हरिहर काका के परिवार के पास कुल कितने बीघे ज़मीन हैं?

हरिहर काका के परिवार के पास कुल कितने बीघे ज़मीन हैं?

इसे सुनेंरोकेंभाषण/उपदेश 2021-22 Page 4 संचयन हरिहर काका के परिवार के पास कुल साठ बीघे खेत हैं। प्रत्येक भाई के हिस्से पंद्रह बीघे पड़ेंगे।

कथावस्तु के आधार पर हरिहर काका के पास कितने बीघे खेत थे?

इसे सुनेंरोकेंहरिहर काका को महंत और अपने भाई एक ही श्रेणी के क्यों लगने लगे? उत्तर: हरिहर काका को महंत और अपने भाई एक ही श्रेणी के इसलिए लगते हैं, क्योंकि दोनों को हरिहर काका की सम्पत्ति पन्द्रह बीघे खेत के प्रति लगाव है।

हरिहर काका के लेखक कौन है?

मिथिलेश्वर (हिंदी: मिथिलेश्वर), भारत के बिहार में भोजपुर जिले के बैसाडीह गांव में 31 दिसंबर, 1950 को पैदा हुए, एक हिंदी लेखक हैं जो भारत के ग्रामीण इलाकों में अपनी अंतर्दृष्टि के लिए प्रसिद्ध हैं।

भाइयों में हरिहर काका का कौन सा नंबर था?

इसे सुनेंरोकेंभाइयों में हरिहर काका दूसरे नंबर के भाई हैं। औलाद की चाह में हरिहर काका ने दो शादियाँ की थी। बहुत लम्बे समय तक वे औलाद की प्रतीक्षा करते रहे, लेकिन औलाद को बिना जन्म दिए ही उनकी दोनों पत्नियाँ स्वर्ग सिधार गई।

हरिहर काका के हिस्से कितने बीघे जमीन थी * 1 Point 12 14 15 18?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर:- हरिहर काका नि:संतान थे और उनके हिस्से में पंद्रह बीघे उपजाऊ जमीन थी। मंहत और भाई दोनों का उद्देश्य हरिहर काका की इसी उपजाऊ पंद्रह बीघे जमीन को अपने कब्जे में करना था।

हरिहर काका के पास कितनी जमीन थी 1 Point 5 बीघा 10 बीघा 15 बीघा 20 बीघा?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: (b) हरिहर काका की पन्द्रह बीघा उपजाऊ जमीन।

पुलिस के जवान हरिहर काका की सुरक्षा के नाम पर क्या करते है?

इसे सुनेंरोकेंAnswer. हरिहर काका को पुलिस सुरक्षा क्यों प्रदान की गई: हरिहर काका की नजर में महंत कब घृणित और दुराचारी नजर आने जब ठाकुरबारी के साधु-संत और महंत के हरिहर काका को जबरदस्ती उठा कर ले गए और उनकी संपत्ति ठाकुरबारी के नाम करवाना चाहते थे, हरिहर काका ने ठाकुरबारी के नाम लिखने को तैयार नहीं थे।

हरिहर काका के गाँव में यदि मिडिया की पहुँच होती तो उनकी क्या स्थिति होती अपने शब्दों में लिखिए?

इसे सुनेंरोकेंहरिहर काका के गाँव में मीडिया पहुँच जाती तो सबकी पोल खुल जाती, मंहत व भाइयों का पर्दाफाश हो जाता। मीडिया उनके साथ हुए अत्याचारों का लाइव कवरेज दिखाता। वे सभी व्यक्तियों को अन्याय की ये तस्वीर दिखाते और बतलाते कि बूढ़े व्यक्ति के लिए किस तरह लोगों के ख्याल बदल जाते हैं और वे फायदा उठाने का सोचने लगते हैं।

काकी पाठ के लेखक का नाम क्या है?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: काकी कहानी के लेखक सियाराम शरण गुप्त है।

अपने भाइयों के परिवार के प्रति हरिहर काका के मोहभंग क शक ुकैसे ह ई?

इसे सुनेंरोकेंभाई खेतों पर गए रहते और औरतें हाल पूछने भी नहीं आतीं। दालान के कमरे में अकेले पड़े हरिहर काका को स्वयं उठकर अपनी ज़रूरतों की पूर्ति करनी पड़ती। ऐसे वक्त अपनी पत्नियों को याद कर-करके हरिहर काका की आँखें भर आतीं। भाइयों के परिवार के प्रति मोहभंग की शुरुआत इन्हीं क्षणों में हुई थी।