे सुनेंरोकेंदोस्तों आपको बता दें नमाज में कुल 7 फर्ज होते हैं। जो लोग यह कहते हैं, कि नमाज में 13 फर्ज होते हैं।
गुसल में कितने फ़र्ज़ है?
इसे सुनेंरोकेंशरीयत के मुताबिक गुसल के तीन फर्ज हैं. कुल्ली करना। नाक में पानी डालना। पूरे बदन पर पानी बहाना।