लोग किसकी प्रशंसा करते हैं?

लोग किसकी प्रशंसा करते हैं?

इसे सुनेंरोकेंआठ गुणों से मनुष्य की बहुत प्रशंसा होती है- 1. बुद्धि, 2. कुलीनता, 3. मन का संयम, 4.

डॉक्टर साहब ने लेखिका की प्रशंसा क्यों की होगी?

इसे सुनेंरोकेंलेखिका के पिता अपनी पुत्री को सरेबाजार भाषण, हड़ताल आदि में भाग लेता देखकर शर्मसार थे। डॉ० अंबालाल ने लेखिका की प्रशंसा करके उनका मान-सम्मान और गर्व बढ़ा दिया । (ख) डॉक्टर साहब ने लेखिका का उत्साह, जोश और साहस देखकर उसकी प्रशंसा की होगी। उन्होंने लेखिका की देशभक्ति देखी होगी।

हिमालय की यात्रा में लेखक ने किसकी प्रशंसा की है?

इसे सुनेंरोकेंहिमालय की यात्रा में लेखक ने किन-किन की प्रशंसा की है? उत्तर:- हिमालय की यात्रा में लेखक ने हिमालय की अनुपम छटा की, नदियों की अठखेलियों की, बरफ से ढँकी पहाड़ियों की, पेड़-पौधों से भरी घाटियों की, देवदार, चीड, सरो, चिनार, सफैदा, कैल से भरे जंगलों की प्रशंसा की है।

नाटक में कौन व्यक्ति अपना संवाद भूल गया था?

इसे सुनेंरोकें(क) इसके बदले संगीतकार ने अपना संवाद भूलने और राकेश की बात ठीक से न सुनने पर कहा कि जब संगीत की स्वर लहरी गूँजती है तो सब पशु-पक्षी तक मुँह की खा जाते हैं, गाजर साहब! आप क्या समझते हैं हमें गाजर साहब! (ख) यदि हम किसी गलत शब्द का इस्तेमाल करेंगे तो हमें भी उलट कर वही जवाब मिलेगा।

लेखिका को डॉक्टर साहब ने क्या आश्वासन दिया?

इसे सुनेंरोकेंडॉक्टर ने लेखिका को यह आश्वासन दिया था कि उसका चश्मा शीघ्र ही हट जाएगा। उसकी नज़र ठीक हो जाएगी और चश्मा लगाने की कभी ज़रूरत नहीं पड़ेगी।

लेखिका के पिता लेखिका को घर में होने वाली बहसों में बैठने को क्यों कहते थे?

इसे सुनेंरोकेंउत्तरः देश में होने वाली राजनैतिक गतिविधियों और परिस्थितियों को जानने, समझने और परिचित होने के लिए। व्याख्यात्मक हल: लेखिका के पिता लेखिका को घर में होने वाली बहसों में बैठने के लिए इसलिए कहते थे, जिससे उन्हें देश में होने वाली राजनैतिक गतिविधियों और परिस्थितियों को जानने, समझने और परिचित होने का अवसर मिले।

लेखक ने हिमालय नदी और सागर की तुलना किससे की है और क्यों?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: लेखक ने हिमालय से निकलने वाली नदियों को देखा था। दूर से देखने पर नदियाँ लेखक को कैसी प्रतीत होती थीं? Answer: दूर से देखने पर लेखक को नदियाँ गंभीर, शांत और अपने आप में खोई हुई किसी शिष्ट महिला की भाँति प्रतीत होती थीं।