कविता के बहाने पाठ के आधार पर बताइए कविता और बच्चे को समानांतर क्यों रखा गया है?

कविता के बहाने पाठ के आधार पर बताइए कविता और बच्चे को समानांतर क्यों रखा गया है?

इसे सुनेंरोकेंकविता और बच्चे में निस्वार्थ भाव की भी समानता है। इस ‘कविता के बहाने’ बताएँ कि ‘सब घर एक कर देने के माने’ क्या है? ‘कविता के बहाने’ में सब घर एक कर देने का माने यह है कि सीमा का बंधन समाप्त हो जाना। जिस प्रकार बच्चों के खेल में किसी प्रकार की सीमा का स्थान नहीं होता, उसी प्रकार कविता में कोई बंधन नहीं होता।

कवि के अनुसार मन और बच्चे में क्या समानता है?

इसे सुनेंरोकेंवे समाज में समानता तथा एकता की स्थापना करते हैं। कविता भी शब्दों का खेल है। कवि सभी वर्गों के भावों, विचारों, सुख-दुख इत्यादि का निष्पक्ष होकर अपनी कविता में चित्रण करता है। इस प्रकार बच्चे तथा कविता दोनों मानव-एकता का सन्देश देते हैं।

कविता को बच्चों के खेल के समान क्यों कहा गया है तर्क सम्मत उत्तर दीजिए?

इसे सुनेंरोकेंबच्चों के खेल में किसी प्रकार की सीमा का कोई स्थान नहीं होता। कविता भी शब्दों का खेल है और शब्दों के इस खेल में जड़, चेतन, अतीत, वर्तमान और भविष्य-सभी उपकरण मात्र हैं। इसीलिए जहाँ कहीं रचनात्मक ऊर्जा होगी, वहाँ सीमाओं के बंधन खुद-ब-खुद टूट जाते हैं। वह सीमा चाहे घर की हो, भाषा की हो या समय की ही क्यों न हो।

कविता और बच्चे को समानांतर रखने के क्या कारण है?

इसे सुनेंरोकेंकविता और बच्चों में समानांतर रखने के निम्नलिखित कारण हैं- बच्चों के समान कविता में शब्दों की कोई सीमा नहीं होती है। जैसे बच्चे खेलते समय सारी सीमाएँ तोड़ देते हैं, वैसे ही कविता भी सारी सीमाएँ तोड़ देती है। बच्चे किसी सीमा को नहीं मानते। उनके लिए कोई अपना-पराया नहीं होता है।

बच्चों के खेल और कविता के खेल में क्या समानता है?

इसे सुनेंरोकें- बच्चों के खेल में किसी प्रकार की सीमा का स्थान नहीं होता। कविता भी शब्दों का खेल है और इसमें कोई बधन नहीं होता। शब्दों के इस खेल में जड़, चेतन, अतीत, वर्तमान और भविष्य सभी उपकरण मात्र हैं। कविता और बच्चे में निस्वार्थ भाव की भी समानता है।

कविता के बहाने के कवि कौन हैं?

इसे सुनेंरोकेंप्रसंग-प्रस्तुत काव्यांश हमारी पाठ्यपुस्तक ‘आरोह, भाग-2’ में संकलित कविता ‘कविता के बहाने’ से उद्धृत है। इसके रचयिता कुंवर नारायण हैं। कवि कविता की यात्रा के बारे में बताता है, जो चिड़िया, फूल से लेकर बच्चे तक की है।