कहानी नायक कौन है?

कहानी नायक कौन है?

इसे सुनेंरोकेंनायक है मुख्य चरित्र या उपन्यास, नाटक, फिल्म या किसी कहानी का प्रमुख चरित्र। आप देखेंगे कि कहानी आमतौर पर इस चरित्र पर केंद्रित है। यह कहानी उन फैसलों के आधार पर बहती है जिन्हें यह चरित्र बनाता है। अतीत में, नायक हमेशा एक नायक या नायिका होता था।

उसने कहा था कहानी के नायक कौन है *?

इसे सुनेंरोकेंलहना सिंह उसने कहा था कहानी का नायक है।

लहना सिंह कौन है?

इसे सुनेंरोकेंलहना सिंह हिंदी साहित्य का पहला आधुनिक नायक है। वह उस दौर के भारतीय युवा का प्रतिनिधि है। वह संभवत: ग्रामीण किसान परिवार का है, जो अपने मामा के यहां अमृतसर में बारह साल की उम्र में रहने आ गया और जवान होने पर फौज की नौकरी में लग गया है।

लहना सिंह कौन था Class 12?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर⇒ लहना सिंह अपनी किशोरावस्था में एक अनजान लड़की के प्रति आशक्त हुआ था, किन्तु वह उससे प्रणय सूत्र में नहीं बँध सका। कालान्तर में उस लड़की का विवाह सेना में कार्यरत एक सूबेदार से हो गया। लहना सिंह सेना में भर्ती हो गया। अचानक अनेक वर्षों के बाद उसे ज्ञात हुआ कि सूबेदारिन ही वह लड़की है जिससे कभी प्रेम किया था।

उसने कहा था कहानी कितने भागों में बँटी हुई है?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर – उसने कहा था कहानी पाँच भागों में बेटी हुई है इसके तीन भागों में युद्ध का वर्णन किया गया है ।

लहना सिंह कौन था?

लाना सिंह के भाई का नाम क्या था?

इसे सुनेंरोकें⏩ कीरत सिंह लहना सिंह का भतीजा था। ‘चंद्रधर शर्मा गुलेरी’ द्वारा लिखित कहानी “उसने कहा था” में कीरत सिंह कहानी के मुख्य पात्र लहना सिंह का भतीजा था। ‘उसने कहा था’ कहानी भावनात्मक संबंधों के आधार पर मानवीय मूल्यों के पुनर्निर्माण की कहानी है।

I लहना सिंह कौन था?

4 कीरत सिंह कौन था?`?

इसे सुनेंरोकें⏩ कीरत सिंह लहना सिंह का भतीजा था। ‘चंद्रधर शर्मा गुलेरी’ द्वारा लिखित कहानी “उसने कहा था” में कीरत सिंह कहानी के मुख्य पात्र लहना सिंह का भतीजा था। ‘उसने कहा था’ कहानी भावनात्मक संबंधों के आधार पर मानवीय मूल्यों के पुनर्निर्माण की कहानी है। इस गाने की पृष्ठभूमि अमृतसर है।

लहना सिंह के साथी का क्या नाम है?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर – उसने कहा था ‘ प्रथम विश्वयूद्ध की की पृष्ठ भूमि में लिखी गयी कहानी है गुलजेरी ने लहना सिंह और सूबेदारनी के माध्यम से मानवीय सम्बन्धो का नया रूप प्रस्तुत किया है लहना सिंह सूबेदारनी की अपने प्रति विश्वास सी अभिभूत होता है क्युकी उस विश्वास की नीव में बचपन के सम्बध है सूबेदारनी का विसवास ही लहना सिंह को उस महान …