उत्साह कविता का मूल भाव क्या है संक्षेप में लिखिए?
इसे सुनेंरोकेंउत्साह का भावार्थ(सार)- उत्साह कविता में कवि कहता है की संसार के सभी लोग गर्मी के कारण व्याकुल और अनमने हो रहे थे। संसार के संपूर्ण मानव-समुदाय में बदलाव के परिणामस्वरूप व्याकुलता और अनमनी परिस्थितियों का वातावरण बना हुआ था। साहित्य के द्वारा ही समाज में चेतना का भाव आने का भरोसा बना है।
महूरत का तत्सम रूप क्या होगा?
इसे सुनेंरोकेंमुहूर्त शब्द = महुरत शब्द का तत्सम रुप है। तत्सम किसे कहते है? जो शब्द संस्कृत शब्द से ज्यों के त्यों हिन्दी में ले लिये गए है, उन्हें हम तत्सम शब्द कहते है।
दूसरों के सहारे जीने का भाव कविता की कौन सी पंक्ति में आया है?
इसे सुनेंरोकेंदूसरों के सहारे जीने का भाव कविता की कौन-सी पंक्ति में आया है? दूसरों के सहारे जीने का भाव कविता की ‘किसी का दिया दूध पीते रहे’ पंक्ति से लिया गया है।
फिसड्डी रहने का क्या अर्थ है?
इसे सुनेंरोकेंफिसड्डी = पीछे रहने वाले।
उत्साह कविता का संदेश क्या है?
इसे सुनेंरोकें’उत्साह’ कविता में कवि ‘सूर्यकांत त्रिपाठी निराला’ में जीवन में सकारात्मकता को अपनाने का संदेश दिया है। किसी कार्य की पूर्ति के लिए शरीर में ऊर्जा के संचार हेतु उत्साह होना आवश्यक है। उत्साह कविता में कवि ने बादलों के माध्यम से यही संदेश देने का प्रयत्न किया है।
अट नहीं रही कविता का वर्ण्य विषय क्या है?
इसे सुनेंरोकेंअट नहीं रही है इस कविता में कवि ने वसंत ऋतु की सुंदरता का बखान किया है। वसंत ऋतु का आगमन हिंदी के फागुन महीने में होता है। ऐसे में फागुन की आभा इतनी अधिक है कि वह कहीं समा नहीं पा रही है।
तत्सम का शाब्दिक अर्थ क्या है?
इसे सुनेंरोकेंतत्सम शब्द संस्कृत भाषा के दो शब्दों, तत् + सम् से मिलकर बना है। तत् का अर्थ है – उसके, तथा सम् का अर्थ है – समान। अर्थात – ज्यों का त्यों। जिन शब्दों को संस्कृत से बिना किसी परिवर्तन के ले लिया जाता है, उन्हें तत्सम शब्द कहते हैं।
बुद्धि का तत्सम शब्द क्या है?
इसे सुनेंरोकेंबुड्ढा / बूढ़ा शब्द का तत्सम रूप वृद्ध है।
अविचल खड़ा हिमालय कौन कौन से दायित्व निभा रहा है?
इसे सुनेंरोकें(ब) अविचल खड़ा हिमालय कौन-कौन से दायित्व निभा रहा है। प्रारंभिककाल से ही हिमालय भारत की रक्षा कर रहा है। हिमालय के उस पार कई बार दुश्मनों ने घुसपैठ करने की कोशिश की किंतु हिमालय ने अडिग रहकर हमारी मदद की। इसके अलावा हिमालय उत्तर दिशा में आने वाली बर्फ की आंधियों से हमारी रक्षा करता है।
उत्साह कविता का प्रतिपाद्य क्या है?
इसे सुनेंरोकेंAnswer: कवि ने उत्साह कविता मैं बादलों का आहान करते हुए कांति लाने के लिए कहां है. इस कविता में बादलों को कांति दूत मानकर सोए अलसाए और कर्त विमुख लोगों को कांति लाने के लिए प्रेरित किया गया है इस कांति या विलंब के बिना समाज की जड़ता और कर्त मुख्यता मैं परिवर्तन लाना संभव नहीं है.
अट नहीं रही है कविता के कवि के अनुसार घर घर में क्या भर जाता है *?
इसे सुनेंरोकेंबताइए कि वह उसकी कौन-सी खूबी है जिससे घर-घर भर जाता है? ‘अट नहीं रही है’ कविता के आधार पर उत्तर दीजिए। उत्तर: मंद-मंद बहने वाला पवन घर-उपवन, वन सभी को आनंदित कर देता है। बसंत में पवन की विशिष्टता का वर्णन।