प्रश्न 11 क कायिक प्रवर्धन क्या हैं उदाहरण सहित वर्णन कीजिए?

प्रश्न 11 क कायिक प्रवर्धन क्या हैं उदाहरण सहित वर्णन कीजिए?

इसे सुनेंरोकेंकायिक प्रवर्धन-जब पौधे के कायिक अंग जैसे-तला, पत्ती या जड़ के द्वारा नया पौधा तैयार किया जाता है तो इसे कायिक प्रवर्धन कहते हैं। इस विधि का उपयोग प्रायः उच्चवर्गीय पौधों विशेषत: उद्यान में लगाने वाले तथा फल देने वाले पौधों में किया जाता है। जैसे—अमरूद, शकरकंद अथवा पुदीने की छोटी-छोटी जड़ों पर अपस्थानिक कलियाँ होती हैं।

कायिक प्रवर्धन क्या है टिप्पणी लिखिए?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर : कायिक प्रवर्धन-”जब मनुष्य कृत्रिम रूप से पौधों के विभिन्न भागों (रचनाओं) से नवीन पौधे पैदा करता है तो इस प्रक्रिया को कायिक प्रवर्धन या कृत्रिम अलैंगिक जनन कहते हैं।”

प्राकृतिक कायिक प्रवर्धन क्या है?

इसे सुनेंरोकेंप्राकृतिक कायिक प्रवर्धन-पौधे में बीज को छोड़कर, किसी अन्य भाग, जैसे जड़, तना, पत्ते से पौधा विकसित होने की प्रक्रिया, प्राकृतिक कायिक प्रवर्धन कहलाती है। यह तीन प्रकार से होता है (जड़ों के द्वारा कुछ पौधों की जड़ों पर कायिक कलिकाएँ होती हैं, जब वे उगती हैं तो वे पौधे को जन्म देती हैं।

कायिक प्रवर्धन से क्या समझते?

इसे सुनेंरोकेंकिसी पौधों के वर्धी भागों जैसे-जड़, तना, पत्ती द्वारा न्य पौधा तैयार होना कायिक प्रवर्धन (Vegetative propagation) कहलाता है। यह अलैंगिक जनन का ही एक रूप है जिसमे पौधे के केवल वर्धी भाग (Vegetative parts) ही भाग लेते हैं। उदाहरण – अदरक (प्रकन्द Rhizome) तथा ब्रायोफिलम (Bryophyllum)।

कायिक प्रवर्धन से क्या समझते हैं कोई दो उपयोग उदाहरण दो?

इसे सुनेंरोकेंअजूबा (Bryophyllum) के पौधे में पत्तियों के किनारों से पादपकाय उत्पन्न होते हैं जो मातृ पौधे से अलग होकर नये पौधे को जन्म देते हैं। आलू के कन्द में उपस्थित पर्वसन्धियाँ (nodes) कायिक प्रवर्धन में सहायक होती हैं। पर्वसन्धियों में कलिकाएँ स्थित होती हैं तथा प्रत्येक कलिको नये पौधे को जन्म देती है।

कायिक जनन की परिभाषा क्या है?

इसे सुनेंरोकेंकायिक जनन (अंग्रेजी:Vegetative Reproduction) मे होने वाला वह जनन है जिसके अंतर्गत पौधे की संतति पीढ़ी दर पीढ़ी बढ़ाने के लिये पौधे की जीवित शाखाओं को काट कर सीधा ज़मीन या पेड़ के किसी भी भाग मे रोपित करके नये पोधे का निर्माण किया जाता है। .