गुमला जिला कब बना?

इसे सुनेंरोकें18 मई 1983 को गुमला जिला रांची जिले से बना था। पहले यह पुराने रांची जिले का उप-विभाजन था। जिला 22 से 35 ते 23 से 33 डिग्री उत्तर अक्षांश और 84 40 से 85 1 पूर्वी देशांतर के बीच है।

झारखंड में साइक्लोन कब तक है?

इसे सुनेंरोकेंमौसम केंद्र रांची के प्रभारी अभिषेक आनंद ने जानकारी दी है कि जवाद (Jawad cyclone 2021) ने साइक्लोन का रूप ले लिया है. अभी यह पश्चिम बंगाल की खाड़ी में है. आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तट पर पहुंचने के बाद पांच दिसंबर की दोपहर को पुरी (ओडिशा) तट के पास टकरायेगा. छह को यह पश्चिम बंगाल के तटीय इलाके में समाप्त हो जायेगा.

गुमला जिला में कितने प्रखंड है?

इसे सुनेंरोकेंगुमला में 12 प्रखंड है, अलबर्ट एक्का (जरी), बसिया, बिशुनपुर, चैनपुर, डूंगरी, घागरा, गुमला, कामदारा, पालकोट, रेदेही, सिसई।

झारखंड में कितना डिग्री ठंडा है?

इसे सुनेंरोकेंयहां का अधिकतम तापमान 15.5 डिग्री और न्यूनतम तापमान 11.4 डिग्री रहा। सोमवार को यहां का अधिकतम तापमान 15.2 और न्यूनतम तापमान 11.5 डिग्री था। सर्दी में दूसरे नंबर पर डालटनगंज रहा। यहां अधिकतम तापमान 19.6 डिग्री और न्यूनतम 13.6 डिग्री रहा।

गुमला जिला में कितने पंचायत हैं?

इसे सुनेंरोकेंगुमला जिले में 159 पंचायत है.

गुमला जिला में कितने गांव हैं?

जनसांख्यिकी

कुल क्षेत्र (वर्ग कि.मी.) 5327
कुल शहरी घर 6511
कुल ग्राम 948
बसे हुए गांवों 944
निर्जन गांवों 04

लोहरदगा जिला कब बना है?

इसे सुनेंरोकें1983 ई0 में राँची को विभाजित कर तीन जिले यथा राँची, गुमला और लोहरदगा के निर्माण के फलस्वरूप लोहरदगा जिला के रूप में अस्तित्व में आया | जिले का नामकरण लोहरदगा शहर के नाम पर किया गया जो जिले का प्रशासनिक मुख्यालय बना |और पढ़ें …

रांची का पुराना नाम क्या था?

इसे सुनेंरोकेंपहले, रांची जिले का नाम लोहरदगा था। यह पुराना जिला 1831-32 में गैर-विनियमन दक्षिण – पश्चिम सीमा के गठन के बाद अस्तित्व में आया। वर्ष 1899 में, जिले का नाम लोहरदगा से बदलकर रांची कर दिया गया।