पेथिक लॉरेंस कौन थे?

पेथिक लॉरेंस कौन थे?

इसे सुनेंरोकेंपेथिक लॉरेंस भारत में आने वाले अंग्रेज़ साइमन कमीशन का एक सदस्य और उसका अध्यक्ष था। साइमन कमीशन भारत में 22 जनवरी, 1946 ई. को आया था। पेथिक लॉरेंस भारत को स्वाधीनता प्रदान किये जाने का पक्षधर था।

लारेंस के बारे में कौन ढेरर्सारी बाते जानती है कबूतर गौरैया मैना कोई नहीं?

इसे सुनेंरोकेंलॉरेंस की पत्नी फ्रीडा ने ऐसा क्यों कहा होगा कि “मेरी छत पर बैठने वाली गौरैया लॉरेंस के बारे में ढेर सारी बातें जानती है?” उत्तर: सालिम अली की तरह लॉरेंस भी प्रकृति और पक्षी प्रेमी थे। वे अपने आसपास की पर्यावरणीय गतिविधियों को जानने में तथा पक्षियों के बारे में जानकारी एकत्र करने में अपना समय बिताया करते थे।

लोगों ने फ्रीडा से क्या अनुरोध किया और फ्रीडा ने उन्हें क्या उत्तर दिया?

इसे सुनेंरोकेंलॉरेंस की पत्नी फ्रीडा ने ऐसा क्यों कहा होगा कि “मेरी छत पर बैठने वाली गौरेया लॉरेंस के बारे में ढेर सारी बातें जानती है?” उत्तर: लॉरेंस की पत्नी फ्रीडा ने ऐसा इसलिए कहा होगा क्योंकि फ्रीडा जानती थी कि लॉरेंस प्रकृति और पक्षियों से असीम प्रेम करते थे। वे अपने घर की छत पर बैठने वाली गौरैया को बहुत प्रेम करते थे।

लॉरेंस कौन थे class 9 Hindi?

इसे सुनेंरोकेंलॉरेंस बीसवीं शताब्दी के प्रसिद्ध अंग्रेजी उपन्यासकार थे। वह प्रकृति और पक्षी प्रेमी भी थे। उनमें और सलीम अली दोनों में यह समानता थी कि दोनों ही पक्षी और प्रकृति प्रेमी थे। दोनों ही पक्षी विज्ञानी भी थे।

लॉरेंस की पत्नी फ्रीडा ने ऐसा क्यों कहा कि लॉरेंस के बारे में उनसे ज़्यादा छत की गौरया जानती है?

कृष्ण की बाँसुरी के जादू से कभी कौन खाली नहीं होता * 1 Point?

इसे सुनेंरोकेंकृष्ण की बाँसुरी के जादू से कभी कौन खाली नहीं होता? (D) वृंदावन। उत्तर.

सालिम अिी की आँखों पर चढ़ी दूरबीन उनकी मौत के बाद ही तो उतरी थी इस कथन से िेखक का क्या आशय हैं?

इसे सुनेंरोकेंलेकिन अंतिम समय तक मौत उनकी आँखों से वह रोशनी छीनने में सफल नहीं हुई जो पक्षियों की तलाश और उनकी हिफ़ाज़त के प्रति समर्पित थी। सालिम अली की आँखों पर चढ़ी दूरबीन उनकी मौत के बाद ही तो उतरी थी। । उन जैसा ‘बर्ड वाचर’ शायद ही कोई हुआ हो। लेकिन एकांत क्षणों में सालिम अली बिना दूरबीन भी देखे गए हैं।

तहमीना और फ्रीडा कौन थीं?

इसे सुनेंरोकेंतहमीना सालिम अली की सहपाठिनी थी जो बाद में उनकी जीवनसंगिनी बनी। उन्होंने सालिम अली के पक्षी-प्रेम के मार्ग में कोई बाधा नहीं खड़ी की। उन्होंने सालिम अली का साथ दिया और प्रकृति से जुड़ने में उनकी मदद की।

सालिम अली की जीवन साथी का क्या नाम था?

इसे सुनेंरोकेंसलीम अली के प्रारंभिक सर्वेक्षणों में उनकी पत्नी तहमीना का साथ और समर्थन दोनों प्राप्त हुआ और एक मामूली सर्जरी के बाद 1939 में उनकी पत्नी की मृत्यु हो जाने के बाद वे एकदम टूट गए। 1939 में तहमीना की मृत्यु के बाद, सलिम अली अपनी बहन कम्मो और बहनोई के साथ रहने लगे।