आउटसाइडर कहानी की लेखिका कौन है?

आउटसाइडर कहानी की लेखिका कौन है?

इसे सुनेंरोकेंआउटसाइडर (मालती जोशी)

आउटसाइडर कहानी के प्रमुख पात्र कौन है?

इसे सुनेंरोकेंप्रस्तुत कहानी में परिवार की सबसे बड़ी लड़की नीलम अपने पिता की आकस्मिक निधन के बाद नौकरी करके तथा अविवाहित रहकर पूरे परिवार के भरण-पोषण का उत्तरदायित्तव निभाती है। नीलम एक कॉलेज में अध्यापन का कार्य करती है। उसके तीन भाई हैं – सबसे बड़ा सुजीत (जीत) मझला सुदीप ( दीपू ) और सबसे छोटा सुमित।

आउटसाइडर कहानी के प्रमुख पात्र कौन है उसकी चारित्रिक विशेषताओं को पठित पाठ के आधार पर स्पष्ट करें 10?

इसे सुनेंरोकेंनीलम अपने परिवार की सबसे बड़ी लड़की थी ,जो अपने पिता की आकस्मिक निधन के बाद नौकरी करके तथा अविवाहित रहकर पूरे परिवार के भरण-पोषण का उत्‍तरदायित्व निभाती है। वह एक कॉलेज में अध्या,पन का कार्य करती है।

नीलम का परिचय देते हुए बताइए कि उसके परिवार में कौन कौन था?

इसे सुनेंरोकेंपिता के असमय स्वर्गवास के बाद घर का सारा दायित्व युवती नीलम के कंधों पर लाद दिया जाता है। माँ ने यह नहीं सोचा कि उसकी सबसे बड़ी बेटी अर्थात् नीलम का विवाह सबसे बड़ी प्राथमिकता है। वह तो केवल यह सोचती है कि घर का भरण-पोषण, बच्चों की शिक्षा-दीक्षा और पारिवारिक दायित्वों का एकमात्र आर्थिक स्रोत नीलम ही है।

मालती पात्र क्या है?

इसे सुनेंरोकेंAnswer:इस लेख में आप पढ़ेंगे गोदान के प्रमुख पात्र मालती का चरित्र चित्रण। लेख को अंत तक अवश्य पढ़ें ताकि इस विषय पर आप गहराई से समझ पा सके। – प्रेमचंद ने अपने पात्रों के चरित्र पर प्रकाश आरंभ में डाला है। – दूसरी महिला जो ऊंची एड़ी का जूता पहने हुए हैं , और जिनकी मुख छवि पर हंसी फूटी पड़ी है ‘ मिस मालती ‘ है।

मालती जोशी का मूल प्रतिपाद्य क्या है?

इसे सुनेंरोकेंमालती जोशी एक हिन्दी लेखिका हैं, जिन्हें २०१८ में साहित्य तथा शिक्षा के क्षेत्र में उनके योगदानों के लिए पद्म श्री से सम्मानित किया गया। जीवन की छोटी-छोटी अनुभूतियों को, स्मरणीय क्षणों को मैं अपनी कहानियों में पिरोती रही हूं। ये अनुभूतियां कभी मेरी अपनी होती हैं कभी मेरे अपनों की।

मालती जोशी की कहानियों की मुख्य विशेषताएं क्या है?

इसे सुनेंरोकेंवर्ष 1971 में ‘धर्मयुग’ में उनकी पहली कहानी प्रकाशित हुई। उसके बाद वह भारतीय पाठकों की चहेती लेखिका बन गईं। मुंशी प्रेमचंद की तरह मालती जोशी की कहानियों की भी भाषा सहज, सरल और संवेदनशील होती है। उन्होंने मध्यवर्गीय परिवारों की गहन मानवीय संवेदनाओ के साथ नारी मन के सूक्ष्म तंतुओं को रेखाकित किया है।

मालती के पिता का नाम क्या है?

इसे सुनेंरोकेंउनके पिता वेंकटचलम और उनके माता का नाम ज्ञानम्बा था। मालती अपने माता-पिता की छठी और सबसे छोटी संतान थी।

मालती जोशी का जन्म कब हुआ?

4 जून 1934 (आयु 87 वर्ष)मालती जोशी / जन्म तारीख