गुलरुखी के उपनाम से कविताएं कौन लिखा था?

गुलरुखी के उपनाम से कविताएं कौन लिखा था?

इसे सुनेंरोकेंसिकंदर लोदी ‘गुलरूखी’ के उपनाम से फारसी में कविताएं लिखता था।

बा किसका उपनाम है?

इसे सुनेंरोकेंकस्तूरबा गांधी (1869-1944), महात्मा गांधी की पत्नी जो भारत में बा के नाम से विख्यात है। कस्तूरबा गाँधी का जन्म 11 अप्रैल सन् 1869 ई.

गुलरुखी के नाम से कौन जाना जाता था?

निम्न में से कौन गुलरुखी के उपनाम से कविताएँ लिखा करता था.

1) इब्नबतूता
2) जिया उद्रदीन बरनी
3) शम्स ए सिराज अफीफ
4) सिकन्दर लोदी
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देशबंधु किसका उपनाम है?

इसे सुनेंरोकेंदेशबंधु के नाम से चितरंजन दास को जाना जाता है। चितरंजन दास ।

कौन सा शासक एक अच्छा कविता?

इसे सुनेंरोकेंप्राय: सभी बड़े मुगल शासक कलाप्रेमी और उनके आश्रयदाता थे। पर, कम से कम मुझे, यह पता नहीं था कि उनमें से प्राय: सभी ने कविता भी लिखी थी। कविकीर्ति अन्तिम मुगल शासक बहादुर शाह जफर की है, वह भी उर्दू कविता के हिस्से आई है।

दीनबंधु कौन है?

इसे सुनेंरोकेंचार्ल्स फ्रीयर एंड्रयूज को फीजी में भारतीय बंधुआ (गिरमिटिया) मजदूरों की मुक्ति के लिए प्रयास-रत होने के कारण, उन्हें दीनबंधु के नाम से पुकारा जाने लगा। वे भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन पर लिखा करते थे। उन्होंने जालियांवाला बाग-कांड की खुल कर भर्तस्ना की थी। वे गांधी एवं टैगोर के करीबी थे।

दीनबंधु का अर्थ क्या है?

इसे सुनेंरोकें[सं-पु.] – 1. देशवासी जो भाई के समान होता है 2. हमवतन।

कौन सा मुगल शासक एक कवि भी था?

इसे सुनेंरोकेंसही उत्तर बहादुर शाह जफर द्वितीय है। बहादुर शाह जफर या बहादुर शाह द्वितीय भारत के बीसवें और अंतिम मुगल सम्राट थे। वह अपने पिता अकबर द्वितीय के उत्तराधिकारी बने। वह एक प्रसिद्ध उर्दू कवि भी थे, जिन्होंने कई उर्दू ग़ज़लें लिखी थीं।

कौन सा मुगल शासक स्वयं एक महान कवि भी था?

इसे सुनेंरोकेंजलाल उद्दीन मोहम्मद अकबर (उर्दू: جلال الدین محمد اکبر) (१५ अक्तूबर, १५४२-२७ अक्तूबर, १६०५) तैमूरी वंशावली के मुगल वंश का तीसरा शासक था। अकबर को अकबर-ऐ-आज़म (अर्थात अकबर महान), शहंशाह अकबर, महाबली शहंशाह के नाम से भी जाना जाता है।