सिक्का बदल गया कहानी में मुख्य पात्र कौन है?

सिक्का बदल गया कहानी में मुख्य पात्र कौन है?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर :- ‘सिक्का बदल गया’ की मुख्य पात्र शाहनी है।

साहनी शेर को क्या आशीर्वाद देती है?

इसे सुनेंरोकेंवह अपनी हवेली से बेहद प्यार करती है। बिना कुछ लिए वह घर छोड़ देती है।

सिक्का बदल गया क्या?

इसे सुनेंरोकेंसिक्का बदल गया कहानी वर्ष 1948 में प्रतीक पत्रिका में प्रकाशित हुआ। इस कहानी में विभाजन से उत्पन्न कठोर परिस्थितियों का मार्मिक चित्रण है। इस कहानी में यह स्पष्ट किया गया है कि समय बदलते देर नहीं होती। जिस हवेली की मालिकन हुआ करती थी उसी से उसे निकाला जा रहा है और शरणार्थी कैम्प में जाने को मजबूर किया जा रहा।

दिलो दानिश किसका उपन्यास है?

इसे सुनेंरोकेंहिन्दी जगत में अपनी अलग और विशिष्ट पहचान के लिए मशहूर कृष्णा सोबती का यह उपन्यास विशिष्ट है। शब्दों की आत्मा को छूने-टटोलने वाली कृष्णा जी ने दिलो-दानिश में दिल्ली की एक पुरानी हवेली और उसमें रहने वाले लोगों के माध्यम से तत्कालीन जीवन और समाज का जैसा चित्रण किया है, वह अनूठा है।

हम हशमत शब्द चित्र में हशमत कौन हैं?

इसे सुनेंरोकेंहम हशमत-1 ‘हम हशमत’ बोलते शब्द-चित्रों की एक घूमती हुई रील है। एक विस्तृत जीवन-फलक जैसे घूमता है और सामने एक के बाद एक चित्र उभरते जाते हैं – साफ़ और जीवंत। और, अंत में जब पूरी रील घूम जाती है तो एक कथा अपने-आप बुन जाती है – एक लंबी जीवन-चित्र-कथा, जिसमें हर चित्र घटना है और हर चेहरा नायक।

हम हशमत कौन सी विधा है?

इसे सुनेंरोकें’हम हशमत’ हमारे समकालीन जीवन-फलक पर एक लंबे आख्यान का प्रतिबिंब है। इसमें हर चित्र घटना है और हर चेहरा कथानायक। ‘हशमत’ की जीवंतता और भाषायी चित्रात्मकता उन्हें कालजयी मुखड़े के स्थापत्य में स्थित कर देती है।

हम हशमत किसकी रचना है?

कृष्णा सोबतीहम हशमत / लेखिका

इसे सुनेंरोकेंऔर, अंत में जब ‘हशमत’ अपना परिचय भी दे डालते हैं तो पाठकीय जिज्ञासा सुखद विस्मय में बदल जाती है क्योंकि ‘हशमत’ के रूप में स्वयं कृष्णा सोबती हैं जिन्होंने ‘हम हशमत’ जैसी समर्थ रचना द्वारा फिर यह सिद्ध कर दिया है कि वह एक सिद्धहस्त कथा-लेखिका के साथ-साथ सार्थक रचनादृष्टि से संपन्न शब्द-चित्रकार भी हैं।

हम हंस मत रचना किसकी है?

इसे सुनेंरोकें’हम हशमत’ हमारे समकालीन जीवन-फलक पर एक लंबे आख्यान का प्रतिबिंब है।